आकाशवाणी सार (27-Dec-2020) AIR News Gist
Posted on December 28th, 2020 | Create PDF File
मुख्य समाचार-
* गृहमंत्री अमित शाह ने कहा--पूर्वोतर क्षेत्र का विकास सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल।
* देश में कोविड से स्वस्थ होने की दर बढकर 95 दशमलव आठ-दो प्रतिशत हुई।
* कोविड महामारी के कारण वाहनों से संबंधित सभी कागजात की वैधता अवधि अगले वर्ष 31 मार्च तक बढाई गई।
समाचार विस्तार से-
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से महाराष्ट्र में संगोला से और पश्चिम बंगाल में शालीमार तक सौवीं किसान रेल को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। मार्ग में गाड़ी रूकने पर इन वस्तुओं के उतारने और लादने की अनुमति रहेगी और खेप के आकार पर कोई सीमा नहीं रहेगी। भारत सरकार ने फलों और सब्जियों के परिवहन पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी है।
पहली किसान रेल इस वर्ष सात अगस्त को देवलाली से दानापुर के लिए शुरू की गई थी, जिसे बाद में मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया था। किसानों से अच्छे परिणाम मिलने के बाद इस रेलगाड़ी को साप्ताहिक से सप्ताह में तीन दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। किसान रेल देश में कृषि उत्पादों के त्वरित परिवहन के लिए अधिक महत्वपूर्ण सिद्ध हुई है। किसान रेल जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने-ले-जाने की निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करती है।
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* गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास और स्थायी शांति के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने गुवाहाटी के अमिंगांव में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एन.डी.ए. सरकार ने हमेशा अपने शासन के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया है।
जो विकास की एक यात्रा मोदी जी के नेतृत्व में और यहां सर्बानंद और हेमंत बिस्ब सर्मा की जोड़ी ने आगे चलाई है, इसका एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, न केवल विकास, पूरे असम को एक करने के लिए, पूरे असम की जनता को जोड़ने के लिए असम को भारत के साथ जोड़ने के लिए और असम को विश्व के अंदर गुरू शंकर देव के संदेश को पहुंचाने के लिए एक बहुत बड़ा कार्यक्रम अब ये हमने किया है।
श्री शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर के कई अलगाववादी गुटों ने युवाओं को हथियार उठाने के लिए बाध्य किया लेकिन केंद्र सरकार ने सुनिश्चित किया है कि ये गुट मुख्यधारा में शामिल हों।
गृहमंत्री ने आरोप लगाया कि पहले की कांग्रेस सरकारों ने पूर्वोतर के युवाओं को उग्रवाद के रास्ते से वापस लाने के लिए कुछ नहीं किया। गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने इस क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल की। उन्होंने शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों के अंतर्गत भारत-बांग्लादेश भूमि सीमा समझौते, मणिपुर में नाकाबंदी समाप्त करने और हाल ही में संपन्न बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनावों का उल्लेख किया।
गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम ने शांति और विकास की यात्रा शुरू की है। वे मुख्य अतिथि के रूप में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और नौ विधि कॉलेजों के शिलान्यास समारोह में सम्मिलित हुए।
गृह मंत्री ने नए कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के माध्यम से मुद्दों को सुलझाने का भी आग्रह किया।
कुछ लोग कृषि सुधारों के लिए बड़ा आन्दोलन कर रहे हैं। मैं सभी को आज के मौके पर अपील करना चाहता हूँ कि आप मेन स्ट्रीम के अंदर आइये, सरकार के साथ चर्चा करिए और सरकार के साथ चर्चा कर कर समस्या का समाधान ढूंढिए।
