आकाशवाणी सार (15-Dec-2020)
AIR News Gist

Posted on December 15th, 2020 | Create PDF File

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मुख्य समाचार-

 

* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा-भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र सूचना तकनीक उद्योग की सफलता को दोहरा सकता है।

* केन्द्र ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।

* रेलवे ने एक लाख चालीस हजार खाली पदों को भरने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया।

* प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- सरकार किसानों के कल्‍याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी चिंताएं दूर करना जारी रखेगी।

* देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर बढकर 95 दशमलव एक-दो प्रतिशत हुई।

* ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में मुख्‍य अतिथि होंगे।

 

समाचार विस्तार से-  

 

* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने के निर्णय से सार्वजनिक - निजी साझेदारी का नया युग शुरू होगा। श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं ने दुनियाभर में प्रसिद्धि प्राप्‍त की, उसी तरह अंतरिक्ष क्षेत्र में भी करेंगी। प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष गतिवि‍धियों में भागीदारी के लिए प्रोत्‍साहित करने के उद्देश्‍य से प्रमुख उद्योगपतियों, स्‍टार्टअप्स और शिक्षाविदों के साथ कल वर्चुअल बैठक में यह बात कही। उन्‍होंने कहा क‍ि सरकार की नीतियों और निर्णय लेने की प्रक्रिया में पेशेवर दृष्टिकोण और पारदर्शिता से अंतरिक्ष क्षेत्र में शामिल होने वाली कंपनियों को लाभ होगा। उन्‍होंने प्रतिभागियों को आश्‍वासन दिया कि इस पहल में सरकार का पूरा और खुले दिल से समर्थन मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है जो इस वर्ष क्रांतिकारी सुधार साबित हुआ।

 

प्रधानमंत्री ने संचार और नैविगेशन में अंतरिक्ष क्षेत्र के महत्‍व पर भी बल दिया। श्री मोदी ने आशा व्‍यक्‍त की कि देश शीघ्र ही अंतरिक्ष परिसम्‍पत्तियों के विनिर्माण का केन्‍द्र बनेगा। रॉकेट और उपग्रह बनाने के लिए कंपनियों की योजनाओं पर ध्‍यान देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बडा बदलाव होगा जिससे देश का अंतरिक्ष क्षेत्र और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी निवेश से हाई-टेक रोजगार सृजित होंगे जो आईआईटी और एनआईटी तथा अन्य तकनीकी संस्थानों की प्रतिभाओं को अनेक अवसर उपलब्ध कराएंगे।

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* केन्द्र ने देश में व्यापक कोविड टीकाकरण अभियान के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिये हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना बना रहा है। फाइज़र, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन के उपयोग की अनुमति के लिए आवेदन किया है। कोविड-19 वैक्सीन के आपात उपयोग की सरकार से अनुमति मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। 

सबसे पहले वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मी, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की दी जाएगी। इसके बाद अन्य बीमारियों से जूझ रहे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। 50 वर्ष से अधिक उम्र के वरीयता समूह को भी विभिन्न समूहों में बांटा जा सकता है। इनमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के और 50 से 60 वर्ष के उम्र के लोगों के समूह बनाये जा सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में कुल मिलाकर 20 मंत्रालय हिस्सा लेंगे। कोविड वैक्सीन इनटेलिजेंस नेटवर्क - को-विन का उपयोग टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने के लिए किया जाएगा। टीकाकरण केन्द्र पर प्राथमिकता के अनुसार केवल पहले से पंजीकृत लाभार्थियों को ही टीका लगाया जाएगा। टीकास्थल केन्द्र पर पंजीकरण कराने की कोई व्यवस्था नहीं होगी। 50 वर्ष या अधिक उम्र की जनसंख्या की पहचान के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा। को-विन वेबसाइट पर पंजीकरण कराने के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन के दस्तावेज़ सहित 12 फोटो पहचान पत्रों में से किसी एक की जरूरत होगी। क्षेत्र में विभिन्न कोविड वैक्सीन को आपस में मिलने से बचाने के लिए राज्यों से कहा गया है कि एक जिले में केवल एक विनिर्माता की वैक्सीन ही आवंटित की जाए। दिशानिर्देशों के अनुसार राज्यों को वैक्सीन कैरियर, वैक्सीन वायल्स या आइसपैक को सीधे धूप के संपर्क में आने से बचाने के सभी उपाय करने को कहा गया है। टीका लगाते समय ही वैक्सीन के डिब्बे का ढक्कन खोला जाना चाहिए। टीका लगाने 30 मिनट तक लाभार्थी की निगरानी की जाएगी ताकि किसी दुष्प्रभाव का पता लगाया जा सके। 

