स्वास्थ्य समसामयिकी 1 (21-Jan-2021)^ भारत की कोविड -19 वैक्सीन^(Covid-19 Vaccine of India)
Posted on January 21st, 2021
हाल ही में भारत ने अपने पड़ोसी देशों को कोविड -19 वैक्सीन की पहली खेप भेजी है।
भारत ने अपनी कोविड -19 वैक्सीन कूटनीति के तहत भूटान और मालदीव को वैक्सीन की पहली खेप भेजी है। इन वैक्सीन का निर्माण भारत में ही हुआ है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है। भारत का कहना है कि इन वैक्सीन को केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाया जाएगा, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी इनका निर्यात किया जाएगा। जिसमें पड़ोसियों को प्रथम वरीयता दी जाएगी।
भूटान और मालदीव को कोविड -19 वैक्सीन भेजने के बाद भारत जल्दी ही बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को भी इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरीशस देशों से आवश्यक विनियामक अनुमोदन(necessary regulatory approvals) मिलने के बाद भारत इन्हें भी कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति करेगा। हालांकि भारत द्वारा अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान को कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति के संबंध में अभी घोषणा नहीं की गई है। किन्तु पाकिस्तान वैश्विक गठबंधन या द्विपक्षीय व्यवस्था के माध्यम से इसे प्राप्त करने के लिए विकल्प तलाश रहा है।
भारत में कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है। जबकि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक कंपनी कर रही है। गौरतलब है कि कोविशील्ड वैक्सीन पर ऑक्सफोर्ड-एक्स्ट्राजेनेका व सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मिलकर कार्य किया है।
नेबरहुडफर्स्टनीति
भारत अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ (Neighbourhood first policy) के तहत अपने पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देता है। इस नीति के तहत सीमा क्षेत्रों के विकास, क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिविटी एवं सांस्कृतिक विकास तथा लोगों के आपसी संपर्क को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। हाल ही में भारत द्वारा पड़ोसियों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने से ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’को और बल मिला है।
स्वास्थ्य समसामयिकी 1 (21-Jan-2021) भारत की कोविड -19 वैक्सीन(Covid-19 Vaccine of India)
हाल ही में भारत ने अपने पड़ोसी देशों को कोविड -19 वैक्सीन की पहली खेप भेजी है।
भारत ने अपनी कोविड -19 वैक्सीन कूटनीति के तहत भूटान और मालदीव को वैक्सीन की पहली खेप भेजी है। इन वैक्सीन का निर्माण भारत में ही हुआ है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है। भारत का कहना है कि इन वैक्सीन को केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाया जाएगा, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी इनका निर्यात किया जाएगा। जिसमें पड़ोसियों को प्रथम वरीयता दी जाएगी।
भूटान और मालदीव को कोविड -19 वैक्सीन भेजने के बाद भारत जल्दी ही बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को भी इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरीशस देशों से आवश्यक विनियामक अनुमोदन(necessary regulatory approvals) मिलने के बाद भारत इन्हें भी कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति करेगा। हालांकि भारत द्वारा अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान को कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति के संबंध में अभी घोषणा नहीं की गई है। किन्तु पाकिस्तान वैश्विक गठबंधन या द्विपक्षीय व्यवस्था के माध्यम से इसे प्राप्त करने के लिए विकल्प तलाश रहा है।
भारत में कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है। जबकि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक कंपनी कर रही है। गौरतलब है कि कोविशील्ड वैक्सीन पर ऑक्सफोर्ड-एक्स्ट्राजेनेका व सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मिलकर कार्य किया है।
नेबरहुडफर्स्टनीति
भारत अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ (Neighbourhood first policy) के तहत अपने पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देता है। इस नीति के तहत सीमा क्षेत्रों के विकास, क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिविटी एवं सांस्कृतिक विकास तथा लोगों के आपसी संपर्क को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। हाल ही में भारत द्वारा पड़ोसियों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने से ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’को और बल मिला है।