अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(6-November-2023)^कानूनी पहचान के समाधान के लिये IOM की वैश्विक पहल^(IOM's global initiative to address legal identity)
Posted on November 7th, 2023
हाल ही में कानूनी पहचान के बिना लोगों के लिये मूल और गंतव्य देशों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने हेतु डेनमार्क के कोपेनहेगन में संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) द्वारा एक कानूनी पहचान तथा अधिकार-आधारित रिटर्न प्रबंधन सम्मेलन आयोजित किया गया।
इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि वैश्विक स्तर पर लगभग एक अरब लोगों के पास कानूनी पहचान का अभाव है, जिससे सेवाओं तक उनकी पहुँच और आवाजाही की स्वतंत्रता बाधित होती है, जिससे अधिक खतरनाक एवं अनियमित प्रवासन मार्ग बन जाते हैं।
यह पहल वर्ष 2022 में लॉन्च किये गए IOM के ग्लोबल प्रोग्राम एन्हांसिंग रीडमिशन एंड लीगल आइडेंटिटी कैपेसिटीज़ (RELICA) के ढाँचे के भीतर आयोजित की गई थी।
IOM की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी और इसका मुख्य कार्यालय ले ग्रैंड-सैकोनेक्स, स्विट्ज़रलैंड में है।
अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(6-November-2023)कानूनी पहचान के समाधान के लिये IOM की वैश्विक पहल(IOM's global initiative to address legal identity)
हाल ही में कानूनी पहचान के बिना लोगों के लिये मूल और गंतव्य देशों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने हेतु डेनमार्क के कोपेनहेगन में संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) द्वारा एक कानूनी पहचान तथा अधिकार-आधारित रिटर्न प्रबंधन सम्मेलन आयोजित किया गया।
इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि वैश्विक स्तर पर लगभग एक अरब लोगों के पास कानूनी पहचान का अभाव है, जिससे सेवाओं तक उनकी पहुँच और आवाजाही की स्वतंत्रता बाधित होती है, जिससे अधिक खतरनाक एवं अनियमित प्रवासन मार्ग बन जाते हैं।
यह पहल वर्ष 2022 में लॉन्च किये गए IOM के ग्लोबल प्रोग्राम एन्हांसिंग रीडमिशन एंड लीगल आइडेंटिटी कैपेसिटीज़ (RELICA) के ढाँचे के भीतर आयोजित की गई थी।
IOM की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी और इसका मुख्य कार्यालय ले ग्रैंड-सैकोनेक्स, स्विट्ज़रलैंड में है।