अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (30-July-2020)
‘मालाबार युद्धाभ्यास' (Malabar exercise)

Posted on July 30th, 2020 | Create PDF File

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हाल ही में, भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा, इस वर्ष के अंत में, बंगाल की खाड़ी में होने वाले ‘जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका’ के साथ होने वाले त्रिपक्षीय ‘मालाबार नौसेना अभ्यास’ में ऑस्ट्रेलिया को सम्मिलित करने के विषय पर चर्चा की गयी।हालांकि, अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, परन्तु ऑस्ट्रेलिया को नौसेना अभ्यास में सम्मिलित किये जाने के संकेत मिले हैं। वर्ष 2007 के बाद पहली बार ‘क्वाड समूह’ (Quad group) के सभी सदस्य राष्ट्र संयुक्त सैन्याभ्यास में भाग लेंगे, यह प्रत्यक्ष रूप से चीन के विरुद्ध शक्ति प्रदर्शन होगा।

 

 

बीजिंग, काफी समय से भारत-प्रशांत क्षेत्र में इन लोकतांत्रिक देशों के गठबंधन का विरोध करता रहा है।चीन, इसे एशियाई-नाटो (Asian-NATO) चतुष्पक्षीय गठबंधन के रूप में देखता है, जिसका उद्देश्य चीन के उत्थान को रोकना है।इसके अतिरिक्त, वर्तमान में भारत तथा चीन संबंध तनावपूर्ण हैं, ऐसे में ‘मालाबार युद्धाभ्यास’ में ऑस्ट्रेलिया को सम्मिलित करना, चीन के विरुद्ध भारत का एक कदम माना जा सकता है।

 

चतुष्पक्षीय संगठन मे जापान, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सम्मिलित हैं।मालाबार युद्धाभ्यास का आरंभ भारत और अमेरिका के मध्य वर्ष 1992 में एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के रूप में हुआ था, वर्ष 2015 में इस अभ्यास में जापान को सामिलित किया गया और इसके पश्चात यह एक त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास बन गया।