नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 90
Posted on March 2nd, 2019 | Create PDF File
प्रश्न-1 : ‘अपतानी जनजाति’ के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें -
- यह जनजाति मुख्यतः अरुणाचल प्रदेश से सम्बंधित है
- अपतानी जनजाति सामान्यतः ईसाई धर्म का अनुपालन करती है
- इनकी एक अलग भाषा भी है जिसे ‘तानी’ या ‘अपतानी’ के नाम से जाना जाता है
सही उत्तर का चयन करें
(a) केवल III
(b) I और II
(c) I और III
(d) I, II और III
उत्तर - ()
प्रश्न-2 : निम्नलिखित में से किसका उपयोग सामान्यतः जैव ईंधन (Bio-fuel) के उत्पादन में किया जाता है ?
- मकई
- चुकंदर
- गन्ना
- गुड़
सही उत्तर का चयन करें -
(a) I और II
(b) II और III
(c) I, II और III
(d) I, II, III और IV
उत्तर - ()
प्रश्न-3 : ग्लोबल वार्मिंग पोटेंशियल (Global Warming Potential) के अनुसार निम्नलिखित को आरोही क्रम में व्यवस्थित करें -
- कार्बन डाइऑक्साइड
- मिथेन
- नाइट्रस ऑक्साइड
- क्लोरोफ्लोरोकार्बन
उपर्युक्त में से कौन-सा सही है ?
(a) II, III, I, IV
(b) IV, II, III, I
(c) I, II, III, IV
(d) III, I, II, IV
उत्तर - ()
प्रश्न-4 : निम्नलिखित में से कौन-सा/से मीथेन के स्रोत है/हैं ?
- आद्रभूमि
- धान के खेत
- बायोमास दहन
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये -
(a) I और II
(b) केवल II
(c) II और III
(d) I, II, और III
उत्तर - ()
प्रश्न-5 : निम्नलिखित कथनों पर विचार करें -
- दक्षिणी गोलार्द्ध की तुलना में उत्तरी गोलार्द्ध में पर्माफ्रॉस्ट अधिक है
- महासागरों के नीचे पर्माफ्रॉस्ट नहीं पाया जाता है
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?
(a) केवल I
(b) केवल II
(c) I और II
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर - ()
उत्तरमाला
उत्तर-1 : (c)
व्याख्या : भअपतानी पूर्वी हिमालय के प्रमुख जनजातीय समूहों में से एक है। ये जनजाति अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी के जीरो वैली में निवास करती है।अपतानी जनजाति के लोग एक अलग धर्म, दोन्यी पोलो, का पालन करते हैं। इसमें यह सूर्य एवं चाँद की पूजा करते हैं और अपने पारंपरिक देवताओं को खुश करने के लिए जानवरों की बलि चढ़ाते हैं।इनकी एक अलग भाषा भी है, जिसे ‘तानी’ या ‘अपतानी’ के नाम से जाना जाता है। यह सीनो-तिब्बती समूह की भाषा है।
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें -
https://www.civilhindipedia.com/blogs/blog_post/apatani-tribe-in-hindi
उत्तर-2 : (d)
व्याख्या : पौधों या पशुओं के अपशिष्ट से प्राप्त ईंधन को जैव-ईंधन कहा जाता है।
जैव ईंधन को पौधों, कृषि, वाणिज्यिक, घरेलू और औद्योगिक कचरे से प्राप्त किया जा सकता है।
जैव ईंधन का उत्पादन गेहूं, मक्का, चुकंदर, गन्ना, गुड़ से प्राप्त शर्करा के किण्वन द्वारा किया जाता है। अतः विकल्प (d) सही है।
जैव ईंधन के लाभ -
जैव ईंधन को पेट्रोलियम, कोयला और प्राकृतिक गैस जैसे जीवाश्म ईंधन के विपरीत नवीकरणीय ऊर्जा का एक स्रोत माना जाता है।
जैव-ईंधन पेट्रोलियम के लिये एक लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है।
