नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 164

Posted on June 7th, 2019 | Create PDF File

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प्रश्न-1 : निम्नलिखित में से किसने नौसैनिक अभियान को अंजाम दिया और सीलोन एवं मालदीव द्वीपों पर हमला किया ?

(a) राजेंद्र चोल

(b) राजराज-1 चोल 

(c) विजयालय चोल

(d) परांतक चोल 1

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-2 : रामानुज के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. इन्होंने शंकराचार्य के अद्वैतवाद का खंडन किया। 
  2. इन्हें वैष्णववाद के संस्थापक के रूप में जाना जाता है।
  3. ब्रह्मसूत्रों पर उनकी टिप्पणियाँ श्री भास्य के नाम से प्रसिद्ध हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?  

(a) केवल II और III

(b) केवल I

(c) केवल I और III

(d) I, II और III

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-3 : दक्षिण भारतीय गाँव के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. गाँव के मामलों में शाही अधिकारियों की भूमिका प्रशासकों के बजाय सलाहकारों और पर्यवेक्षकों के रूप में अधिक थी।  
  2. अग्रहार ऐसे गाँव थे जहाँ कई जातियों के लोग रहते थे, राजा को भूमि राजस्व के रूप में कर अदा करते थे।
  3. देवदान ऐसे गाँव थे जो ब्राह्मणों को दान में दिये गए थे और पूर्ण रूप से उन्हीं के द्वारा वासित थे।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?   

(a) केवल II और III

(b) केवल I

(c) केवल I और III  

(d) I, II और III

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-4 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. दिल्ली सल्तनत की उत्पत्ति मुहम्मद गौरी की विजयों के कारण हुई थी। 
  2. जब मुहम्मद गौरी की मृत्यु हुई तो उसके विश्वसनीय मामलुक (पूर्व-दास) सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में एक स्वतंत्र वंश की स्थापना कर दी।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?  

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II दोनों  

(d) इनमें से कोई नहीं   

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-5 : अलाउद्दीन खिलजी के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. वह एक नए धर्म की स्थापना करके पैगम्बर मुहम्मद से आगे निकलना चाहता था।  
  2. उसने शराब और नशीले पदार्थों की सार्वजनिक बिक्री को पूरी तरह से रोकने के लिये एक अध्यादेश पारित किया।
  3. उसने कर-मुक्त भूमि के सभी अनुदानों को जब्त कर लिया और मुस्लिम धार्मिक चंदे रोक दिये।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं ?  

(a) केवल II और III

(b) केवल I और III

(c) केवल I और II

(d) I, II और III

         

उत्तर - ()

 

 

 

 

उत्तरमाला

 

 

 

 

 

उत्तर-1 : (b)         

 

व्याख्या : 

  • राजराज-1 एक उत्कृष्ट सेनापति था और उसने कई दिशाओं में अभियान चलाया। उसने पांड्यों और चेरों के राज्यों के साथ-साथ मैसूर के हिस्से पर भी हमला किया।
  • उसने दक्कन और वेंगी के उत्तरी क्षेत्रों की ओर भी अभियान किया। उसने ये अभियान चोलों की शक्ति को साबित करने के किये।
  • राजराज-1 समुद्र पर नियंत्रण के महत्त्व को भली-भाँति जानता था। उसने यह महसूस किया कि यदि वह दक्षिण भारत के तट पर अपनी स्थापित कर ले तो चोलों की स्थिति और मज़बूत हो जाएगी। अतः उसने नौसैनिक अभियान को अंजाम दिया और सीलोन (श्रीलंका) तथा मालदीव पर आक्रमण किये। अतः विकल्प (b) सही है।
  • हालाँकि, उसके इस आक्रमण के पीछे और भी कई कारण थे। केरल, सीलोन और मालदीव के तट वहाँ से होने वाले व्यापार के कारण आए धन से अत्यंत समृद्ध हो गए थे। भारत से पश्चिमी एशिया के लिये कपड़े, मसाले और कीमती पत्थर भेजे जाते थे।
  • अतः इन अभियानों का उद्देश्य पश्चिमी एशियाई व्यापार से होने वाली आय को चोल साम्राज्य की ओर मोड़ना भी था।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-2 : (d)

 

व्याख्या : 

  • रामानुज भक्ति आंदोलन के सबसे शुरुआती प्रतिपादकों में से एक थे, जिनका जन्म दक्षिणी भारत के श्री पेरुंबुदूर में 1017 ई. में हुआ था।
  • रामानुज ने वैष्णववाद की शिक्षा हेतु दार्शनिक आधार दिया। उन्होंने ब्रह्मसूत्रों पर टिप्पणी लिखी और आस्तिक विचारों के आधार पर अपनी व्याख्या प्रस्तुत की। उनकी टिप्पणियों को श्री भास्य के नाम से जाना जाता है। अतः कथन 3 सही है।
  • रामानुज ने शंकराचार्य के अद्वैतवाद का खंडन किया। अतः कथन 1 सही है।
  • रामानुज मानते थे कि ब्रह्म सर्वोच्च शक्ति है और आत्माएँ उसके साधन और विशेषताएँ हैं। आत्मा द्वारा भक्ति के माध्यम से भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। उनके अनुसार ब्रह्म की दो विशेषताएँ हैं- पुरुष और प्रकृति।
  • रामानुज के लेखन और प्रसिद्द विष्णु मंदिर के प्रमुख पुजारी के रूप में उनकी लंबी सेवा के प्रभाव से उनके विचारों का वैष्णवों के मध्य व्यापक प्रसार हुआ तथा उनको वैष्णववाद के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। अतः कथन 2 सही है।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-3 : (b)

