आकाशवाणी सार (30-Apr-2020)
AIR News Gist

Posted on April 30th, 2020 | Create PDF File

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मुख्य समाचार-

* गृह मंत्रालय ने कहा कोविड 19 के विरूद्ध संघर्ष में नए दिशा-निर्देश चार मई से लागू होंगे। कई जिलों को अधिक राहत।

* विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग-यूजीसी ने पूर्णबंदी के मद्देनजर विश्‍वविद्यालयों के शैक्षिक कैलेण्‍डर और परीक्षाओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।

* वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा-भारतीय उद्योगपति और निर्यातकों को कोविड 19 के बाद विश्‍व व्‍यापार में एक बडी हिस्‍सेदारी लेनी चाहिए।

* अबुधाबी और दुबई में भारतीय मिशन ने भारतीयों की स्‍वदेश वापसी के लिए ई-पंजीकरण सेवा शुरू करने की घोषणा की।

* कई राज्‍यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने का काम जारी। जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन ने 17 हजार मजदूरों को आने-जाने की सुविधा दी, मध्‍य प्रदेश में 20 हजार मजदूर वापस लाए गए।

* ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा-मनरेगा के अन्‍तर्गत 33 हजार तीन सौ करोड रुपये मंजूर किए गए।

* जाने-माने फिल्‍म अभिनेता ऋषि कपूर का मुम्‍बई में निधन। राष्‍ट्रपति, उपराष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर गहरा दुख व्‍यक्‍त किया।

* प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने देश में और अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने की रणनीति पर गहन चर्चा के लिए बैठक की।

* स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा-कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या बढकर 25 प्रतिशत से अधिक हुई।मामलों के दोगुने होने की दर 11 दिन हुई।

* विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने कोरोना वायरस पर आज एक आपात बैठक बुलाई है।

* भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रममंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ऑटो मोबील सेक्‍टर पर कोविड-19 के प्रभाव पर चर्चा की।

समाचार विस्तार से-

* 8 गृह मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 से निपटने के नए दिशा-निर्देश 4 मई से लागू होंगे। इनमें कई जिलों में कई तरह छूट दी जाएंगी। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस बारे में ब्यौरा अगले कुछ दिनों में जारी कर दिया जाएगा। मंत्रालय ने लॉकडाउन की स्थिति पर कल व्यापक समीक्षा बैठक की। लॉकडाउन के कारण अब तक स्थिति में काफी सुधार और फायदा हुआ है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इन सुधारों का फायदा सुनिश्चित करने के लिए पूर्णबंदी के दिशा-निर्देशों का 3 मई तक सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
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* इस बीच, केन्द्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आदेश जारी किया है कि राज्‍यों में प्रवासी मजदूरों सहित विभिन्न जगहों पर फंसे लोगों के अंतर-राज्यीय आवागमन को सुगम बनाया जाए। गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि सभी लोगों के रवाना होने से पहले और गंतव्य तक पहुंचने पर उनकी चिकित्सा जांच की जानी चाहिए।


सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इन फंसे लोगों को भेजने और बुलाने के लिए नोडल अधिकारी तैनात करने तथा मानक प्रक्रिया विकसित करने को कहा गया है। नोडल अधिकारी अपने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे लोगों का पंजीकरण भी कराएंगे। ऐसे लोगों की स्‍क्रीनिंग की जाएगी और जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं दिखेंगे उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति होगी। ऐसे व्यक्तियों को समूह में ले जाने के लिए बसों का इस्तेमाल किया जायेगा। साथ ही बसों को सेनिटाइज भी किया जाएगा और सीटों पर सवारी बैठाने के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखने के नियम का भी पालन करना होगा। रास्ते में पड़ने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ऐसे व्यक्तियों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाने की अनुमति देनी होगी। अपने राज्य या केंद्र शासित प्रदेश पहुंचने पर इन व्यक्तियों को स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के आकलन के बाद घर में या अस्पताल में क्वारंटीन किया जाएगा। समय समय पर स्वास्थ्य जांच के लिए ऐसे लोगों की निगरानी की जाएगी। उन्हें आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने और इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि उन पर नजर रखी जा सके और उनकी स्वास्थ्य की स्थिति की भी जानकारी मिल सके। 
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* प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनज़र क्षेत्रीय स्थिति और अपने-अपने देशों में उठाए गए उपायों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने 15 मार्च को सार्क देशों के सम्‍मेलन में हुए समझौतों को लागू करने के लिए किए गए विशेष प्रयासों पर सहमति व्‍यक्‍त की। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने शेख हसीना को सार्क कोविड-19 आपातकालीन कोष में 15 लाख डॉलर का योगदान करने के लिए धन्‍यवाद दिया। दोनों नेताओं ने सड़क, रेल, जलमार्ग और हवाई जहाज से आवश्‍यक वस्‍तुओं की आपूर्ति पर संतोष व्‍यक्‍त किया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्‍कृतिक, भाषाई और भाईचारे के मज़बूत संबंधों की चर्चा की। श्री मोदी ने कोविड-19 के स्‍वास्‍थ्‍य और आर्थिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभाव की रोकथाम के लिए बंगलादेश को पूरा सहयोग देने का आश्‍वासन दिया। उन्‍होंने शेख हसीना और बंगलादेश की जनता को रमज़ान के पवित्र महीने के अवसर पर बधाई दी।


बंग्लादेश में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बुधवार को एक दिन में सबसे अधिक संख्या में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। इस परिस्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच हुई बातचीत सार्क देशों के बीच आपसी सहयोग की जरूरत की रेखांकित करती है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा 15 मार्च को सार्क देशों के नेताओं के साथ की गई वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद भारत के बंग्लादेश के लिए दवाईयों और कोरोना महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक अन्य जरूरी सामानों की दो खेप भिजवाई है। दोनों देशों के डॉक्टरों ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बेस्ट प्रैक्टिसेस के अनुभवों को भी साझा किया है। इनसे जाहिर होता है कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में भारत सार्क देशों के साथ मिलकर काम करने को महत्व देता है जिसमें बंग्लादेश का एक महत्वपूर्ण स्थान है। 
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* ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे रोजगार सृजन, ग्रामीण आवास और ढांचागत विकास से जुड़ी ग्रामीण विकास परियोजनाओं को सक्रियता से लागू करें। उन्होंने कहा कि राज्यों को इन योजनाओं को लागू करते समय कोविड-19 से जुड़े सभी आवश्यक उपाए करने चाहिए। श्री तोमर ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण विकास मंत्रियों के साथ बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जल शक्ति मंत्रालय और भू-संसाधन विभाग के साथ मिलकर मनरेगा के तहत जल संरक्षण, भू-जल रिचार्ज और सिंचाई कार्य पर ध्यान दिया जाना चाहिए। बैठक के दौरान उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में राज्यों के लिए 36 हजार चार सौ करोड़ रूपए की राशि जारी की जा चुकी है। श्री तोमर ने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने मनरेगा के अंतर्गत 33 हजार तीन सौ करोड़ रुपए भी मंजूर किए हैं।


मनरेगा के माध्यम से लगभग 12 करोड जॉब कार्डधारी देश भर में हैं। मनरेगा में वैकल्पिक रोजगार मिले, ये सुनिश्चित भारत सरकार हमेशा करती रही है और आज भी कर रही। पिछले दिनों मनरेगा के अंतर्गत जो मजदूरों का बकाया था वो पहले सप्ताह में ही हम लोगों ने उसका 100% भुगतान कर दिया और मनरेगा में मई-जून के महीने में काम करने में किसी प्रकार की कोताही ना हो इसके लिए 20 हजार करोड रुपए की स्वीकृति राज्यों को दे दी गई है उनके पास पैसा भेज दिया गया।


