राष्ट्रीय समसामयिकी 2(20-Mar-2023)
ज़ोजिला दर्रा
(Zojila Pass)

Posted on March 20th, 2023 | Create PDF File

hlhiuj

सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation- BRO) ने घोषणा की है कि ग्रेटर हिमालयन रेंज में 11,650 फीट की ऊँचाई पर स्थित रणनीतिक ज़ोजिला दर्रा सर्दियों में बंद होने के बाद पुनः खोल दिया गया है।

 

इसी तरह गुरेज सेक्टर को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाले राजदान दर्रे को भी सर्दियों के कारण कुछ समय तक बंद रहने के बाद पुनः खोल दिया गया है।

 

प्रोजेक्ट बीकन और विजयक के तहत दर्रे के दोनों ओर की बर्फ हटाने का अभियान चलाया गया।

 

ज़ोजिला दर्रा का महत्त्व :  

 

ज़ोजिला लद्दाख के कारगिल ज़िले में स्थित एक उच्च पहाड़ी दर्रा है।

 

यह दर्रा लेह और श्रीनगर को जोड़ता है, साथ ही यह केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख एवं कश्मीर के बीच महत्त्वपूर्ण संपर्क मार्ग प्रदान करता है।

 

ज़ोजिला दर्रे को ‘बर्फीले तूफान के दर्रे’ के रूप में जाना जाता है।

 

ज़ोजिला दर्रा सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण बंद हो जाता है, जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर से संपर्क कट जाता है।

 

ज़ोजिला सुरंग परियोजना की शुरुआत वर्ष 2018 में की गई थी। यह सुरंग एशिया की सबसे लंबी और सामरिक द्वि-दिशात्मक सुरंग है, जो श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच पूरे वर्ष संपर्क प्रदान करेगी।

 

सीमा सड़क संगठन :

 

वर्ष 1960 में स्थापित यह संगठन सड़कों, पुलों, राजमार्गों, हवाई अड्डों, सुरंगों, इमारतों और ऐसी अन्य संरचनाओं सहित रक्षा अवसंरचना प्रदान करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।