राष्ट्रीय समसामयिकी 4 (6-Apr-2021)
बाबू जगजीवन राम
(Babu Jagjeevan Ram)

Posted on April 6th, 2021 | Create PDF File

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबू जगजीवन राम की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सामाजिक रूप से शोषित और वंचित वर्ग के उत्थान हेतु उनके प्रयास हमेशा सभी के लिये प्रेरणा का स्रोत रहेंगे।

 

सामान्यतः बाबूजी के नाम से प्रसिद्ध बाबू जगजीवन राम सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय नेता, स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक न्याय और वंचित वर्ग के पक्षधर, एक उत्कृष्ट नीतिनिर्माता और सच्चे लोकतंत्रवादी थे।

 

बाबू जगजीवन राम का जन्म 5 अप्रैल, 1908 को ब्रिटिश भारत के भोजपुर (बिहार) में हुआ था।

 

वर्ष 1928 में कलकत्ता (अब कोलकाता) के वेलिंगटन स्क्वायर में एक मज़दूर रैली के दौरान इनकी मुलाकात नेताजी सुभाष चंद्र बोस से हुई।

 

उन्होंने वर्ष 1935 में ‘अखिल भारतीय शोषित वर्ग लीग’ की नींव रखने में अहम योगदान दिया था, जो अछूतों के लिये समानता का अधिकार प्राप्त करने हेतु एक समर्पित संगठन था।

 

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के अलावा ‘बाबूजी’ ने भारतीय राजनीति में भी महत्त्वपूर्ण कार्य किया।

 

अपने पाँच दशक लंबे राजनीतिक कॅरियर में उन्होंने एक राजनीतिज्ञ के तौर पर काफी ख्याति हासिल की।