श्री तोमर ने कहा कि यह स्वीकृत राशि जून 2020 तक मनरेगा के अंतर्गत सभी खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
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* विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग-यू.जी.सी. ने कोविड-19 महामारी और देशव्‍यापी लॉकडाउन को देखते हुए विश्‍वविद्यालयों के लिए परीक्षा तथा शैक्षिक कैलेण्‍डर के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शैक्षिक वर्ष 2020-21 पुराने छात्रों के लिए एक अगस्‍त से और नए छात्रों के लिए एक सितम्‍बर से आरम्‍भ हो सकता है। बीच सेमेस्‍टर के छात्रों का मौजूदा और पिछले आंतरिक आंकलन के आधार पर मूल्‍यांकन किया जाएगा। जिन राज्‍यों में कोविड-19 की स्थिति सामान्‍य हुई है वहां जुलाई में परीक्षाएं होंगी। टर्मिनल सेमेस्‍टर के छात्रों की परीक्षाएं भी जुलाई में होंगी। प्रत्‍येक विश्‍वविद्यालय में कोविड-19 प्रकोष्‍ठ बनाया जाएगा जो छात्रों की शैक्षिक कैलेण्‍डर और परीक्षाओं से संबंधित समस्‍याओं को समाधान करेगा।
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* वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कोविड-19 के बाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बड़ा बदलाव होने जा रहा है और भारतीय उद्योगपतियों और निर्यातकों को विश्व व्यापार में एक बड़ा हिस्सा लेने की तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि एनडीए सरकार उनके प्रयासों का समर्थन करेगी और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएगी तथा विदेशों में भारतीय मिशन इस बारे में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। श्री गोयल ने कल वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश के निर्यात संवर्द्धन परिषद के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।


श्री गोयल ने कहा कि मंत्रालय ऐसे विशेष क्षेत्रों की पहचान के लिए काम कर रहा है जिसे निर्यात के लिए भविष्य में आगे ले जाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत में इस मौसम में रबी की बंपर फसल हो रही है और भंडारण केंद्रों में अनाज क्षमता से अधिक रखा जा रहा है। लेकिन कोविड-19 संकट के कारण आपूर्ति श्रृंखला में बाधा आने से कई देशों के पास गुणवत्तापूर्ण और समुचित मात्रा में अनाज उपलब्ध नहीं है। श्री गोयल ने कहा कि यह कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य वस्तुओं के निर्यात का एक अच्छा अवसर प्रतीत होता है। 

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* देश में आवश्यक वस्तुओं और चिकिस्ता आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 441 लाइफलाईन उड़ानें संचालित की गई। इनमें से 237 उड़ानें एयर इंडिया और एलायंस एयर की थीं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया है कि लाइफलाईन उड़ानें कोविड-19 के खिलाफ भारत के संघर्ष को समर्थन देने के लिए देश के दूर-दराज के इलाकों में आवश्यक चिकित्सा सामग्री ले जाने के लिए संचालित की जा रही हैं। 

 

लाइफ-लाईन उड़ानों ने चार लाख किलोमीटर से अधिक हवाई दूरी तय कर 776 टन से अधिक आवश्‍यक वस्‍तुओं और दवाओं की आपूर्ति की है। पवन हंस सहित हैलिकॉप्‍टर सेवा जम्‍मू और कश्‍मीर, लद्दाख, पूर्वोत्‍तर और द्वीप क्षेत्रों में संचालित हो रही है। जो महत्‍वपूर्ण चिकित्‍सा उपकरण और रोगियों को पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वहीं, घरेलू कार्गो ऑपरेटर स्‍पाइज जेट, ब्‍लू डार्ट और इंडिगो वाणिज्यिक आधार पर कार्गो उड़ाने संचालित कर रहे हैं। इन कार्गो में बड़ी मात्रा में चिकित्‍सा उपकरण, परीक्षण किट, मास्‍क और दस्‍ताने शामिल हैं। वहीं अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर पूर्वी एशियाई देशों के साथ दवाओं, चिकित्‍सा उपकरणों और कोविड़-19 से संबंधित राहत सामग्री लाने और ले जाने के लिए वायु मार्ग विकसित किया गया है। इसके तहत एयर इंडिया द्वारा 668 टन चिकित्‍सा सामग्री लाया गया। 

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* देश में तीन लाख 25 हजार से अधिक लोग जन औषधि सुगम मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं। जन औषधि केंद्रों तक पहुंच बनाने के लिए यह एप बहुत उपयोगी है। कोविड-19 और राष्‍ट्रव्‍यापी पूर्णबंदी के कारण जन औषधि सुगम मोबाइल एप अपने आपसपास जन औषधि केंद्र तलाश करने और सस्‍ती जेनेरिक दवाओं की उपलब्‍धता की जानकारी लेने में बड़ी मदद कर रहा है।

 

यह ऐप रसायन और उवर्रक मंत्रालय के फार्मास्‍यूटिकल्‍स विभाग के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम फार्मा ब्‍यूरो ने विकसित किया है। यह एंड्रोइड और आई-फोन प्‍लेटफार्म पर उपलब्‍ध है। इसे गूगल प्‍ले स्‍टोर और एप्‍पल स्‍टोर से नि:शुल्‍क डाउनलोड किया जा सकता है। फिलहाल, देश के 7 सौ 26 जिलों में 6 हजार 3 सौ से अधिक जन औषधि केंद्र हैं।

 

कोविड-19 से लड़ाई में सरकार प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना जैसी योजनाओं के जरिये स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल प्रणाली में महत्‍वपूर्ण सुधार कर रही है। भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत 9 सौ से अधिक उत्‍कृष्‍ट जेनेरिक दवाएं और एक सौ 54 सर्जिकल उपकरण किफायती कीमत पर उपलब्‍ध कराए जा रहे हैं।

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* भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत को सोच समझकर पूर्णबंदी हटाना चाहिए और इसे अपनी अर्थव्‍यवस्‍था को जल्‍दी ही नपे तुले तरीके से खोलना चाहिए क्‍योंकि इसके पास अपने लोगों की बहुत लम्‍बे समय तक मदद करने की क्षमता नहीं है। वे कोविड-19 के आर्थिक प्रभावों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ विचार विमर्श कर रहे थे। 

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* उत्‍तर प्रदेश में आगरा स्‍मार्ट सिटी ने जी आई एस डैश बोर्ड बनाया है जो विभिन्‍न हॉट स्‍पॉट, हीट मैप, पॉजिटिव मामले और ठीक हुए मामलों को दर्शाएगा। जीआईएस भौगोलिक सूचना प्रणाली को कहते हैं। इस डैश बोर्ड को नियमित तौर पर अपडेट किया जायेगा। 

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* असम राज्‍य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोविड-19 के खिलाफ लडाई में 14 हजार नागरिकों को प्रतिरोधी बंधु बनाया है। ये प्रतिरोधी बंधु पूरे असम में सुरक्षित दूरी सहित जागरूकता फैलाने के लिए स्‍वंयसेवक के रूप में कार्य कर रहे हैं। प्रत्‍येक स्‍वंयसेवक अपने इलाके में सौ परिवारों को जागरूक करेगा।

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* जाने-माने फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर का आज सुबह मुंबई में निधन हो गया। 67 वर्षीय ऋषि कपूर को कल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऋषि कपूर लगभग एक साल तक अमरीका में कैंसर का इलाज कराने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे।

 

बॉलीवुड का सबसे रोमांटिक चेहरा, ऋषि कपूर। अपने पिता राज कपूर की फिल्म श्री 420 में प्यार हुआ इकरार हुआ, इस गीत में बाल कलाकार के रूप में वे पहली बार फिल्म के पर्दे पर दिखाई दिए। उसके बाद "मेरा नाम जोकर" फिल्म के लिए बाल कलाकार के रूप में उन्होने अपना राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता। वर्ष 1973 में, ब्लॉकबस्टर फिल्म बॉबी के साथ, रोमांटिक हीरो के रूप में उन्होने बॉलीवूड में कदम रखा।

 

लगभग तीन दशकों तक वे बॉलीवूड के पसंदीदा रोमांटिक नायक बने रहे। "लैला मजनू", "रफू चक्कर", "कर्ज़", "चांदनी", "हीना" और "सागर" जैसी फिल्मों में रोमांटिक नायक के रूप में उनके अभिनय को काफी सराहा गया।

