स्वास्थ्य समसामयिकी 1(2-November-2023)
दक्षिण-पूर्व एशिया हेतु WHO क्षेत्रीय समिति का 76वाँ सत्र
(76th session of the WHO Regional Committee for South-East Asia)

Posted on November 3rd, 2023 | Create PDF File

hlhiuj

नई दिल्ली में दक्षिण-पूर्व एशिया के लिये WHO क्षेत्रीय समिति के 76वें सत्र में मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन के दौरान सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने के सबसे समावेशी, न्यायसंगत एवं लागत प्रभावी तरीके के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (PHC) में निवेश पर ज़ोर दिया गया।

 

बैठक में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने की दिशा में एक प्रमुख तत्त्व के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को सुदृढ़ करने की दिशा में दिल्ली घोषणा पर हस्ताक्षर किये गए।

 

भारत सरकार के "अंत्योदय" (किसी को पीछे न छोड़ने का सिद्धांत) के दृष्टिकोण की पुष्टि करते हुए यह कहा गया था कि भारत की सुदृढ़ स्वास्थ्य प्रणाली आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य प्रणालियों को महामारी पूर्व स्तरों पर बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ "संपूर्ण सरकार" और "संपूर्ण समाज" के दृष्टिकोण पर निर्भर करती है।

 

आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (AB-HWC) के महत्त्व पर ज़ोर दिया गया जो व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के वितरण में बदलाव ला रहे हैं।

 

 

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन :

 

इसे सितंबर 2021 में प्रधानमंत्री द्वारा एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लॉन्च किया गया था।

 

इसका उद्देश्य सभी भारतीय नागरिकों को अस्पतालों, बीमा फर्मों और नागरिकों को आवश्यकता पड़ने पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुँचने में मदद करने हेतु डिजिटल स्वास्थ्य आईडी प्रदान करना है।

 

मिशन के पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2020 को लाल किले की प्राचीर से की थी।

 

यह पायलट परियोजना छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चरणबद्ध रूप में लागू की जा रही है

 

इसकी कार्यान्वयन एजेंसी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) होगी।

 

मिशन की विशेषताएँ :

 

स्वास्थ्य आईडी :

 

यह प्रत्येक नागरिक को प्रदान किया जाएगा जो उनके स्वास्थ्य खाते के रूप में भी काम करेगा। इस स्वास्थ्य खाते में प्रत्येक परीक्षण, प्रत्येक बीमारी, डॉक्टर से अपॉइंटमेंट, ली गई दवाओं और निदान का विवरण होगा। 

 

स्वास्थ्य आईडी निःशुल्क व स्वैच्छिक है। यह स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण करने में मदद करेगी और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बेहतर नियोजन, बजट तथा कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगा।

 

स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएँ और पेशेवर रजिस्ट्री :

 

कार्यक्रम के अन्य प्रमुख घटकों- हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री (HPR) और हेल्थकेयर फैसिलिटीज़ रजिस्ट्री (HFR) को निर्मित किया गया है, जिससे मेडिकल प्रोफेशनल्स तथा स्वास्थ्य अवसंरचना तक आसान इलेक्ट्रॉनिक पहुँच की अनुमति मिलती है।

 

HPR चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक दोनों प्रणालियों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले सभी स्वास्थ्य पेशेवरों का एक व्यापक डिजिटल भंडार होगा। 

 

एचएफआर डेटाबेस में देश की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का रिकॉर्ड होगा।

 

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन सैंडबॉक्स :

 

मिशन के एक हिस्से के रूप में निर्मित सैंडबॉक्स, प्रौद्योगिकी और उत्पाद परीक्षण हेतु एक रूपरेखा के रूप में कार्य करेगा जो संगठनों की मदद करेगा। इसमें राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा बनने के इच्छुक प्राइवेट प्लेयर्स शामिल होते हैं। स्वास्थ्य सूचना प्रदाता या स्वास्थ्य सूचना उपयोगकर्त्ता आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के बिल्डिंग ब्लॉक्स के साथ कुशलतापूर्वक जुड़ सकते हैं।