आकाशवाणी सार (14-Dec-2020)
AIR News Gist

Posted on December 14th, 2020 | Create PDF File

hlhiuj

मुख्य समाचार-

 

* धन के तत्काल लेन-देन की प्रणाली आरटीजीएस सेवा 24 घंटे कार्य करेगी।

* अंतरराष्‍ट्रीय बैंक ने नदियों की स्‍वच्‍छता और पुनरुद्धार के भारत के प्रयासों की सराहना की।

* अमरीकी सरकार ने फाइजर बायोएनटेक की कोविड-19 वैक्‍सीन के इस्‍तेमाल के बारे में सलाहकार समिति की सिफारिश स्‍वीकार की। 

 

* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्योगपतियों, स्‍टार्टअप्‍सऔर अंतरिक्ष क्षेत्र के शिक्षाविदों से बातचीत की। उन्‍होंने कहा यह सुनिश्चित करनेके प्रयास किए जा रहे हैं कि सबसे गरीबलोगों तक भी अंतरिक्ष कार्यक्रम का लाभ पहुंचे।

* रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- नए नए विचारों के साथ भारत विश्‍व का अग्रणी बनने में चीन से बहुत आगे।

* देश में कोविड से स्‍वस्‍थ होने की दर 94 दशमलवनौ-आठ प्रतिशत हुई।

 

समाचार विस्तार से-  

 

* भारतीय रिजर्व बैंक ने धन के तत्काल लेन-देन की प्रणाली- आरटीजीएस सेवा अब 24 घंटे के लिए शुरू कर दी है। आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने इस बारे में घोषणा की। रिजर्व बैंक के गर्वनर ने कहा कि भारत, आरटीजीएस प्रणाली पूरे वर्ष और 24 घंटे संचालित करने वाले कुछ गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है। आरबीआई के इस कदम का उद्देश्‍य देश में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है। इससे पहले आरटीजीएस सेवा दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर सभी कार्य दिवसों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक ग्राहकों के लिए उपलब्‍ध थी।

आरटीजीएस प्रणाली के माध्‍यम से बड़ी राशि का तत्‍काल लेन-देन किया जा सकता है। इससे न्‍यूनतम दो लाख रुपये तत्‍काल भेजे जा सकते जबकि अधिकतम राशि के लेन-देन की कोई सीमा नहीं है। वहीं दूसरी ओर, एनईएफटी के माध्‍यम से दो लाख रुपये तक की राशि का लेन-देन किया सकता है और इस लेन-देन में दो घंटे का समय लगता है।

----------
* अंतरराष्ट्रीय बैंक ने नदियों को स्‍वच्‍छ करने की दिशा में भारत के प्रयासों की सराहना की है। अंतरराष्‍ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक में जल और स्वच्छता के वरिष्‍ठ विशेषज्ञ जेवियर शॉव द ब्‍यॉशीन ने कहा कि बैंक को भारत में किए गए सभी कार्यों पर बहुत गर्व है। पांच साल पहले किसने सोचा था कि देश में पचपन करोड लोग खुले में शौच करना बंद कर देंगे। । उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दृष्टिकोण में बहुत बडा बदलाव हुआ है और बुनियादी ढांचे के विकास पर ही ध्‍यान देने के बजाय लोगों के साथ मिलकर काम करने और व्यवहार संबंधी परिवर्तन लाने पर ध्‍यान दिया जा रहा है।

राष्‍ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने अपनी टीम, स्वयंसेवकों, शिक्षाविदों और कई स्वयंसेवी संगठनों को नमामि गंगे मिशन की सफलता का श्रेय दिया, जो गंगा की सफाई के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

----------
* अमरीका में रोग नियंत्रण केन्‍द्र ने फाइजर बायो एनटेक की कोविड-19 वैक्‍सीन के उपयोग के लिए सलाहकार समिति की सिफारिश स्‍वीकार कर ली है। इसके साथ ही आज से अमरीका में इस वैक्‍सीन के उपयोग का अभियान शुरु हो जाएगा। कोरोना वायरस से अब तक अमरीका में करीब तीन लाख लोगों की मृत्‍यु हो चुकी है। फाइजर की वैक्‍सीन से भरे ट्रकों को आज समूचे अमरीका में 150 वितरण केन्‍द्रों में भेजा जाएगा। स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों और नर्सिैंग होम में रह रहे लोगों को सबसे पहले यह वैक्‍सीन दी जाएगी। अमरीका के एक अधिकारी ने बताया कि समूचे देश में टीकाकरण का लक्ष्‍य प्राप्‍त करने के लिए कई महीने साहस और हिम्‍मत के साथ काम करना होगा।

इस घोषणा के बाद पूरे देश में वैक्‍सीन की सीमित आपूर्ति के वितरण के लिए केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों, निजी कंपनियों और स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। कोविड-19 के संक्रमण और मौतों से जूझ रहे अमरीका में इस वैक्‍सीन ने एक नई आशा जगाई है।

----------

* ब्रिटेन के विदेशमंत्री डोमनिक राब चार दिन की भारत यात्रा पर हैं। दिल्‍ली में अपने प्रवास के दौरान वे कल विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे। वे पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल के साथ भी आधिकारिक बैठक करेंगे। श्री राब बृहस्‍पतिवार को बेंगलुरू जायेंगे और कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री से बातचीत करेंगे।

 

भारत और ब्रिटेन 2004 से अपनी रणनीतिक भागीदारी के अंतर्गत विभिन्‍न मुद्दों और आपसी सहयोग पर नियमित रूप से उच्‍च स्‍तरीय बातचीत करते आ रहे हैं।

----------------------------

* सरकार यह सुनिश्चित करने के प्रयास कर रही है कि देश के अंतर‍िक्ष कार्यक्रम के लाभ सबसे गरीब लोगों तक भी पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अंतरिक्ष गतिवि‍धियों में भागीदारी के लिए प्रोत्‍साहित करने के उद्देश्‍य से प्रमुख उद्योगपतियों, स्‍टार्टअप्स और शिक्षाविदों के साथ वर्चुअलमाध्‍यम से बैठक में यह बात कही। श्री मोदी ने आशा व्‍यक्‍त की कि देश शीघ्र ही अंतरिक्षपरिसम्‍पत्तियों के विनिर्माण का केन्‍द्र बनेगा। उन्‍होंने कहा कि अंतर‍िक्ष क्षेत्रमें सुधार कारोबार करना सुगम बनाने तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि इनसे प्रत्‍येक क्षेत्रऔर प्रत्‍येक चरण में सहायता भी मिल रही है। श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह सूचना प्रौद्योगिकीके क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाओं ने दुनियाभर में प्रसिद्धि प्राप्‍त की, उसी तरह अंतरिक्ष क्षेत्र में भी करेंगी।

 

केन्‍द्रीय मंत्रिमंडलने इस वर्ष जून में अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने और सभी तरह की अंतरिक्ष गतिविधियों मेंभारत के निजी क्षेत्र को भागीदारी में समर्थ बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था। भारतीय राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकार केन्‍द्र- इन स्‍पेस की स्‍थापना से प्राइवेट कंपनियों और स्‍टार्टअप को भी समान अवसर मिलेंगे।

 

प्रधानमंत्री ने कहाकि अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने के निर्णय से इस क्षेत्र में सरकारी-निजी भागीदारी कानया युग शुरू होगा। उन्‍होंने प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि इस पहल में सरकार कापूरा और खुले दिल से समर्थन मिलेगा। उन्‍होंने कहा क‍ि सरकार की नीतियों और निर्णयलेने की प्रक्रिया में पेशेवर और पारदर्शी ढंग से काम करने से अंतरिक्ष क्षेत्र मेंशामिल होने वाली कंपनियों को लाभ होगा।

 

रॉकेट और उपग्रह बनानेके लिए कंपनियों की योजनाओं पर ध्‍यान देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बडा बदलावहोगा जिससे देश का अंतरिक्ष क्षेत्र और मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने संचार और नैविगेशनमें अंतरिक्ष क्षेत्र के महत्‍व पर भी बल दिया।

 

अंतरिक्ष विभाग के सचिवऔर इसरो के चैयरमेन डॉक्‍टर के सिवन ने प्रधानमंत्री को इन-स्‍पेस से अनुमति लेने केविभिन्‍न प्रस्‍तावों और अंतरिक्ष विभाग के समर्थन की जानकारी दी। उन्‍होंने बतायाकि 25 से अधिक उद्योगों ने अंतरिक्ष गतिविधियां शुरू करने के लिए अंतरिक्ष विभाग सेसंपर्क किया है।

 

इस बैठक के दौरान प्रतिभागियोंने प्रधानमंत्री को सुधारों के बारे में सुझाव उपलब्‍ध कराए। उन्‍होंने यह सुझाव भीदिया कि बच्‍चों के लिए भी इसरो के केन्‍द्रों को खोला जाए ताकि उन्‍हें इस क्षेत्रमें कदम बढाने के लिए प्रोत्‍साहित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने इन सुझावों और अनुभवोंके लिए प्रतिभागियों को धन्‍यवाद दिया।

-------------

* रक्षामंत्री राजनाथसिंह ने आज कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा-एलएसी पर आक्रमण के लिए तैनात चीनी सेनाओं के साथ भारतीय सशस्त्र बलों ने पूरी बहादुरी दिखाई। फिक्की के वार्षिकसम्‍मेलन के समापन सत्र में वर्चुअल माध्‍यमसे रक्षामंत्री ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-पीएलए कापूरी बहादुरी के साथ मुकाबला किया और उन्हें वापस जाने पर मजबूर किया। रक्षामंत्री ने कहा कि इस वर्ष हमारी सेनाओं की उपलब्ध्यिों पर देश की आने वाली पीढ़ियां गर्व करेंगी।श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की हिमालयवर्ती सीमाओं पर अकारण आक्रमण इस बात की एहसासदिलाते हैं कि दुनिया में कैसे-कैसे बदलाव आ रहे हैं और मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौतीदी जा रही है। सत्‍ता के विस्‍तार के लिए न केवल हिमालय के आसपास बल्कि समूचे भारत-प्रशांतमें ऐसे दावे किए जा रहे है।

 

उन्होंने कहा कि इसबात पर गंभीर विचार-विमर्श हो सकता है कि कौन अधिक सैन्य ताकत का मालिक है, लेकिन जब सॉफ्ट पावर की बात आती है तो स्पष्टता की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि नए नए विचारों के साथविश्‍व का अग्रणी बनने में भारत, चीन से बहुत आगे है।

 

श्री सिंह ने कहा किभारत सीमापार आतंकवाद का शिकार रहा है, फिर भी इसने अकेले दम पर लड़ाई लड़ी और उस समय इसका समर्थनकरने वाला कोई नहीं था, लेकिन बाद में दुनिया ने इसे समझा कि पाकिस्तान के संबंध में हमारा दृष्टिकोणसही था क्‍योंकि वह आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा था।

 

उन्होंने कहा कि सरकारने कोविड -19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा किकोविड -19 के दौरान जरूरतमंद लोगों को वित्तीय सहायता और खाद्य सुरक्षा प्रदान की गईहै। आत्मनिर्भर भारत अभियान से गरीबों, कामगारों और छोटे उद्योगों को राहत दी गई है ताकि कोविड-19 के प्रभावों को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्‍तर्गतकई ऐतिहासिक नीतिगत निर्णय लिए गए हैं।

 

किसानों के संबंध मेंरक्षामंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र के खिलाफ कोई कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं है।उन्होंने कहा कि केंद्र किसानों के हित में कदम उठा रहा है और सरकार उनकी बात सुननेके लिए हमेशा तैयार है। कोविड -19 के दौरान कृषि की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंनेकहा कि इस क्षेत्र ने महामारी के दुष्प्रभावों से बचने में मदद की। श्री सिंह ने कहाकि हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं।

 

रक्षामंत्री ने कहाकि भारत विनिर्माण का केंद्र बन गया है। उन्होंने व्यापारिक समुदाय से उभरते भारत मेंनिवेश का आग्रह किया।

-------------

 

 

* विनिर्मित पदार्थों का मूल्‍य बढने से देश में नवम्‍बर में थोक मूल्‍यसूचकांक पर आधारित मुद्रास्‍फीति की दर बढकर एक दशमलव पांच पांचप्रतिशत पर पहुंच गई। सरकार की ओर से आज जारी आंकडों के अनुसार इस दौरान खाद्य पदार्थोंके दाम घट गए।

 

नवम्‍बर में खाद्य मुद्रास्‍फीति तीन दशमलव नौचार प्रतिशत दर्ज हुई जबकि अक्‍तूबर महीने में यह छह दशमलव तीन सात प्रतिशत थी। गैरखाद्य मुद्रास्‍फीति दर नवम्‍बर महीने में आठ दशमलव चार तीन प्रतिशत दर्ज हुई।

 

इस वर्ष अक्‍तूबर महीने में थोक मूल्‍य सूचकांकपर आधारित मुद्रास्‍फीति की दर एक दशमलव चार आठ प्रतिशत रही जबकि पिछले वर्ष नवम्‍बर महीने में यह शून्‍य दशमलव पांच आठ प्रतिशत दर्ज हुई थी।

 

गौरतलब है कि फरवरी महीने में इस वर्ष थोक मूल्‍यसूचकांक पर आधारित मुद्रास्‍फीति दो दशमलव दो छह प्रतिशत दर्ज हुई थी। इसके बाद से मुद्रास्‍फीति में सर्वाधिक वृद्धि नवम्‍बर महीने में हुई है।

-------------

* देश में पिछले चौबीस घंटों के दौरान कोविड के 30 हजार 605 रोगियों के ठीक होने के साथ ही स्‍वस्‍थ होने की दर बढ़कर 94 दशमलवनौ-आठ प्रतिशत हो गई है। अब तक 93 लाख88 हजार एक सौ उनसठ रोगी ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान 27 हजार 71 नयेरोगियों की पुष्टि हुई है, जिससे देश में संक्रमित लोगों की संख्‍या 98 लाख84 हजार एक सौ हो गई है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि कल 336 लोगों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्‍या एक लाख43 हजार तीन सौ 55 हो गई है। वर्तमान में कुल तीनलाख 52 हजार 586 मरीजों का उपचार चल रहाहै।

 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कहा हैकि कल आठ लाख55 हजार एक सौ सत्‍तावन नमूनों की जांच की गई।अब तक कुल 15 करोड़ 45 लाख 66 हजार नौ सौ नब्‍बे जांच की गई हैं।

-------------

 

* हम में से कई लोग कई देशों की राजधानी का नाम याद रखने में कड़ी मशक्‍कत करते हैं जबकि महाराष्‍ट्र के चन्‍द्रपुर जिले की तीन वर्षीयबालिका नियारा जैन कम से कम 45 एशियाई देशों की राजधानी के नाम आसानी से बतासकती है।

 

दो साल और नौ महीनेकी नन्ही उम्र में जब बच्चे छलांग लगाना, दौड़ना और बोलना सीख रहे होते हैं, चंद्रपुर की प्रतिभाशाली लड़की नियाराजैन लगभग 145 (एक सौ पैंतालीस) देशों की राजधानी बता सकती है. न सिर्फ इतना,नियरा को कई देशो के राष्ट्र ध्वज तथा उनकी मुद्रा का नाम भी पता हैं।करीब ३० विभिन्न वर्गों जैसे की फल, सब्जी, ग्रह, जानवर आदि के नामो का भी ज्ञान रखती है। नियाराकी उपलब्धियों को ब्रावो इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अलावा कई अन्य संस्थानोंसे भी सराहना प्राप्र्त हुई है। 

 

समाचार पत्रों की सुर्खियों से-

 

* सीमा पर चल रहे तनाव के बीच सरकार ने उठाया बड़ा कदम आज के समाचारपत्रों की सुर्खी है। हिंदुस्तान की सुर्खी है- सेना 15 दिन का गोला-बारूद रख सकेगी। पंजाब केसरी ने लिखा है- 15 दिन की जंग के लिए हथियार, गोला-बारूद स्टॉक कर रही सेना।

 

* कर्मचारी भविष्यनिधि संगठन के इसी महीने ईपीएफ खातों में आठ दशमलव पांच प्रतिशत ब्याज देने की खबर को भी समाचारपत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है।

 

* भारत ने बड़े पैमाने पर कोविड टीकाकरण की तैयारी की खबर को राष्ट्रीय सहारा ने पहले पन्ने पर जगह दी है। पत्र लिखता है- पहले और दूसरे बूस्टर खुराक के बीच अंतर 21 दिन। दैनिक भास्कर ने लिखा है- स्पूतनिक फाइव बनाने वाली कंपनी का दावा वैक्सीन दो साल तक कोरोना से बचा सकती है।