 

वर्ष 2008 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2011 में दो दुनी चार में अभिनय के लिए उन्होने फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड जीता, वही वर्ष 2017 में कपूर एंड संस में अपनी भूमिका के लिए, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।

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* भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भारतीय ऑटो मोबाइल उद्योग के कुछ मुख्‍य कार्यकारी अधिकारियों के साथ उद्योग पर कोविड-19 के प्रभाव पर चर्चा की। श्री जावड़ेकर ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हुई इस बैठक में महामारी के प्रभाव को कम करने के सुझाव को सुना। बैठक में ऑटो मोबाइल उद्योग को मदद देने, आजीविका और संसाधनों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

उद्योगपतियों ने ऑटो मोबाइल उद्योग की पूरी श्रृंखला को खोलने, डीलर को सहयोग करने, रोजगार, मांग को प्रोत्‍साहनदेने और वित्‍तीय सहयोग की जरूरत पर चर्चा की।

केन्‍द्रीय मंत्री ने आश्‍वासन दिया कि उनका मंत्रालय सभी सुझावों पर विचार-विमर्श करेगा और उनकी मांगों को संबद्धमंत्रालयों परिवहन, वाणिज्‍य और वित्‍त आदि के समक्ष रखेगा। श्री जावड़ेकर ने बताया कि उद्योगपतियों ने कोविड-19 से निपटने में प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व की सराहना की है।

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* देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 महामारी से एक हजार 718 व्‍यक्ति संक्रमित हुए हैं। संक्रमित व्‍यक्तियों की कुल संख्‍या अब 33 हजार 50 पर पहुंच गई है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारी ने नई दिल्‍ली में बताया कि पिछले 14 दिनों के दौरान संक्रमित व्‍यक्ति के स्‍वस्‍थ होने की दर में वृद्धि हुई है।

 

इस तरीके से अगर हम देखें तो हम पाते हैं कि हमारे देश में टोटल रिकवरी रेट प्रज़ैन्‍टली 25.19 पर्सेन्‍ट है। रिकवरी रेट के अन्‍दर हम एक प्रोग्रेसिव ट्रेन्‍ड ऑब्‍ज़र्व कर रहे हैं। जैसा कि आप लोगों को इससे पहले भी बताया है कि 24 दिन पहले का अगर रिकवरी रेट देखें तो वह 13.06 पर्सेन्‍ट था। जो कि अब बढकर 25 पर्सेन्‍ट के उपर पहुंच गया है। यह एक बहुत ही पॉजि़टिव साइन है।

 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान इस घातक वायरस से 67 लोगों की मौत हुई है और 630 लोग स्‍वस्‍थ हुए हैं। फिलहाल देश में कोरोना रोगियों के दोगुना होने की दर ग्‍यारह दिन हो गई है।

 

अगर हम देखें तो देश का डबलिंग रेट जो कि लॉकडाउन से पहले 3.4 पर था वह बढकर 11 दिन हो गया है। और कई स्‍टेट्स उस सम्‍बन्‍ध में अच्‍छा परफार्म कर रही हैं। जैसे कि हम देखें कि जो स्‍टेट देश के डबलिंग रेट से बैटर परफार्म कर रही है यानि कि वहां पर केसेज़ की डबलिंग 11 दिन से भी ज्‍यादा हो रही है, 11 से 20 दिन के बीच में देखेंतो हम देखते हैं कि दिल्‍ली में, उत्‍तर प्रदेश में, जम्‍मू-कश्‍मीर में, ओडिशा, राजस्‍थान,तमिलनाडु, पंजाब। इन स्‍टेट्स में डबलिंग रेट 11 से 20 दिन के बीच में पाया गया है।साथ ही 20 से 40 दिन का डबलिंग रेट कर्नाटका, लद्दाख, हरियाणा, उत्‍तराखंड और केरलामें देखा गया है।

 

