व्यक्ति विशेष समसामयिकी 1 (27-January-2022)आर. नागास्वामी(R. Nagaswamy)
Posted on January 27th, 2022 | Create PDF File
पुरातत्व विभाग के पहले निदेशक आर. नागास्वामी का 23 जनवरी, 2022 को उम्र संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया।
वह 92 वर्ष के थे।
पुरातत्व, वास्तुकला, पुरालेख, मुद्राशास्त्र, प्रतिमा विज्ञान, दक्षिण भारतीय कांस्य और मंदिर अनुष्ठानों से संबंधित नागास्वामी ने COVID-19 महामारी के दौरान तमिलनाडु में मंदिरों को बंद करने के विचार का समर्थन किया था।
नागास्वामी का जन्म इरोड ज़िले के कोडुमुडी में हुआ था।
उन्हें तमिल और संस्कृत का गहरा ज्ञान था।
उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से संस्कृत में एमए की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से भारतीय कला विषय पर पी.एच.डी. की।
विभिन्न क्षमताओं के साथ पुरातत्व विभाग की सेवा करने के बाद वह वर्ष 1966 में इसके निदेशक बने और वर्ष 1988 में अपनी सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहे।
उन्होंने वर्ष 1983 में एक किताब ‘मास्टरपीस ऑफ अर्ली साउथ इंडियन ब्रोंजेस’ लिखी और विश्व शास्त्रीय तमिल सम्मेलन को चिह्नित करने के लिये तमिलनाडु सरकार हेतु एक पुस्तक का संकलन किया।
उनकी अन्य महत्त्वपूर्ण पुस्तकें माम्मलपुरम से संबंधित हैं, जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, उत्तरमेरुर और गंगईकोंडचोलपुरम द्वारा प्रकाशित हैं।
उन्होंने तमिल में भी किताबें प्रकाशित की थीं।