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* अमरीका में अब तक का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। अमरीकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने ट्वीटर पर कोविड महामारी का पहला टीका दिये जाने की घोषणा की। खाद्य और औषधि प्रशासन - एफ.डी.ए. की अनुमति के बाद न्यूयार्क में आईसीयू की नर्स सैंड्रा लिंडसे को देश का पहला टीका लगाया गया। अमरीका में एफ.डी.ए. ने शुक्रवार को फाइजर की कोविड वैक्सीन बायोएनटेक को आपात उपयोग की अनुमति दी थी। फाइज़र इंक और उसके जर्मन सहयोगी बायोएनटेक की वैक्सीन की शिपमेंट अमरीका के सभी अस्पतालों में पहुंचनी शुरू हो गई है। ब्रिटेन सहित कई अन्य देशों में भी वैक्सीन के आपात उपयोग की स्वीकृति दी गई है जहां पिछले सप्ताह टीकाकरण शुरू हुआ।

अमरीकी टीकाकरण कार्यक्रम का उद्देश्य अगले वर्ष अप्रैल तक लगभग 10 करोड़ लोगों को कोविड का टीका लगाना है। देश में कोविड-19 महामारी से लगभग तीन लाख लोगों की मृत्यु हुई है। जो विश्व में अब तक सबसे अधिक है।

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* सिंगापुर ने फाइज़र-बायोएनटेक की नोवेल कोरोना वायरस वैक्सीन के उपयोग की स्वीकृति दे दी है। दिसंबर के आखिर तक टीकों की आपूर्ति शुरू होने की संभावना है। प्रधानमंत्री ली सियेन लूंग ने कहा कि अगले वर्ष की तीसरी तिमाही तक देश में प्रत्येक व्यक्ति के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों और देश में लंबे समय से रह रहे लोगों को निशुल्क वैक्सीन दी जाएगी। टीका लगवाना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि शुरू में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओँ, अग्रिम पंक्तियों के कर्मियों, बुजुर्गों और संवेदनशील लोगों के साथ वे स्वयं और अन्य सरकारी अधिकारी टीका लगवाएंगे।

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* भारतीय रेलवे आज से 21 रेलवे भर्ती बोर्डों के माध्यम से लगभग एक लाख 40 हजार रिक्त पदों को भरने का बड़ा अभियान शुरू कर रही है। रेल मंत्रालय के अनुसार देश भर के दो करोड़ 44 लाख से अधिक उम्मीदवार इसमें भाग लेंगे। परीक्षा का पहला चरण आज से 18 दिसंबर के बीच होगा। इसके बाद दूसरे चरण में एनटीपीसी श्रेणियों के लिए 28 दिसंबर से मार्च 2021 तक और तीसरे चरण में अप्रैल से जून तक भर्ती की जायेगी। रेलवे भर्ती बोर्ड ने कोविड महामारी के समय में बड़े पैमाने पर परीक्षा आयोजित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। प्रतिदिन दो पारियों में परीक्षा आयोजित करने के लिए सुरक्षित दूरी बनाना, मास्क पहनना और सैनिटाइज़र का उपयोग करना अनिवार्य किया गया है। अगली पारी शुरू करने से पहले परीक्षा केंद्र को सैनेटाइज किया जायेगा।

उम्मीदवारों के परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करने पर तापमान की जांच की जाएगी और निर्धारित सीमा से अधिक तापमान वाले उम्मीदवारों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस संबंध में सूचना उनके पंजीकृत ईमेल और मोबाइल नंबर पर भी भेजी जा रही है।

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* प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रोफेसर रोडम नरसिम्हा बैंगलुरू के प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। प्रोफेसर नरसिम्हा ने नेशनल एरो-स्पेस लैबोरेट्रीज के निदेशक और बैंगलुरू में जवाहर लाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केन्द्र की इंजीनियरिंग इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। हल्के लड़ाकू विमान जैसे देश के एरो-स्पेस कार्यक्रम में योगदान के लिए उन्हें 2013 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

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* कृतज्ञ राष्‍ट्र सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्‍य तिथि पर उन्‍हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा है। गुजरात के नादियाड में 31 अक्‍तूबर 1875 में जन्‍मे सरदार वल्‍लभ भाई पटेल भारत के लौह पुरूष के रूप में जाने जाते हैं। उन्‍होंने भारत के साथ पांच सौ से अधिक रजवाड़ों का विलय कराया था। सरदार पटेल ने भारत के पहले उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवा की और वे गृहमंत्री भी रहे। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि सशक्‍त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्‍लभभाई पटेल को उनकी पुण्‍यतिथि पर शत-शत नमन।

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* ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। भारत के दौरे पर आए वहां के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के भारत के निमंत्रण को स्वीकर कर लिया है।

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* राष्‍ट्रीय कामधेनु आयोग ने विश्‍वविद्यालयों और कालेजों में कामधेनु चेयर स्‍थापित करने के लिए राष्‍ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और अखिल भारतीय विश्‍वविद्यालय के सहयोग से आयोजित किया गया। आयोग के अध्‍यक्ष डॉ. वल्‍लभ भाई कथिरिया ने देशभर के कुलपति और प्रचार्यों से प्रत्‍येक विश्‍वविद्यालय और कॉलेज में कामधेनु चेयर शुरू करने की अपील की।

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* प्रधानमंत्री ने फिर कहा है कि केंद्र सरकार किसानों के कल्‍याण के लिए हमेशा वचनबद्ध है।

गुजरात के कच्छ जि़ले के धोर्डो में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए श्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करना और उन्‍हें आश्‍वस्‍त करना जारी रखेगी।


मैं अपने किसान भाई-बहनों से फिर एक बार कह रहा हूं, बार-बार दोहराता हूं कि उनकी हर शंका के समाधान के लिये सरकार चौबीसों घंटे तैयार है। किसानों का हित पहले दिन से हमारी सरकार की सर्वोच्‍च प्राथमिक्‍ताओं में से एक रहा है। खेती पर किसानों का खर्च कम हो, उन्‍हें नये-नये विकल्‍प मिलें। उनकी आय बढ़े। किसानों की मुश्किलें कम हों, इसके लिये हमने निरन्‍तर काम किया है।

 

प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी उनमें पानी के खारापन दूर करने का संयत्र, सौर और पवन ऊर्जा पर आधारित मिश्रित नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और पूरी तरह स्‍वचालित दुग्‍ध प्रसंस्‍करण तथा पैकेजिंग संयंत्र शामिल हैं।


प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि सुधारों को लेकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि कृषि संबंधी जो सुधार किए गए हैं वे वही हैं जिनकी किसान संगठन और विपक्षी पार्टियां कई वर्षों से मांग कर रहे थे।


हाल में हुए कृषि सुधारों की मांग बरसों से की जा रही थी। अनेक किसान संगठन भी पहले ही मांग करते थे कि अनाज को कहीं पर भी बेचने का विकल्‍प दिया जाये। आज जो लोग विपक्ष में बैठकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं वो भी अपनी सरकार के समय इन कृषि सुधारों के समर्थन में थे। लेकिन अपनी सरकार के रहते वो निर्णय नहीं ले पाये। किसानों को झूठे दिलासे देते रहे। आज जब देश ने यह एैतिहासिक कदम उठा लिया, तो यही लोग किसानों को भ्रमित करने में जुट गये हैं।


श्री मोदी ने कहा कि आज बदलते जमाने के अनुसार चलना और दुनिया के बेहतरीन तौर-तरीकों को अपनाना बहुत ज़रूरी हो गया है। उन्‍होंने इस संबंध में कच्‍छ के किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अब फलों का निर्यात करने लगे हैं, इससे देश के किसानों में नई बातों को अपनाने के उत्‍साह का पता चलता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि, डेयरी और मत्‍स्य क्षेत्र का पिछले दो दशकों में काफी विकास हुआ है क्‍योंकि इसमें सरकार की ओर से कोई हस्‍तक्षेप नहीं रहा है।


श्री मोदी ने कहा कि इससे किसानों और उनकी सहकारी संस्‍थाओं के सशक्तीकरण में मदद मिली है। प्रधानमंत्री ने पिछले 20 वर्षों में किसानों के फायदे की कई योजनाएं शुरू करने के लिए गुजरात सरकार की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा कि गुजरात पहला राज्‍य था जिसने सौर ऊर्जा उत्‍पादन क्षमता बढ़ाने की दिशा में पहल की।