कोविड-19 महामारी से मृत्‍युदर तीन दशमलव दो प्रतिशत है और मृतकों में 78 प्रतिशत लोग किसी अन्‍य बीमारी से भी पीडि़त हैं। अभी तक देश में आठ हजार 324 व्‍यक्ति कोविड-19 बीमारी से उबर चुके हैं जो कुल मामलों का 25 दशमलव एक नौ प्रतिशत है। फिलहाल 23 हजार 651 लोगों का इलाज चल रहा है।

 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने गैर कोविड स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा केन्‍द्र में संक्रमित या संदिग्‍ध मामलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं। ऐसे केन्‍द्रों में संक्रमण मुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं जारी रखी जा सकती हैं। हाइड्रोक्‍सी क्‍लोरोक्‍वीन के इस्‍तेमाल के विस्‍तृत दिशा-निर्देश पिछले महीने की 23 तारीख को जारी किये गये थे।

 

आई सीएम आर राज्‍यों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्‍ट किट के इस्‍तेमाल के संबंध में समन्‍वय कर रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि यह समझने की जरूरत है कि इस जांच की सीमित उपयोगिता है। पिछले पांच दिन में 49 हजार आठ सौ लोगों की जांच की गई है।

 

गृह मंत्रालय की अधिकारी ने बताया कि अंतर मंत्रालय केन्‍द्रीय दल ने हैदराबाद में बताया है कि लॉकडाउन और परस्‍पर सुरक्षित दूरी के मानकों का पालन लगभग पूरी तरह से किया जा रहा है।

 

हैदराबाद हमारी जो आईएनसीटी गई है उन्‍होंने अस्‍पतालों का, सेन्‍ट्रल ड्रग्‍स स्‍टोर, शेल्‍टरहोम्‍स, मंडी इत्‍यादि का दौरा किया। उन्‍होंने पाया कि राज्‍य के पास पर्याप्‍त मात्रा में टेस्‍ट किट्स, पीपीई किट्स इत्‍यादि उपलब्‍ध हैं। राज्‍य सरकार एक एंड टू एंड आईटी डैश बोर्ड यूज़ कर मरीज़ों की टेस्टिंग से डिस्‍चार्ज तक ट्रैकिंग कर रही है। उन्‍होंने गांधी अस्‍पताल भी विजि़ट किया जो कोविड 19 के लिये स्‍टेट मॉडल सेन्‍टर है। और यहां टीम ने पाया कि इलाज और डिस्‍चार्ज के सभी प्रोटोकॉल्‍स का अनुपालन किया जा रहा है।

 

केन्‍द्रीय दल चेन्‍नई ने कहा कि तमिलनाडु में स्‍वस्‍थ होने की दर बहुत अच्‍छी है। 57 प्रतिशत लोग स्‍वस्‍थ हो चुके हैं। आश्रय शिविरों में रह रहे प्रवासी लोग इंतजामों से संतुष्‍ट हैं।

 

अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्रालय ने कल विभिन्‍न स्‍थानों पर फंसे हुए छात्रों, प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के आवागमन को मंजूरी दे दी। लेकिन राज्‍य सरकारों को इनके आवागमन से पहले निश्चित मानकों का पालन करना होगा।

 

अंतरराज्‍य यात्रा बस से होगी और लोगों के समूह में होगी।

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* भारत ने 25 देशों को मानवीय मदद के रूप में 28 लाख हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन गोलियां उपलब्‍ध कराई हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने आज बताया कि भारत ने पैरासिटामोल की 19 लाख गोलियां भी विदेशों में दी हैं। इसके अलावा 87 देशों को हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन तथा पैरासिटामोल की गोलियां व्‍यवसायिक आधार पर भेजी जा रही हैं।

श्री श्रीवास्‍तव ने बतायाकि भारत कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए विदेशों से अनुरोध आने पर रैपिड रिपॉन्‍सटीम तेजी से तैनात कर रहा है। इसमें डॉक्‍टर, नर्स और स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी शामिल हैं।यह दल अभी मालदीव और कुवैत में तैनात किये गये हैं।