एक अक्षय ऊर्जा स्रोत के रूप में संयंत्र-आधारित जैव ईंधन सैद्धांतिक रूप में ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन में बहुत कम योगदान करते हैं।
जैव ईंधन कार्बन-तटस्थ होते हैं क्योंकि ईंधन के जलने पर उससे निकलने वाला कार्बन डाइऑक्साइड पौधों द्वारा अवशोषित होने वाले कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर होता है।
उत्तर-3 : (c)
व्याख्या : कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल में फैलकर पृथ्वी से विकिरित ऊष्मा को पृथ्वी पर रोककर ग्रीनहाउस प्रभाव पैदा करती है। इसलिये इसे ग्रीन हाउस गैस भी कहते हैं। इसके अभाव में धरती इतनी ठंडी हो जाती है कि इस पर रहना असंभव हो जाता है। किंतु जब कारखानों एवं कार के धुएँ से वायुमंडल में इसका स्तर बढ़ता है, तब इस ऊष्मा के द्वारा पृथ्वी का तापमान बढ़ता है। इसे भूमंडलीय तापन (ग्लोबल वार्मिंग) कहते हैं।
ग्लोबल वार्मिंग पोटेंशियल (Global Warming Potential-GWP) के अंतर्गत विभिन्न गैसों के ग्लोबल वार्मिंग प्रभावों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है।
इसके अंतर्गत किसी निश्चित समय में 1 टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के उत्सर्जन के सापेक्ष किसी गैस द्वारा 1 टन ऊष्मा के उत्सर्जन में लगने वाली ऊर्जा का मापन किया जाता है।
जिस गैस की GWP जितनी बड़ी होगी, वह उतनी अधिक क्षमता से उस समयावधि में (CO2 की तुलना में) पृथ्वी को गर्म करती है।
आमतौर पर GWPs के लिये इस्तेमाल की जाने वाली समयावधि 100 वर्ष है।
ग्लोबल वार्मिंग पोटेंशियल के अनुसार सही आरोही क्रम है - कार्बन डाइऑक्साइड <मीथेन <नाइट्रस ऑक्साइड <क्लोरोफ्लोरोकार्बन। अतः विकल्प (c) सही है।
उत्तर-4 : (d)
व्याख्या : मीथेन (CH4) ‘हरितगृह प्रभाव’ (Greenhouse effect) में योगदान देने वाली एक प्रमुख गैस है।
हरितगृह प्रभाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी ग्रह या उपग्रह के वातावरण में मौजूद कुछ गैसें वातावरण के तापमान को अपेक्षाकृत अधिक करने में सहायक होती हैं। इन ग्रीनहाउस गैसों में कार्बन डाईआक्साइड, जल-वाष्प, मिथेन आदि शामिल हैं।
वायुमंडलीय मीथेन के छह प्रमुख स्रोत हैं-
- प्राकृतिक आर्द्रभूमि
- धान के खेत
- मवेशियों का मलोत्सर्जन
- कृषि अवशेषों का दहन
- लैंडफिल में कार्बनिक अपशिष्ट का अवायवीय अपघटन
- जीवाश्म ईंधनों के अन्वेक्षण एवं अपवाहन के दौरान जीवाश्म मीथेन का उत्सर्जन।
अतः विकल्प (d) सही है।
उत्तर-5 : (a)
व्याख्या : पर्माफ्रॉस्ट (Permafrost) एक ऐसा ज़मीनी क्षेत्र होता है जो कम-से-कम दो वर्षों तक पूरी तरह से जमा हुआ (0° C तापमान) या लगातार ठंडा रहता है।
स्थायी रूप से जमे हुए ऐसे मैदान उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुवों के उच्च पहाड़ी क्षेत्रों और पृथ्वी के उच्च अक्षांशों में पाए जाते हैं।
उत्तरी गोलार्द्ध की तुलना में दक्षिणी गोलार्द्ध में कम पर्माफ्रॉस्ट है क्योंकि इसमें भूमि क्षेत्र कम है जबकि महासागर अधिक है। अतः कथन 1 सही है।
आर्कटिक महासागर के अंतर्गत जो उत्तरी ध्रुव को कवर करता है, समुद्र के कुछ तल पूरी तरह से जमे हुए हैं। स्थायी रूप से जमे हुए समुद्री तल को सब-सी पर्माफ्रॉस्ट (Subsea Permafrost) कहा जाता है। अतः कथन 2 सही नहीं है।