राष्ट्रीय समसामयिकी 2(1-November-2023)
रोहिणी नैय्यर पुरस्कार
(Rohini Nayyar Award)

Posted on November 3rd, 2023 | Create PDF File

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इंजीनियर से सामाजिक कार्यकर्ता बने दीनानाथ राजपूत को किसान उत्पादक संगठन (FPO) की स्थापना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 6,000 से अधिक आदिवासी महिलाओं के जीवन को बदलने में उनके योगदान के लिये ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान हेतु रोहिणी नैय्यर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

 

यह रोहिणी नैय्यर पुरस्कार का दूसरा संस्करण है, जिसे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और प्रशासक रोहिणी नैय्यर की स्मृति में स्थापित किया गया था, जिनका वर्ष 2021 में निधन हो गया था।

 

रोहिणी नैय्यर पुरस्कार विजेता को ₹10 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

 

किसान उत्पादक संगठन :

 

FPOs, किसान-सदस्यों द्वारा नियंत्रित स्वैच्छिक संगठन हैं, FPOs के सदस्य इसकी नीतियों के निर्माण और निर्णयन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। 

 

FPOs की सदस्यता लिंग, सामाजिक, नस्लीय, राजनीतिक या धार्मिक भेदभाव के बिना उन सभी लोगों के लिये खुली होती है जो इसकी सेवाओं का उपयोग करने में सक्षम हैं और सदस्यता की ज़िम्मेदारी को स्वीकार करने के लिये तैयार हैं।

 

FPOs के संचालक अपने किसान-सदस्यों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, प्रबंधकों एवं कर्मचारियों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करते हैं ताकि वे अपने FPOs के विकास में प्रभावी योगदान दे सकें।

 

गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कुछ अन्य राज्यों में FPOs ने उत्साहजनक परिणाम दिखाए हैं और इनके माध्यम से किसान अपनी उपज से बेहतर आय प्राप्त करने में सफल रहे हैं।

 

उदाहरण के लिये राजस्थान के पाली ज़िले में आदिवासी महिलाओं ने एक उत्पादक कंपनी का गठन किया और इसके माध्यम से उन्हें शरीफा/कस्टर्ड एप्पल के उच्च मूल्य प्राप्त हो रहे हैं।