अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (7-Sept-2020)^‘शंघाई सहयोग संगठन’ (Shanghai Cooperation Organisation– SCO)
Posted on September 7th, 2020
रूस में ‘शंघाई सहयोग संगठन’ (Shanghai Cooperation Organisation– SCO) के रक्षा मंत्रियों तथा विदेश मंत्रियों की बैठकें आयोजित की गयीं है।
SCO एक स्थायी अंतर सरकारी संगठन है।SCO के गठन की घोषणा 15 जून 2001 को शंघाई (चीन) में कजाकिस्तान गणराज्य, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, किर्गिस्तान गणराज्य, रूसी संघ, ताजिकिस्तान गणराज्य और उजबेकिस्तान गणराज्य द्वारा की गयी थी।SCO का पूर्ववर्ती संगठन ‘शंघाई-5’ था, जिसमे ‘कज़ाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान’ पांच सदस्य थे।जून 2002 में, SCO राष्ट्राध्यक्षों के सम्मलेन के दौरान, सेंट पीट्सबर्ग में, शंघाई सहयोग संगठन चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए, तथा यह 19 सितंबर 2003 को लागू हुआ।SCO की आधिकारिक भाषाएं रूसी और चीनी हैं।
SCO के प्रमुख लक्ष्य सदस्य देशों के मध्य परस्पर विश्वास तथा सद्भाव को मज़बूत करना; राजनैतिक, व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, अनुसंधान व प्रौद्योगिकी तथा संस्कृति के साथ-साथ शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण, इत्यादि में क्षेत्रों में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना; क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखना तथा सुनिश्चिता प्रदान करने हेतु संयुक्त प्रयास करना; तथा एक लोकतांत्रिक, निष्पक्ष एवं तर्कसंगत नव-अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करना हैं।
वर्तमान में: SCO में आठ सदस्य देश सम्मिलित हैं: कज़ाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान।शंघाई सहयोग संगठन के चार पर्यवेक्षक देश: अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया।SCO के छह वार्ता साझेदार देश: अज़रबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका।
अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (7-Sept-2020)‘शंघाई सहयोग संगठन’ (Shanghai Cooperation Organisation– SCO)
रूस में ‘शंघाई सहयोग संगठन’ (Shanghai Cooperation Organisation– SCO) के रक्षा मंत्रियों तथा विदेश मंत्रियों की बैठकें आयोजित की गयीं है।
SCO एक स्थायी अंतर सरकारी संगठन है।SCO के गठन की घोषणा 15 जून 2001 को शंघाई (चीन) में कजाकिस्तान गणराज्य, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, किर्गिस्तान गणराज्य, रूसी संघ, ताजिकिस्तान गणराज्य और उजबेकिस्तान गणराज्य द्वारा की गयी थी।SCO का पूर्ववर्ती संगठन ‘शंघाई-5’ था, जिसमे ‘कज़ाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान’ पांच सदस्य थे।जून 2002 में, SCO राष्ट्राध्यक्षों के सम्मलेन के दौरान, सेंट पीट्सबर्ग में, शंघाई सहयोग संगठन चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए, तथा यह 19 सितंबर 2003 को लागू हुआ।SCO की आधिकारिक भाषाएं रूसी और चीनी हैं।
SCO के प्रमुख लक्ष्य सदस्य देशों के मध्य परस्पर विश्वास तथा सद्भाव को मज़बूत करना; राजनैतिक, व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, अनुसंधान व प्रौद्योगिकी तथा संस्कृति के साथ-साथ शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण, इत्यादि में क्षेत्रों में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना; क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखना तथा सुनिश्चिता प्रदान करने हेतु संयुक्त प्रयास करना; तथा एक लोकतांत्रिक, निष्पक्ष एवं तर्कसंगत नव-अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करना हैं।
वर्तमान में: SCO में आठ सदस्य देश सम्मिलित हैं: कज़ाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान।शंघाई सहयोग संगठन के चार पर्यवेक्षक देश: अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया।SCO के छह वार्ता साझेदार देश: अज़रबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका।