स्वास्थ्य समसामयिकी 1 (22-Apr-2021)
कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स
(Codex Committee on Spices and Culinary Herbs)

Posted on April 22nd, 2021 | Create PDF File

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हाल ही में कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (Codex Committee on Spices and Culinary Herbs -CCSCH) का पांचवां सत्र आभासी माध्यम से शुरू हुआ है। भारत इस सत्र की मेजबानी कर रहा है।

 

कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (Codex Committee on Spices and Culinary Herbs -CCSCH) का पांचवां सत्र 20 अप्रैल को शुरू हुआ,जिसके तहत 29 अप्रैल, 2021 तक विचार – विमर्श के कई आभासी सत्र आयोजित किये जायेंगे।

 

सीसीएससीएच के इस पांचवें सत्र में 50 देशों के लगभग 300 विशेषज्ञ विचार-विमर्श में भाग ले रहे हैं।

 

सीसीएससीएच के इस पांचवें सत्र में भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की अध्यक्ष ने कोविड-19 महामारी की परिस्थिति में सुरक्षित और गुणवत्ता वाले भोजन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियामक निकायों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

 

उन्होंने खाद्य पदार्थों के रूप में उपयोग किए जाने वाले मसालों की मिलावट के खतरों का भी जिक्र किया। उनके मुताबिक, आर्थिक रूप से प्रेरित यह मिलावट एक प्रमुख अपराध है और हमें इस तरह की प्रचलनों से बचने के लिए नियामक क्षेत्र में विशेष रूप से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हमने वैश्विक व्यापार में मसालों से जुड़े उत्पादों के कोडेक्स मानकों के बीच सामंजस्य स्थापित किया है।

 

वहीं कोडेक्स एलेमेंट्रिस कमीशन (सीएसी) के अध्यक्ष ने कहा कि खाद्य सुरक्षा नियंत्रण की कमी की वजह से कई गंभीर समस्याएँ जन्म लेती हैं। इनमें खाद्य-जनित बीमारियाँ, बेरोजगारी आदि प्रमुख हैं। वैश्विक स्तर पर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ‘फार्म टू फोर्क’ दृष्टिकोण को अपनाने की जरूरत है।

 

कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (Codex Committee on Spices and Culinary Herbs -CCSCH) :

कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (CCSCH), मसालों और कुलिनरी हर्ब्स (spices and culinary herbs) से संबन्धित वैश्विक मानकों(worldwide standards) का विकास व इन्हें प्रचारित करती है ।

 

इस कमेटी का गठन वर्ष 2013 में हुआ था।

 

यह कमेटी मसालों और कुलिनरी हर्ब्स से संबन्धित मानकों के विकास हेतु विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ परामर्श भी करती है।

 

अपनी स्थापना के बाद से, कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (सीसीएससीएच), मसाले और कुलिनरी हर्ब्स के लिए सामंजस्यपूर्ण वैश्विक कोडेक्स मानकों को विकसित करने में सफल रही है। अपने पिछले चार सत्रों में इस कमिटी ने चार मसालों - काली / सफेद / हरी मिर्च, जीरा, अजवायन और लहसुन - के लिए मानकों को विकसित किया और उसे अंतिम रूप दिया है।

 

गौरतलब है कि कोडेक्स कमिटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (सीसीएससीएच) को कोडेक्स एलेमेंट्रिस कमीशन (सीएसी) के तहत स्थापित किया गया है।

 

कोडेक्स एलेमेंट्रिस आयोग (Codex Alimentarius Commission -CAC) :

कोडेक्स एलेमेंट्रिस आयोग (सीएसी) की स्थापना 1963 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा की गयी थी।

 

कोडेक्स एलेमेंट्रिस आयोग, एक अंतर-सरकारी निकाय है। यह वैश्विक स्तर पर खाद्य पदार्थों के मानकों के संदर्भ में कार्य करता है, ताकि लोगों में स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याएँ उत्पन्न ना हों।