 

व्याख्या : 

दक्षिण भारतीय गाँव प्रणाली

  • दक्षिण भारत में लगातार राजनीतिक परिवर्तनों के बीच जो संगठन जीवन और परंपरा की निरंतरता के लिये ज़िम्मेदार था, वह गाँव था तथा इस संगठन का महत्त्व दक्षिण भारत में पाए जाने वाले बहुत से अभिलेखों में सत्यापित है।
  • दक्षिण भारतीय गाँवों को बड़े स्तर पर स्वायत्तता प्राप्त थी। गाँव के मामलों में शाही अधिकारियों की भूमिका प्रशासकों की के बजाय सलाहकारों और पर्यवेक्षकों के रूप में अधिक थी। अतः कथन 1 सही है।

गाँव के प्रकार

  • अंतर-जातीय आबादी वाले गाँव भूमि राजस्व के रूप में राजा को कर अदा करते थे। यह गाँव का सबसे सामान्य प्रकार था।
  • ब्रह्मदेय या अग्रहार गाँव ऐसे गाँव थे जो ब्राह्मणों को दान में दिये गए थे और शुरुआती दौर में वे ही यहाँ पूरी तरह निवास करते थे। ये गाँव प्रथम प्रकार के गाँवों की तुलना में अधिक समृद्ध होते थे क्योंकि इनको कर अदायगी से छूट प्राप्त थी। अतः कथन 2 सही नहीं है।
  • देवदान ऐसे गाँव होते थे जिन्हें भगवान को दान में दिया गया था। ये आमतौर पर प्रथम प्रकार के गाँव की तरह ही कार्य करते थे। अंतर केवल यह था कि इन गाँव से एकत्रित होने वाले राजस्व को राज्य के बजाय मंदिर के अधिकारियों को सौंपा जाता था। अतः कथन 3 सही नहीं है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-4 : (c)

 

व्याख्या : 

  • 13वीं शताब्दी में एक नए प्रकार के राजवंशीय क्षेत्र का उदय हुआ। दिल्ली सल्तनत की नींव मुहम्मद गौरी की विजयों के कारण ही पड़ी थी, जिसने 1186 ईस्वी में गज़नवियों को उखाड़ फेंकने के लिये सिंधु बेसिन का मार्च किया था। अतः कथन 1 सही है।
  • 1190 ईस्वी में उसने भटिंडा पर कब्ज़ा कर लिया जिसके कारण उसके पृथ्वीराज चौहान के साथ युद्ध शुरू हो गए। गौरी ने अंततः 1192 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान को परास्त कर दिया।
  • जब 1206 में मुहम्मद गौरी की मृत्यु हुई तो उसके विश्वसनीय मामलुक (पूर्व-दास) सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में एक स्वतंत्र वंश की स्थापना कर दी। उसका राजवंश सामूहिक रूप से दिल्ली सल्तनत कहलाए गए क्षेत्र का पहला राजवंश था। अतः कथन 2 सही है।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-5 : (d)

 

व्याख्या : 

  • बरनी के अनुसार, अलाउद्दीन एक नए धर्म की स्थापना करके पैगम्बर मुहम्मद से आगे निकलना चाहता था, लेकिन बरनी के चाचा अला-उल-मुल्क ने उसे ऐसी घटिया योजना को लागू करने से रोका। अतः कथन 1 सही है।
  • अलाउद्दीन के विश्वसनीय सलाहकारों ने द्वारा किये गए अध्ययन से उसे पता चला कि उसके अधिकारियों की सामान्य समृद्धि, भद्र व्यक्तियों के परिवारों के बीच अंतर्विवाह, गुप्तचर प्रणाली की अपर्याप्तता और शराब उसके राज्य में विद्रोहों का प्रमुख कारण थे।
  • अतः अलाउद्दीन ने चार अध्यादेश पारित किये। पहले अध्यादेश के द्वारा उसने उसने कर-मुक्त भूमि के सभी अनुदानों को जब्त कर लिया और मुस्लिम धार्मिक चंदे रोक दिये। अतः कथन 3 सही है।
  • दूसरा, उसने खुफिया तंत्र को पुनर्गठित किया और कुलीनों के घरों में सभी गुप्त लेनदेन तुरंत प्रभाव से सुल्तान को सूचित किये जाने लगे।
  • तीसरा, शराब और नशीले पदार्थों की बिक्री पूरी तरह रोक दी गई। अतः कथन 2 सही है।
  • चौथे अध्यादेश द्वारा रईसों के घरों पर सामाजिक समारोहों को प्रतिबंधित कर दिया गया और कोई भी वरिष्ठ अधिकारी सुल्तान की अनुमति के बिना उनके घरों में होने वाली शादियों में शामिल नहीं हो सकता था।