श्री मोदी ने कहा कि आज कच्‍छ ने नई टेक्‍नोलॉजी और नए ज़माने की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने, दोनों ही में लम्‍बी छलांग लगाई है। उन्‍होंने कहा कि खावड़ा गांव के पास नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, मांडवी में समुद्र के खारे पानी को पीने योग्‍य बनाने के संयंत्र और अंजार में सरहद डेयरी के नए स्‍वचालित दुग्‍ध उत्‍पादन संयंत्र से कच्‍छ की विकास यात्रा में नया कीर्तिमान स्‍थापित होगा। इन परियोजनाओं के फायदे जनजातीय लोगों, किसानों, पशुपालकों और क्षेत्र के आम लोगों को मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि कच्‍छ देश का सबसे तेजी से विकसित हो रहा क्षेत्र है।


आज कच्‍छ देश के तेजी से विकसित होते क्षेत्रों में से एक अहम क्षेत्र बन गया है। यहां की कनैक्टिविटी दिनों-दिन बेहतर हो रही है। इस सीमावर्ती इलाके में लगातार पलायन और पहले की ओर जनसंख्‍या का हिसाब देख लीजिये, माइनस ग्रोथ होता था। और जगह की जनसंख्‍या बढ़ती थी, यहां कम होती थी। लोग चले जाते थे। और ज्‍यादातर सीमावर्ती इलाके से लोग पलायन कर जाते हैं। इसके कारण सुरक्षा के लिये भी मुश्किल पैदा होना बहुत स्‍वाभाविक था। अब जब पलायन रूका है, तो जो गांव कभी खाली हो रहे थे, उनमें रहने के लिये लोग वापिस आते जा रहे हैं। इसका बहुत बड़ा प्रभाव सकारात्‍मक प्रभाव, राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर भी पड़ा है।


प्रधानमंत्री ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि एक ज़माने में गुजरात के लोग रात के भोजन के समय बिजली मिलने की कामना करते थे। उन्‍होंने गुजरात के भीषण भूकम्‍प के बाद कच्‍छ के चहुंमुखी विकास के बारे में विश्‍वविद्यालयों और अनुसंधानकर्ताओं से अध्‍ययन करने का भी आग्रह किया।


प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में ऊर्जा और जल सुरक्षा अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण विषय होंगे। उन्‍होंने कहा कि नर्मदा का पानी कच्‍छ पहुंच चुका है और यह क्षेत्र अब लगातार प्रगति कर रहा है।


जिस तरह एैनर्जी सिक्‍योरिटी जरूरी है, उसी तरह वॉटर सिक्‍योरिटी भी महत्‍वपूर्ण है और मेरा शुरू से यह कमिटमेन्‍ट रहा है कि पानी की कमी की वजह से ना लोगों का विकास रूकना चाहिये, और ना ही किसी क्षेत्र का विकास रूकना चाहिये।


इस अवसर पर गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित थे।

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* केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि भारत में कोविड से मृत्‍यु होने की दर दुनिया में सबसे कम है। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान में भारत में मृत्‍युदर एक दशमलव चार-पांच प्रतिशत है जबकि विश्‍व में यह दो दशमलव दो-छह प्रतिशत है। श्री भूषण ने कहा कि भारत में स्‍वस्‍थ होने की दर 95 प्रतिशत को पार कर गई है। उन्‍होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण से सम्‍बन्धित कार्य की निगरानी के लिए देश में बहुस्‍तरीय प्रणाली कायम की जा चुकी है। उन्‍होंने यह भी बताया कि केंद्र और राज्‍यों के 23 मंत्रालयों और विभागों की पहचान की गई है और उन्‍हें टीकाकरण से संबंधित कार्य सौंपे गए हैं। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने कहा कि बिजली से चलने वाले और बिना बिजली वाले कोल्‍ड-चेन उपकरणों तथा उनमें सुधार के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में 29 हजार कोल्‍ड-चेन केंद्रों, 240 चलते-फिरते कूलरों, 70 चलते-फिरते फ्रीजरों, 45 हजार बर्फ वाले रेफ्रिजरेटरों, 41 हजार डीप-फ्रीजरों और तीन सौ सौर रेफ्रिजरेटरों का इस्‍तेमाल किया जाएगा।

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* भारतीय डाक और इंडिया पोस्‍ट पेमेन्‍ट्स बैंक ने आज अपने नए डिजिटल भुगतान एप--डाकपे का शुभारंभ किया।


डाकपे का शुभारंभ करते हुए संचार और सूचना टेक्‍नोलॉजी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कोविड-19 से निपटने में इंडिया पोस्‍ट पेमेंट्स बैंक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इसने बैंकिंग सुविधाओं से वंचित या बहुत कम सुविधाएं प्राप्‍त करने वालों का वित्‍तीय समावेशन और सशक्तीकरण किया है।