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* मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल ने धर्म स्वातंत्र्य यानी धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक-2020 मंजूर कर लिया है। इस विधेयक के प्रावधानों के अंतर्गत किसी महिला के धर्म को जबरन परिवर्तित करने की सजा 10 वर्ष और कम से कम जुर्माना 50 हजार रुपए किया गया है। नाबालिगों, समूहों या अनुसूचित जाति और अनुसूजित जनजाति से संबंधित लोगों के धर्म परिवर्तन कराने के मामलों में भी विशेष प्रावधान किए गए हैं। प्रस्तावित अधिनियम के तहत इस प्रकार के धर्म परिवर्तन करने वालों के अभिभावकों सहित रिश्तेदार भी इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य में पुराने अधिनियम के अपर्याप्त प्रावधानों के कारण मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक 2020 को विधानसभा में पेश करने के लिए मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया है। उन्होंने कहा कि केवल धर्म परिवर्तन करने के उद्देश्य से विवाह करने को इस प्रस्तावित कानून के तहत शून्य माना जाएगा। प्रस्तावित कानून के अंतर्गत जो लोग धर्मांतरण के इच्छुक हैं, उन्हें दो महीने पहले जिला प्रशासन के समक्ष आवेदन करना होगा। नया अधिनियम मध्य प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 1968 की जगह लेगा।
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* महाराष्ट्र के जोहर और मोखाडा के जनजातीय इलाके आमतौर पर बच्चों में कुपोषण, बेरोजगारी और अशिक्षा जैसे मुद्दों के लिए जाने जाते है। इस इलाके में आमतौर पर धान और रागी जैसे अनाज की खेती होती है। लेकिन इन फसलों की जगह अब यहां के किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू करना शुरू कर दिया है। यहां के जाने माने पर्वतीय पर्यटन स्थल महाबलेश्वर के आसपास इसकी खेती होती है।
प्रायोगिक आधार पर, जव्हार और मोखाडा तालुका में लगभग 86 किसानों ने 11 एकड़ भूमि पर स्ट्रॉबेरी लगाई है, जिससे भारी लाभ हुआ है। जव्हार और मोखाडा में पलायन, बेरोजगारी और कुपोषण को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई उपाय किए गए थे। इसके अलावा, जैसा कि इन स्ट्रॉबेरी पर कोई बीमारी नहीं पाई गई है, कृषि विभाग अगले साल से इस प्रयोगात्मक खेती को वाणिज्यिक खेती में बदलने का इरादा रखता है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि स्ट्रॉबेरी की खेती से उन्हें अच्छा लाभ मिलेगा और इससे उन्हें बेरोजगारी, अशिक्षा और कुपोषण के मुद्दों पर भी काबू पाने में मदद मिलेगी।
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* विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर कतर की दो दिन की यात्रा पर जा रहे हैं। वे कतर के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल-सानि से मुलाकात करेंगे। डॉ. जयशंकर कतर के अन्य विशिष्ट गणमान्य लोगों से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री बनने के बाद डॉ. जयशंकर की यह पहली कतर यात्रा होगी।
यात्रा के दौरान वे कतर के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय मुद्दों सहित आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर भी विचार विमर्श करेंगे।
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* मध्यप्रदेश में तानसेन महोत्सव का आयोजन कोविड से बचाव के लिए जारी कड़े दिशा निर्देशों के साथ किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह में संतूर वादक पंडित सतीश व्यास को राज्य सरकार के प्रतिष्ठित तानसेन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भोपाल स्थित अभिनव कला परिषद संस्थान को राजा मानसिंह तोमर पुरस्कार दिया गया। हजीरा में तानसेन समाधि स्थल पर हरि कथा, मीलाद और शहनाई वादन जैसे मिले-जुले कार्यक्रम आयोजित किये गये। महोत्सव का समापन 30 दिसम्बर को महान संगीतज्ञ तानसेन की जन्मस्थली बेहट गांव में होगा।
प्रदेश की संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि मध्य प्रदेश सरकार सभी प्रकार की कला और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संगीत के क्षेत्र में बैजु बावरा पुरस्कार शुरू करने के लिए भी गंभीरता से विचार कर रही है। आकाशवाणी समाचार से बात करते हुए पंडित सतीश व्यास ने कहा कि वे अभिभूत हैं और इस पुरस्कार को अपने माता-पिता और गुरू पंडित शिव कुमार शर्मा को समर्पित करते हैं। जो लोग कोविड-19 के प्रतिबंधों के कारण कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश पाने में असमर्थ हैं। वे मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।