नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 127

Posted on April 22nd, 2019 | Create PDF File

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प्रश्न-1 : निम्नलिखित में से किस अधिनियम द्वारा बर्मा को भारत से पृथक किया गया ?

 

(a) भारत शासन अधिनियम, 1909

(b) भारत शासन अधिनियम, 1919

(c) भारत शासन अधिनियम, 1935

(d) भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947  

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-2 : भारतीय संविधान सभा के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

 

  1. इसके सदस्यों का निर्वाचन प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से किया गया था।
  2. निर्वाचन सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर हुए थे।
  3. डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष (अस्थायी) थे।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?

 

(a) केवल I और III

(b) केवल II और III

(c) I, II और III

(d) इनमें से कोई नहीं              

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-3 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

 

  1. बंगाल का गवर्नर जनरल भारत का गवर्नर जनरल बन गया।
  2. इस अधिनियम ने बॉम्बे और मद्रास प्रांतों की विधायी शक्तियों को समाप्त कर दिया गया।
  3. इस अधिनियम ने वाणिज्यिक निकाय के रूप में ईस्ट इंडिया कंपनी की गतिविधियों को समाप्त कर दिया और वह पूर्णत: एक प्रशासनिक निकाय बन गई।

 

उपर्युक्त प्रावधान निम्नलिखित में से किस अधिनियम में शामिल थे?

 

(a) 1773 का रेग्युलेटिंग एक्ट 

(b) 1813 का चार्टर एक्ट 

(c) 1833 का चार्टर एक्ट 

(d) 1853 का चार्टर एक्ट

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-4 : भारत के संविधान के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

 

  1. संविधान मेंफेडरेशनशब्द का बार-बार प्रयोग किया गया है।
  2. धर्मनिरपेक्षता की पश्चिमी धारणा के विपरीत इसमें धर्मनिरपेक्षता की सकारात्मक अवधारणा को शामिल किया गया है।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II

(d) इनमें से कोई नहीं          

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-5 : निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है ?

 

(a) डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा की पहली बैठक में इसके अस्थायी अध्यक्ष थे। 

(b) संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को भारत के संविधान को अपनाया और अधिनियमित किया। 

(c) 26 जनवरी, 1950 को भारत एक प्रभुत्व-संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य बन गया। 

(d) उपर्युक्त सभी। 

          

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

उत्तरमाला

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-1 : (c)         

 

व्याख्या : भारत शासन अधिनियम, 1935 का एक महत्त्वपूर्ण प्रावधान यह था कि अप्रैल 1937 से बर्मा भारत से अलग हो जाएगा।

 

  • बर्मा को एक अलग ब्रिटिश उपनिवेश बनाने की तैयारियाँ करने के लिये भारत शासन अधिनियम, 1935 में एक नए बर्मा कार्यालय की व्यवस्था की गई थी। हालाँकि दोनों विभाग एक ही राज्य सचिव के पास थे और उसे ही भारत और बर्मा के राज्य सचिव के रूप में नामित किया गया था।

 

  • भारत और बर्मा के लिये राज्य के पहले सचिव लॉर्ड डुंडास (Lord Dundas) थे।

 

  • भारत और बर्मा के राज्य सचिव का भारत कार्यालय 1947 में समाप्त हो गया।

 

  • विस्काउंट एन्निमोर बर्मा के प्रथम एवं अंतिम सचिव थे, क्योंकि 1948 में बर्मा स्वतंत्र हो गया।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-2 : (a)

 

व्याख्या : वर्ष 1945-46 में भारत में प्रांतीय चुनाव संपन्न हुए।

प्रांतीय विधानमंडल के सदस्यों द्वारा फिर संविधान सभा के प्रतिनिधियों को चुना गया।

संविधान सभा के सदस्यों को सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर नहीं चुना गया था।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-3 : (c)

 

व्याख्या : 1833 का चार्टर अधिनियम -

 

  • बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया।
  • भारत का प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिक था।
  • यह ब्रिटिश भारत में केंद्रीकरण की दिशा में अंतिम कदम था।
  • भारत के लिये केंद्रीय विधायिका की शुरुआत के रूप में इस अधिनियम ने बॉम्बे और मद्रास प्रांतों की विधायी शक्तियों को भी समाप्त कर दिया।
  • अधिनियम ने ईस्ट इंडिया कंपनी की गतिविधियों को वाणिज्यिक निकाय के रूप में समाप्त कर दिया और यह पूरी तरह प्रशासनिक निकाय बन गया।
  • इसने सिविल सेवकों के चयन के लिये खुली प्रतिस्पर्द्धा व्यवस्था शुरू करने का प्रयास किया और निर्दिष्ट किया कि भारतीयों को कंपनी के अंतर्गत किसी स्थान, कार्यालय और रोज़गार प्राप्त करने से वंचित नहीं किया जाना चाहिये। हालाँकि, निदेशक मंडल के विरोध के बाद इस प्रावधान को अस्वीकार कर दिया गया था।

