कला एवं संस्कृति समसामयिकी 1 (6-Apr-2021)कवि सारला दास(Poet Sarala Das)
Posted on April 6th, 2021 | Create PDF File
हाल ही में उपराष्ट्रपति ने ओडिशा के कटक ज़िले में आदिकवि सारला दास की 600वीं जयंती समारोह को संबोधित किया।
सारला दास ओडिया साहित्य (Odia literature) के महान विद्वानों में से एक थे।
वह पहले विद्वान थे जिन्होंने 15वीं शताब्दी में ओडिया भाषा में अपनी रचनाएंँ लिखी थीं।
इन्हें ओडिया भाषा के तीन प्रमुख ग्रंथों- महाभारत (Mahabharata), विलंका रामायण (Vilanka Ramayana) और चंडी पुराण (Chandi Purana) के लिये जाना जाता है।
इन्हें लक्ष्मी नारायण वचनिका की रचना हेतु भी जाना जाता है।
इन्होने ओडिशा के प्रसिद्ध गजपति राजा (1435-67 ई) कपिलेश्वर जिसे कपिलेंद्र के नाम से भी जाना जाता है, के शासनकाल में महाभारत की रचना शुरू की।
ओडिया भाषा:
इंडो-आर्यन परिवार के पूर्वी समूह में सबसे पुरानी, ओडिया भाषा की उत्पत्ति अर्धमागधी प्राकृत से हुई है।
ओडिया उन छह भाषाओं में शामिल है जिन्हें भारतीय शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है।
यह भारतीय संविधान में आधिकारिक तौर पर "अनुसूचित" भाषा है अर्थात् यह संविधान की अनुसूची 8 में शामिल भाषा है।
ओडिशा राज्य की मुख्य आधिकारिक भाषा भी है।