पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1(23-Jan-2023)
देश की पहली हाइड्रोजन पावर ट्रेन
(India's First Hydrogen Power Train)

Posted on January 23rd, 2023 | Create PDF File

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119 वर्ष पुराने कालका-शिमला रेल मार्ग पर देश को पहली हाइड्रोजन पावर ट्रेन का संचालन किया जाएगा।

 

वर्ष 2008 में यूनेस्को ने कालका-शिमला रेल मार्ग को वर्ल्ड हेरिटेज साईट का दर्जा प्रदान किया।

 

इस ट्रेन को चलाने की घोषणा केंद्रीय बजट में होगी।

 

कालका, बोग और शिमला में इसके हाइड्रोजन फ्यूल सेंटर भी बनाए जाएंगे।

 

इस ट्रेन का डिज़ाइन फाइनल हो चुका है।

 

ट्रेन का संचालन ‘ग्रीन फ्यूल क्लीन फ्यूल’ थीम पर आधारित होगा।

 

खास बात यह है कि इस ट्रेन में वंदे भारत जैसी तमाम अत्याधुनिक सुविधाएँ होंगी एवं ट्रेन में सात कोच होंगे।

 

स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन विकल्प के लिये हाइड्रोजन पृथ्वी पर सबसे प्रचुर तत्त्वों में से एक है।

 

ग्रीन हाइड्रोजन अक्षय ऊर्जा (जैसे सौर, पवन) का प्रमुख स्रोत है।

 

ग्रीन हाइड्रोजन जल के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा निर्मित होता है और इसमें कार्बन फुटप्रिंट कम होता है।

 

इसके तहत विद्युत द्वारा जल (H2O) को हाइड्रोजन (H) और ऑक्सीजन (O2) में विभाजित किया जाता है।

 

ज्ञातव्य है कि फ्राँस की रेल ट्रांसपोर्ट कंपनी अल्स्टोम ने विश्व की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन को वर्ष 2018 में प्रारंभ किया था।