अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (29-July-2020)
ग्रीन-एजी परियोजना (Green – Ag Project)

Posted on July 29th, 2020 | Create PDF File

hlhiuj

हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा कृषि से होने वाले उत्सर्जन को कम करने तथा संवहनीय कृषि पद्धतियों को सुनिश्चित करने हेतु मिजोरम राज्य में ग्रीन-एजी परियोजना (Green-Ag Project) की शुरुआत की गयी है।‘ग्रीन-एजी परियोजना’ को पांच राज्यों लागू किया जायेगा। मिजोरम के अतिरिक्त अन्य राज्य, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा और उत्तराखंड हैं।

 

 

ग्रीन-एजी परियोजना को वैश्विक पर्यावरण सुविधा (Global Environment Facility– GEF) द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है तथा, ‘कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग’ (Department of Agriculture, Cooperation, and Farmers’ Welfare- DAC&FW) इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय कार्यान्वयन एजेंसी है।इस परियोजना को खाद्य एवं कृषि संगठन (Food and Agricultre Organization– FAO) तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF & CC) के सहयोग से लागू किया जायेगा।इस परियोजना का उद्देश्य, भारतीय कृषि में जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन और स्थायी भूमि प्रबंधन उद्देश्यों तथा पद्धतियों को एकीकृत करना है।

 

पायलट परियोजना:

 

यह पायलट परियोजना सभी राज्यों में 31 मार्च, 2026 तक जारी रहेगी।इस परियोजना के अंतर्गत, राज्य के 35 गांवों को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा इसमें दो संरक्षित क्षेत्रों – डंपा बाघ अभयारण्य (Dampa Tiger Reserve) तथा थोरंगटलांग वन्यजीव अभयारण्य (Thorangtlang Wildlife Sanctuary) को भी सम्मिलित किया गया है।

 


ग्रीन-एजी परियोजना के लक्ष्य:

 

* पांचो भू-प्रदेशों की कम से कम 8 मिलियन हेक्टेयर (हेक्टेयर) भूमि में मिश्रित भूमि-उपयोग पद्धतियों से विभिन्न वैश्विक पर्यावरणीय लाभों को प्राप्त करना।

* कम से कम 104,070 हेक्टेयर कृषि-भूमि को सतत भूमि और जल प्रबंधन के अंतर्गत लाना।

* संवहनीय भूमि उपयोग तथा कृषि पद्धतियों के उपयोग से 49 मिलियन कार्बन डाइऑक्साइड का पृथकीकरण (CO2eq) सुनिश्चित करना।