नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 136

Posted on May 4th, 2019 | Create PDF File

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प्रश्न-1 : निम्नलिखित में से कौन भारत में गंभीर संकटापन्न स्तनपायी नहीं है ?

 

(a) हिमालयी ब्राउन/रेड बीयर तथा लार्ज रॉक चूहा या एलविरा चूहा

(b) पिग्मी हॉग तथा अंडमान का स्वेत दंत छछूंदर

(c) कोंदाना चूहा तथा नामदफा की उड़न गिलहरी (Flying squirrel)  

(d) मार्बल्ड बिल्ली तथा कृष्ण मृग

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-2 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

 

  1. विदेशी प्रजातियाँ (Exotic species) ऐसे पादप एवं जंतु हैं जो केवल अपने मूल क्षेत्र में ही पाए जाते हैं।
  2. स्थानीय प्रजातियाँ जिन्हें एलियन स्पीशीज़ व आक्रामक प्रजातियाँ भी कहा जाता है, गैर-देशीय वातावरण में पाई जाती हैं।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?  

(a) केवल I 

(b) केवल II

(c) I और II

(d) इनमें से कोई नहीं 

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-3 : निम्नलिखित में से कौन-सा एक स्व-स्थाने (In-Situ) संरक्षण विधि है ?

 

(a) चिड़ियाघर

(b) बीज बैंक 

(c) कैप्टिव ब्रीडिंग  

(d) संरक्षित क्षेत्र

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-4 : सामुदायिक रिज़र्व के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

  1. भारत में सामुदायिक रिज़र्व वे सुरक्षित क्षेत्र हैं जो मुख्यत: भारत के राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों तथा सुरक्षित व संरक्षित वनों के बीच गलियारों में बफर ज़ोन (Buffer zone) के रूप में कार्य करते हैं।
  2. इन सुरक्षित क्षेत्रों की श्रेणियों को पहली बार वन्यजीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम, 2002 में शुरू किया गया था।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?  

(a) केवल I 

(b) केवल II

(c) I और II

(d) इनमें से कोई नहीं          

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-5 : निम्नलिखित में से किस देश ने ऋण राहत के बदले दो समुद्री पार्कों के निर्माण का निर्णय लिया है ?

 

(a) मालदीव 

(b) मेडागास्कर

(c) सेशेल्स  

(d) मॉरीशस 

          

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

उत्तरमाला

 

 

 

 

 

उत्तर-1 : (d)         

 

व्याख्या : मार्बल्ड बिल्ली और कृष्ण मृग निकट संकटापन्न स्तनपायी हैं। शेष सभी जीव गंभीर संकटापन्न श्रेणी में सूचीबद्ध हैं। कृष्ण मृग पहले हिमालय के दक्षिण में लगभग पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता था। इनकी संख्या 20वीं सदी के दौरान कम हो गई और अब वे बांग्लादेश और पाकिस्तान में विलुप्त हो गए हैं। कृष्ण मृग अभी भी भारत और नेपाल के तराई क्षेत्र में पाए जाते हैं।।

 

पारिस्थितिकीय महत्त्व

जैव विविधता का संरक्षण- वनस्पतियों और जीवों की विविधता के भंडार ये उपवन संबंधित भौगोलिक क्षेत्र में स्थानिक प्रजातियों के अंतिम आश्रय स्थल होते हैं।

जलभृत (Aqifier) की रिचार्जिंग- प्राय: तालाबों, धाराओं या झरनों के साथ जुड़े होने के कारण स्थानीय लोगों की जल आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता करते हैं। वनस्पति आच्छादन जलभृत (Aquifer) की रिचार्जिंग में मदद करता है। अतःकथन 3 सही है।

मृदा संरक्षण- उपवनों में वनस्पति आच्छादन होने से क्षेत्र में मृदा की स्थिरता बढ़ती है और मृदा अपरदन को रोकने में भी सहायता मिलती है।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-2 : (d)

 

व्याख्या : वे पौधे या जंतु स्थानीय या स्थानिक प्रजातियाँ कहलाते हैं जो केवल एक भौगोलिक क्षेत्र में मौजूद हों। प्रजातियाँ पृथ्वी के बड़े या छोटे क्षेत्रों के लिये स्थानीय हो सकती हैं। आमतौर पर वे क्षेत्र जहाँ स्थानीय प्रजातियाँ निवास करती हैं, पृथक् होते हैं, ताकि उन प्रजातियों का अन्य क्षेत्रों तक फैलना कठिन हो या इसमें असामान्य पर्यावरणीय विशेषताएँ होती है, जिसके प्रति स्थानीय प्रजातियों में विशिष्ट अनुकूलता होती है। उदाहरण- मेडागास्कर के लैमूर और गैलापगोस द्वीप के कछुए स्थानीय प्रजातियाँ हैं। अतः कथन 1 सही नहीं है।

विदेशी प्रजातियों को आक्रमणकारी प्रजातियाँ या गैर-स्वदेशी प्रजातियों के रूप में भी जाना जाता है। विदेशी प्रजातियाँ मनुष्यों द्वारा अपने मूल निवास स्थलों से बाहर के क्षेत्रों में ले जाई जा रही हैं। उदाहरण- जलकुम्भी: मध्य अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में गर्म मौसम में उष्णकटिबंधीय दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों में इस जलीय पौधे का विकास होता है। यह जल से पूरी ऑक्सीजन को सोख लेता है और अन्य जलीय प्रजातियों के अस्तित्व के लिये खतरा उत्पन्न करता है। अत: कथन 2 सही नहीं है।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-3 : (d)

 

व्याख्या : स्व-स्थाने संरक्षण में जीव-जंतुओं और वनस्पतियों का उनके प्राकृतिक आवास में संरक्षण किया जाता है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत सभी घटक प्रजातियों के लिये अनुकूल परिस्थितियाँ तैयार की जाती हैं। इस विधि द्वारा एक विशेष क्षेत्र में एक साथ कई प्रजातियों को संरक्षित किया जाता है। यह बाह्य-स्थाने संरक्षण की तुलना में सस्ता और आसान है।

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बाह्य-स्थाने संरक्षण में पेड़ों एवं जंतुओं का संरक्षण उनके प्राकृतिक आवास के बाहर किया जाता है। यह बड़े जंतुओं के संरक्षण के लिये सबसे प्रभावशाली तरीका है। उदाहरण- बोटैनिकल गार्डन आदि।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-4 : (c)

 

व्याख्या : भारत में संरक्षण रिज़र्व और सामुदायिक रिज़र्व ऐसे संरक्षित क्षेत्र हैं जो आमतौर पर राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों और भारत के आरक्षित एवं संरक्षित वनों के बीच बफर ज़ोन का कार्य करते हैं। अत: कथन 1 सही है।

ऐसे क्षेत्रों को संरक्षित क्षेत्रों के रूप में नामित किया गया है, जो निर्जन और पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व में हैं, लेकिन जीवन निर्वाह के लिये समुदायों द्वारा उनका उपयोग किया जाता है।

इन संरक्षित क्षेत्रों का प्रावधान पहली बार वन्यजीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम, 2002 में रखा गया, जो वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का संशोधन है। अतः कथन 2 सही है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-5 : (c)

 

व्याख्या : सेशेल्स सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि वह ऋण राहत के बदले दो विशाल समुद्री पार्क बनाएगी जहाँ मछलियों तथा प्रवालों का संरक्षण किया जाएगा। अत: विकल्प (c) सही है।

इन पार्कों का निर्माण 22 मिलियन डॉलर के राष्ट्रीय ऋण से राहत के बदले किया जा रहा। यह तुलनात्मक रूप से एक नई व्यवस्था है जिसमें UK, फ्राँस, बेल्जियम तथा इटली की सरकारों को सामूहिक रूप से देय इस ऋण को ‘द नेचर कन्ज़र्वेंसी’ नामक एक संगठन द्वारा खरीद लिया गया है। यह एक गैर-सरकारी संगठन है जो पर्यावरण संबंधी कार्यों में संलग्न है।