जीव विज्ञान समसामियिकी 1 (30-July-2020)^बाथिनोमस रक्सासा (Bathynomus Raksasa)
Posted on July 30th, 2020
हाल ही में शोधकर्ताओं द्वारा हिंद महासागर में एक नई प्रजाति के जीव की खोज की गयी है। शोधकर्ताओं ने इस ‘सुपरजाएंट’ (Supergiant) जीव को समुद्री कॉकरोच (Sea Cockroach ) नाम दिया है।यह पूर्वी हिंद महासागर (इंडोनेशिया में पश्चिमी जावा के दक्षिणी तट के नजदीक) खोजी गयी पहली ‘सुपरजाएंट‘ आइसोपॉड प्रजाति है।
बाथिनोमस रक्सासा के 14 पैर होते हैं परन्तु यह जीव इन पैरों का उपयोग भोजन की तलाश में महासागरों के तल पर रेंगने के लिये करते हैंइसकी लंबाई लगभग 50 सेंटीमीटर (1.6 फीट) है, जो आइसोपोड्स के हिसाब से काफी अधिक है। आम तौर पर, आइसोपोड्स की अधिकतम लम्बाई 33 सेमी (एक फीट से कुछ अधिक) होती है।50 सेमी की लम्बाई तक पहुंचने वाले आइसोपोड्स को ‘सुपरजाएंट’ कहा जाता है।यह विशाल आइसोपोड्स केकड़ों, झींगा मछलियों और श्रिम्प (दस पैरों वाले जंतुओं के वर्ग) से संबंधित हैं, तथा प्रशांत, अटलांटिक और भारतीय महासागरों के ठंडे जल में गहराई पर पाए जाते हैं।आइसोपॉड प्रजाति का एकमात्र सदस्य जो आकार में ‘बाथिनोमस रक्सासा’ से बड़ा होता है, वह ‘बाथिनोमस गिगेंटियस’ (Bathynomus Giganteus) है जो पश्चिमी अटलांटिक महासागर के गहरे जल में पाया जाता है।
जीव विज्ञान समसामियिकी 1 (30-July-2020)बाथिनोमस रक्सासा (Bathynomus Raksasa)
हाल ही में शोधकर्ताओं द्वारा हिंद महासागर में एक नई प्रजाति के जीव की खोज की गयी है। शोधकर्ताओं ने इस ‘सुपरजाएंट’ (Supergiant) जीव को समुद्री कॉकरोच (Sea Cockroach ) नाम दिया है।यह पूर्वी हिंद महासागर (इंडोनेशिया में पश्चिमी जावा के दक्षिणी तट के नजदीक) खोजी गयी पहली ‘सुपरजाएंट‘ आइसोपॉड प्रजाति है।
बाथिनोमस रक्सासा के 14 पैर होते हैं परन्तु यह जीव इन पैरों का उपयोग भोजन की तलाश में महासागरों के तल पर रेंगने के लिये करते हैंइसकी लंबाई लगभग 50 सेंटीमीटर (1.6 फीट) है, जो आइसोपोड्स के हिसाब से काफी अधिक है। आम तौर पर, आइसोपोड्स की अधिकतम लम्बाई 33 सेमी (एक फीट से कुछ अधिक) होती है।50 सेमी की लम्बाई तक पहुंचने वाले आइसोपोड्स को ‘सुपरजाएंट’ कहा जाता है।यह विशाल आइसोपोड्स केकड़ों, झींगा मछलियों और श्रिम्प (दस पैरों वाले जंतुओं के वर्ग) से संबंधित हैं, तथा प्रशांत, अटलांटिक और भारतीय महासागरों के ठंडे जल में गहराई पर पाए जाते हैं।आइसोपॉड प्रजाति का एकमात्र सदस्य जो आकार में ‘बाथिनोमस रक्सासा’ से बड़ा होता है, वह ‘बाथिनोमस गिगेंटियस’ (Bathynomus Giganteus) है जो पश्चिमी अटलांटिक महासागर के गहरे जल में पाया जाता है।