महामारी से निपटने के लिएभारत दुनियाभर में सहयोगी देशों के साथ लगातार जुड़ा हुआ है। पिछले सप्‍ताह प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति और आयरलैंड, सिंगापुर,कनाडा और बांगलादेश के प्रधानमंत्रियों से बात की थी। प्रधानमंत्री ने आज म्‍यांमार की स्‍टेट काउंसलर से भी बात की।

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* विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना वायरस की स्थिति पर आज एक आपात बैठक आयोजित करेगा। संगठन के महासचिव अधानोमघेब्रेयेसस ने ये जानकारी दी।

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशकमाइकेल रेयान ने आशा व्यक्त की है कि चर्चित दवा रेम डिसि वियर और अन्य दवाएं कोविड-19के उपचार में कारगर होंगी।

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* विभिन्‍न मंचों पर चल रहे फर्जी समाचारों को रोकने के प्रयासों के तहत हम तथ्‍यों की जांच के आधार पर आपको भ्रामक खबरों के प्रति सचेत करते हैं। सरकार ने इन दावों को खारिज किया है कि मेंथानॉल, एथनॉल और ब्‍लीच पीने से कोविड-19 का इलाज या बचाव किया जा सकता है। सूचना और प्रसारण मंत्रालयने कहा है कि ऐसा करना बेहद खतरनाक हो सकता है। मेंथानॉल, एथनॉल और ब्‍लीच जहर हैं और इनके पीने से विकलांगता और मृत्‍यु हो सकती है।

 

समाचार पत्रों की सुर्खियों से- 

* और अब एक नजर समाचार पत्रों पर डाले तो प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों और विद्यार्थियों के अपने गृहनगर में वापसी के लिए गृह मंत्रालय के नये दिशा निर्देशों को आज सभी अखबारों ने प्रमुखता से दिया है। जनसत्‍ता की सुर्खी है- अपने लोगों को ले जा सकेंगे राज्‍य। नवभारत टाइम्‍स का शीर्षक है- फंसे मजदूरों, छात्रों, टूरिस्‍टों को घर जाने की छूट मिली। अमर उजाला के अनुसार राज्य सरकारों को दी जिम्मेदारी, सभी को सड़क के रास्ते पहुंचाया जाये।


* पूर्णबंदी से चार मई से रियायतों की खबर भी सभी अखबारों में है। हिन्‍दुस्‍तान का शीर्षक है- संकेत - सोमवार से कई जिलों को लॉकडाउन में रियायत। गृहमंत्रालय की नई गाइड लाइन जल्‍द जारी होंगी। जनसत्‍ता के अनुसार पंजाब ने पूर्णबंदी दो हफ्ते बढाई, रोजाना सुबह सात बजे से चार घंटे कर्फ्यू में ढील जाएगी। पत्र ने पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी की यह मांग प्रमुखता से दी है कि मई के आखिर तक पूर्णबंदी जरूरी। नवभारत टाइम्‍स की सुर्खी है- दिल्‍ली से आवाजाही रोकने के लिए हरियाणा में बार्डर पर सड़कें खोद दी।


* दैनिक जागरण की सुर्खी है- कोरोना को थामने में सफल हो रहे कई राज्‍य। पत्र के अनुसार रेड जोन जिलों की संख्‍या 170 से घटकर 129 हुई, 297 जिले ओरेंज जोन में और 307 जिले ग्रीन जोन में। पत्र लिखता है- केरल, तमिलनाडु और हरियाणा में तेजी से स्‍वस्‍थ हो रहे मरीज।


* फिल्‍म अभिनेता इरफान खान के असमायिक निधन पर अमर उजाला का शीर्षक है- सबके मकबूल इरफान ने दुनिया को कहा अलविदा। दुर्लभ कैंसर से जंग हार गया सिनेमा का असली वॉरियर। मुंबई में सुपुर्द-ए-खाक। राष्‍ट्रीय सहारा के अनुसार तुम जैसे गए, ऐसे भी जाता नहीं कोई।


* जनसत्‍ता ने अपने व्‍यापार पृष्‍ठ पर दिया है- बाजारों में लगातार तीसरे दिन बढ़त, सूचकांक छह सौ छह अंक चढ़ा।