डाक विभाग के सचिव प्रदीप्‍त कुमार बिसोई ने कहा कि इस अभिनव एप से लोग बड़ी आसानी से पैसे का लेन-देन कर सकेंगे।


ये डाकपे इंडिया पोस्‍ट पेमेन्‍ट्स का एक नया एैप है, जिसमें कोई भी बैंक अकाउंट के साथ लिंक कर के इससे गूगलपे, फोन पे में काम जो भी होता है, इसमें डाकपे के थ्रू वो सभी काम हो सकता है। इसके साथ-साथ यह आईपीबी अकाउंट जिसके पास है, अपने जितने सारे पोस्‍टल प्रोडक्‍ट्स हैं उसमें भी वो आप खुद डिपोजि़ट कर सकते हैं। और आगे को यह डाकपे जो है हम हरएक गांव में, हरएक जगह में भी असिस्‍टेंट मोड में भी पहुंचाया जायेगा। तो इसके थ्रू, जो, जिसके पास स्‍मार्ट फोन है वो भी कर सकता है और जिसके पास स्‍मार्ट फोन नहीं है वो भी इस एैप का यूज़ कर के पैसा ट्रांस्‍फर कर सकता है या कहीं भी डिपोजि़ट कर सकता है या किसी को पेमेन्‍ट भी कर सकता है।

 


समाचार पत्रों की सुर्खियों से-

 

* किसान आंदोलन के बीच सरकार फिर वार्ता को तैयार अमर उजाला सहित सभी अखबारों में प्रमुखता से है। जनसत्‍ता ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान को दिया है- कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम का सवाल ही नहीं। कृषि कानूनों का दस संगठनों ने किया समर्थन इस खबर को भी पत्र ने साथ ही दिया है।

 

* कोविड 19 टीकाकरण के लिए केन्‍द्र के नये दिशा निर्देशों के अंतर्गत राष्‍ट्रीय सहारा ने लिखा है- हर सत्र में अधिकतम दो सौ लोगों को लगेंगे टीके। टीका लगने के बाद तीस मिनट तक निगरानी में रखा जाएगा। जनसत्‍ता लिखता है- मतदाता सूची के आधार पर लगेगा टीका।

 

* सुप्रीमकोर्ट का यह कहना कि केन्‍द्र सरकार बताये कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वायु गुणवत्‍ता प्रबंधन आयोग ने क्‍या कदम उठाये इस खबर को अमर उजाला सहित सभी अखबारों ने दिया है।

 

* जी-मेल यू-ट्यूब की सेवाएं 45 मिनट तक रही बाधित लिखता है दैनिक जागरण। पत्र के अनुसार इंटरनल स्‍टोरेज कोटा की समस्‍या के कारण आई परेशानी।

 

* हिन्‍दुस्‍तान ने प्रधानमंत्री के इस बयान को प्रमुखता से दिया है- भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में और मजबूत होगा। राजस्‍थान पत्रिका की पहली खबर है- देश के सेटेलाइट इं‍टरनेट की तैयारी स्‍पेस एक्‍स के साथ। कई खिलाड़ी मैदान में। पत्र ने इसे शीर्षक दिया है- केबल टावर छोड़ों अब हर जगह सेटेलाइट से सीधा मिलेगा इंटरनेट।

 

* हिन्‍दुस्‍तान ने ठिठुरन शीर्षक से लिखा है- सोमवार मौसम का सबसे ठंडा दिन था। उत्‍तर पश्चिम दिशा से आ रही हवाओं से तापमान में आई बड़ी गिरावट। पत्र ने इसके साथ ही लिखा है- दिल्‍ली के लोगों ने 16 दिन बाद साफ हवा में ली सांस।

 

* चार पहिया वाहन पर हाई सिक्‍योरिटी नम्‍बर प्‍लेट न होने पर आज से कटेंगे चालान दैनिक जागरण की खबर है। पत्र लिखता है- हालांकि एच एस आर पी और रंगीन स्‍टीकर के लिए आवेदन की पर्ची दिखाने वालों का चालान नहीं होगा।

 

* दैनिक ट्रिब्‍यून की खबर है- राडार से बच निकलने वाले हिमगिरि का जलावतरण। पत्र ने प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत के इस बयान को भी दिया है कि यह हिमगिरि नौसेना की रक्षा तैयारियों को और मजबूत प्रदान करेगा।