नागरिक घोषणा- पत्र का इतिहास (History of Citizen Charter)
Posted on April 21st, 2020
नागरिक घोषणा- पत्र का इतिहास
(History of Citizen Charter)
सत्ता एवं आम जनता के बीच सौहार्द्रपूर्ण स्थिति को बढ़ावा देने, लोक कल्याण उन्मुखी पहल आदि जैसे आवश्यक तत्वों को ध्यान में रखते हुए विश्व भर में प्रशासनिक तंत्र को जनता के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु विगत दो दशकों में तीव्रता से प्रयास हुए हैं। 1991 में सर्वप्रथम ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने नागरिक अधिकार पत्रों की शुरूआत की। इन अधिकार पत्रों में संगठन (प्रशासनिक कार्यालय) के उन सभी नियमों, कानूनों, प्रक्रियाओं एवं अधिकारों का वर्णन होता है जो जनता के हितों का संवर्द्धन करते हैं।
इतना ही नहीं, इन अधिकारों पत्रों के द्वारा जनता को प्रशासन के प्रति जागरूक करने एवं प्रशासन में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करने को महत्व दिया जाता है। नागरिक घोषणा-पत्र की स्थापना के पश्चात् ब्रिटेन में प्रगति के नए आयाम उभरकर सामने आए,वह यह कि यहाँ प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिवर्ष संसद के समक्ष मंत्रालयों द्वारा स्थापित घोषणा-पत्र की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया जाता है। यह नागरिक घोषणा-पत्र राज्य के नागरिकों के लिए सेवा संगठनों का ऐच्छिक वायदा है। कार्यालय के प्रत्येक मेज पर शिकायतों के लिए शिकायत पुस्तिका की व्यवस्था होती है एवं इन शिकायतों की सुनवाई विभाग के बाहर के अधिकारी द्वारा की जाती है। अत: हम कह सकते हैं कि ब्रिटेन में नागरिक घोषणा-पत्र काफी लोकप्रिय हैं।
नागरिक घोषणा- पत्र का इतिहास (History of Citizen Charter)
सत्ता एवं आम जनता के बीच सौहार्द्रपूर्ण स्थिति को बढ़ावा देने, लोक कल्याण उन्मुखी पहल आदि जैसे आवश्यक तत्वों को ध्यान में रखते हुए विश्व भर में प्रशासनिक तंत्र को जनता के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु विगत दो दशकों में तीव्रता से प्रयास हुए हैं। 1991 में सर्वप्रथम ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने नागरिक अधिकार पत्रों की शुरूआत की। इन अधिकार पत्रों में संगठन (प्रशासनिक कार्यालय) के उन सभी नियमों, कानूनों, प्रक्रियाओं एवं अधिकारों का वर्णन होता है जो जनता के हितों का संवर्द्धन करते हैं।
इतना ही नहीं, इन अधिकारों पत्रों के द्वारा जनता को प्रशासन के प्रति जागरूक करने एवं प्रशासन में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करने को महत्व दिया जाता है। नागरिक घोषणा-पत्र की स्थापना के पश्चात् ब्रिटेन में प्रगति के नए आयाम उभरकर सामने आए,वह यह कि यहाँ प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिवर्ष संसद के समक्ष मंत्रालयों द्वारा स्थापित घोषणा-पत्र की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया जाता है। यह नागरिक घोषणा-पत्र राज्य के नागरिकों के लिए सेवा संगठनों का ऐच्छिक वायदा है। कार्यालय के प्रत्येक मेज पर शिकायतों के लिए शिकायत पुस्तिका की व्यवस्था होती है एवं इन शिकायतों की सुनवाई विभाग के बाहर के अधिकारी द्वारा की जाती है। अत: हम कह सकते हैं कि ब्रिटेन में नागरिक घोषणा-पत्र काफी लोकप्रिय हैं।