साहित्य समसामयिकी 1 (1-June-2021)^विक्रम संपथ ने लिखी 'सावरकर: ए कॉन्टेस्टेड लिगेसी (1924-1966)' नामक पुस्तक^(Vikram Sampath wrote a book titled 'Savarkar: A Contested Legacy (1924-1966)')
Posted on June 1st, 2021
पुरस्कृत इतिहासकार और लेखक विक्रम संपत (Vikram Sampath) वीर सावरकर के जीवन और कार्यों पर पुस्तक का दूसरा और समापन खंड "सावरकर: ए कॉन्टेस्टेड लिगेसी (1924-1966) (Savarkar: A contested Legacy (1924-1966))" लिखा हैं।
पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया के प्रकाशन के तहत पुस्तक का लोकार्पण 26 जुलाई, 2021 को किया जाएगा।
पहला खंड, "सावरकर: इकोस फ्रॉम अ फॉरगॉटन पास्ट (Savarkar: Echoes from a Forgotten Past)" 2019 में जारी किया गया था और सावरकर के जीवन को 1883 में उनके जन्म से लेकर 1924 में जेल से उनकी सशर्त रिहाई तक कवर किया गया था।
दूसरा खंड विनायक दामोदर सावरकर के 1924 से 1966 तक, जिस वर्ष उनकी मृत्यु हुई, जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालेगा।
साहित्य समसामयिकी 1 (1-June-2021)विक्रम संपथ ने लिखी 'सावरकर: ए कॉन्टेस्टेड लिगेसी (1924-1966)' नामक पुस्तक(Vikram Sampath wrote a book titled 'Savarkar: A Contested Legacy (1924-1966)')
पुरस्कृत इतिहासकार और लेखक विक्रम संपत (Vikram Sampath) वीर सावरकर के जीवन और कार्यों पर पुस्तक का दूसरा और समापन खंड "सावरकर: ए कॉन्टेस्टेड लिगेसी (1924-1966) (Savarkar: A contested Legacy (1924-1966))" लिखा हैं।
पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया के प्रकाशन के तहत पुस्तक का लोकार्पण 26 जुलाई, 2021 को किया जाएगा।
पहला खंड, "सावरकर: इकोस फ्रॉम अ फॉरगॉटन पास्ट (Savarkar: Echoes from a Forgotten Past)" 2019 में जारी किया गया था और सावरकर के जीवन को 1883 में उनके जन्म से लेकर 1924 में जेल से उनकी सशर्त रिहाई तक कवर किया गया था।
दूसरा खंड विनायक दामोदर सावरकर के 1924 से 1966 तक, जिस वर्ष उनकी मृत्यु हुई, जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालेगा।