अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 3 (6-Apr-2021)
ला पेरॉस सैन्य अभ्यास
(La Perouse exercise)

Posted on April 6th, 2021 | Create PDF File

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5 से 7 अप्रैल 2021 तक 'ला पेरॉस सैन्य अभ्यास' में भारतीय नौसेना क्वाड देशों के साथ भाग ले रही है।

 

भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा (एक इंटिग्रल हेलीकॉप्टर के साथ) तथा पी 8I लॉन्ग रेंज मैरीटाइम पैट्रोल एयरक्राफ्ट के साथ आईएनएस किल्तान पहली बार बहुपक्षीय सामुद्रिक अभ्यास ला पेरॉस में भाग ले रहे हैं जिसका संचालन 5 से 7 अप्रैल 2021 तक पूर्वी हिंद महासागर(बंगाल की खाड़ी) में किया जा रहा है।

 

भारतीय नौसेना के जहाज तथा विमान फ्रांस की नौसेना (एफएन), रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (आरएएन), जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) तथा यूनाइटेट स्टेट्स नेवी (यूएसएन) के जहाजों तथा विमान के साथ समुद्र में तीन दिनों के अभ्यास में भाग ले रहे हैं।

 

उल्लेखनीय है कि इस सैन्य अभ्यास' में क्वाड के सभी सदस्य देश भाग ले रहे हैं।

 

 

ला पेरॉस अभ्यास (La Perouse exercise) :

ला पेरॉस अभ्यास, फ्रेंच नौसेना का अभ्यास है। ला पेरॉस अभ्यास, मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर के तालमेल, समन्वय और परस्पर-संचालन हेतु आयोजित किया जाता है।

 

इस अभ्यास में भारतीय नौसेना द्वारा भाग लेना मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के साथ साझा मूल्यों को प्रदर्शित करता है और समुद्र की आजादी तथा एक खुली, समावेशी भारत-प्रशांत और एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति उसकी प्रतिबद्धता सुनिश्चित करता है।

 

वर्ष 2021 के ला पेरॉस अभ्यास में सर्फेस वॉरफेयर, एंटी-एयर वॉरफेयर और एयर डिफेंस एक्सरसाइजेज, वीपन फायरिंग एक्सरसाइजेज, क्रॉस डेक फ्लाइंग ऑपरेशंस, सामरिक युद्धाभ्यास और समुद्र में फिर से ईंधन भरने जैसे नाविक कला विकास से जुड़े जटिल और उन्नत नौसेना अभ्यास देखने को मिलेगा।

 

क्वाड क्या है?

क्वाड का पूर्ण रूप क्वाड्रीलैटरल सिक्टोरिटी डायलॉग (चतुर्भुज सुरक्षा संवाद ) है।

 

यह 4 देशों भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका का बहुपक्षीय समझौता है।

 

इसका उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति की स्थापना और शक्ति का संतुलन है।

 

साल 2007 में एशिया-प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते वर्चस्व को कम करने के उद्देश्य से क्वाड का गठन किया गया था |

 

जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने क्वाड का प्रस्ताव रखा था, जिसे भारत, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया ने समर्थन दिया।

 

प्रारम्भ में यह इंडो-पैसिफिक स्तर पर काम कर रहा था ताकि समुद्री रास्तों से व्यापार आसान हो सके |

 

वर्तमान में अब ये व्यापार के साथ-साथ सैनिक बेस को मजबूती देने पर ज्यादा ध्यान दे रहा है ताकि शक्ति संतुलन बनाए रखा जा सके |

 

क्वाड के तहत प्रशांत महासागर, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में फैले विशाल नेटवर्क को जापान और भारत के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।