राज्य समसामयिकी 1 (31-May-2021)^केरल में ग्रामीण बुजुर्गों के लिए ‘बेल ऑफ फेथ‘^('Bell of Faith' for rural elders in Kerala)
Posted on May 31st, 2021
केरल में, गांवों में अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘धर्म-घंटी’ अर्थात ‘बेल ऑफ फेथ‘ (Bell of Faith) योजना शुरू की जाएगी।
इससे पहले, यह योजना केरल के कई शहरी परिवारों में सफलतापूर्वक लागू की चुकी है।
‘बेल ऑफ फेथ‘ योजना :
‘धर्म-घंटी’ अर्थात ‘बेल ऑफ फेथ’ योजना, केरल की ‘सामुदायिक पुलिसिंग योजना’ के तहत परिकल्पित एक सुरक्षा योजना है।
‘बेल ऑफ फेथ’, बुजुर्ग नागरिक आपात स्थिति में रिमोट से नियंत्रित अलार्म के माध्यम से ‘तेज आवाज’ का उपयोग करके अपने पड़ोसियों का ध्यान आकर्षित करने में मदद करेगी।
केरल में वर्ष 2018 से यह योजना कार्यान्वित की जा रही है।
‘बेल ऑफ फेथ’ योजना, बुजुर्गों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक भागीदारी का एक उदाहरण स्थापित करती है।
कोविड-19 महामारी के दौरान अपने स्वास्थ्य के प्रति आशंकित रहने वाले वृद्धों के लिए यह योजना बहुत सहायक हो सकती है।
राज्य समसामयिकी 1 (31-May-2021)केरल में ग्रामीण बुजुर्गों के लिए ‘बेल ऑफ फेथ‘('Bell of Faith' for rural elders in Kerala)
केरल में, गांवों में अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘धर्म-घंटी’ अर्थात ‘बेल ऑफ फेथ‘ (Bell of Faith) योजना शुरू की जाएगी।
इससे पहले, यह योजना केरल के कई शहरी परिवारों में सफलतापूर्वक लागू की चुकी है।
‘बेल ऑफ फेथ‘ योजना :
‘धर्म-घंटी’ अर्थात ‘बेल ऑफ फेथ’ योजना, केरल की ‘सामुदायिक पुलिसिंग योजना’ के तहत परिकल्पित एक सुरक्षा योजना है।
‘बेल ऑफ फेथ’, बुजुर्ग नागरिक आपात स्थिति में रिमोट से नियंत्रित अलार्म के माध्यम से ‘तेज आवाज’ का उपयोग करके अपने पड़ोसियों का ध्यान आकर्षित करने में मदद करेगी।
केरल में वर्ष 2018 से यह योजना कार्यान्वित की जा रही है।
‘बेल ऑफ फेथ’ योजना, बुजुर्गों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक भागीदारी का एक उदाहरण स्थापित करती है।
कोविड-19 महामारी के दौरान अपने स्वास्थ्य के प्रति आशंकित रहने वाले वृद्धों के लिए यह योजना बहुत सहायक हो सकती है।