अत: (c) सही उत्तर है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-4 : (b)

 

व्याख्या : भारत का संविधान सरकार की संघीय संरचना की स्थापना करता है। हालाँकि, ‘फेडरेशनशब्द का उपयोग संविधान में कहीं भी नहीं किया गया है। अत: कथन 1 सही नहीं है।

 

एक संघ में दो सरकारें यानी संघ या केंद्र सरकार और राज्य सरकार हैं।

 

इसमें संघवाद की सभी विशेषताएँ हैं जैसे- लिखित संविधान, संविधान की सर्वोच्चता, द्विस्तरीय सरकार- एक संघ स्तर पर और दूसरी राज्य स्तर पर, संघ सरकार और राज्य सरकार के बीच शक्तियों का विभाजन, स्वतंत्र न्यायपालिका, द्विसदनात्मक विधानमंडल, संविधान की कठोरता इत्यादि।

 

संविधान ने केंद्र सरकार को राज्य सरकारों की तुलना में अधिक शक्तिशाली बना दिया है। इसमें एकात्मकविशेषताएँ हैं जैसे- केंद्र सरकार द्वारा राज्यपाल की नियुक्ति, एकल संगठित न्यायपालिका, एकल नागरिकता, मज़बूत केंद्र, एकल संविधान आदि। यह इसे एक मज़बूत केंद्र वाला संघ बनाता है। इसलिये, ऐसा कहा जाता है कि भारत अर्द्ध-संघीय [quasi-federal ( तो पूरी तरह से संघीय और ही पूरी तरह से एकल)] है।

 

भारतीय संविधान एक धर्मनिरपेक्ष राज्य का प्रतीक है। इसलिये, यह किसी भी धर्म विशेष का भारतीय राज्य के आधिकारिक धर्म के रूप में समर्थन नहीं करता है। धर्मनिरपेक्षता की पश्चिमी अवधारणा, धर्म (चर्च) और राज्य (राजनीति) के बीच एक पूर्ण अलगाव का प्रतीक है। धर्मनिरपेक्षता की यह नकारात्मक अवधारणा भारतीय स्थितियों में अनुपयुक्त है, जहाँ समाज बहुधार्मिक है। इसलिये, भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्षता की सकारात्मक अवधारणा का प्रतीक है, यानी, सभी धर्मों को समान रूप से सम्मान देना या सभी धर्मों को समान रूप से संरक्षण प्रदान करना। अत: कथन 2 सही है।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-5 : (d)

 

व्याख्या : संविधान सभा की पहली बैठक का आयोजन 9 दिसंबर, 1946 को किया गया था। मुस्लिम लीग ने इस बैठक का बहिष्कार किया और पाकिस्तान के रूप में एक अलग राष्ट्र की मांग पर ज़ोर दिया। इस प्रकार बैठक में केवल 211 सदस्यों ने भाग लिया था। फ्राँसीसी प्रणाली का अनुसरण करने के बाद, सबसे बुजुर्ग सदस्य डॉ. सचिदानंद सिन्हा को संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में चुना गया। अत: (a) सही है।

 

बाद में डॉ. राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। इसी प्रकार एच.सी. मुखर्जी और वी.टी. कृष्णमाचारी संविधान सभा के उपाध्यक्ष के रूप में चुने गए।

 

1947 के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने संविधान सभा की स्थिति में निम्नलिखित तीन परिवर्तन किये:

 

  1. संविधान सभा को पूरी तरह से संप्रभु निकाय बनाया गया, जो अपने अनुसार संविधान का निर्माण कर सकती था। इस अधिनियम ने संविधान सभा को भारत के संबंध में ब्रिटिश संसद द्वारा बनाए गए किसी भी कानून को निरस्त करने या बदलने के लिये अधिकार दिया।
  2. संविधान-सभा भी विधायी निकाय बन गई।

 

  1. मुस्लिम लीग के सदस्यों को (पाकिस्तान में शामिल 7 क्षेत्रों से संबंधित) भारत की संविधान सभा से अलग कर दिया गया।

 

संविधान खंड के प्रारूप के सभी खंडों पर विचार के बाद, संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को भारत के संविधान को अपनाया और अधिनियमित किया। भारत के नए संविधान में, जो 2 साल, 11 महीने और 18 दिनों के लंबे परिश्रम के बाद सामने आया, के सूत्रपात के समय 22 भागों और 8 अनुसूचियों के अंतर्गत, 395 अनुच्छेद शामिल थे। अत: (b) सही है।

 

26 जनवरी, 1950 को संविधान के लागू होने के बाद भारत एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया। अत: (c) सही है।