राष्ट्रीय समसामयिकी 2(29-Sept-2022)
पोषण वाटिकाएं
(Poshan Vatikanen)

Posted on September 29th, 2022 | Create PDF File

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फल, सब्जियां, औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों तक आसान और सस्ती पहुंच प्रदान करने के लिए देश भर में ‘पोषण वाटिका’ या ‘पोषक उद्यान’ (Nutri-gardens) स्थापित किए जा रहे हैं।

 

महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयुष मंत्रालय के साथ चलाए गए कार्यक्रमों के अंतर्गत 4.37 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों ने पोषण वाटिकाओं की स्थापना की है।

 

इसके अतिरिक्त अब तक 6 राज्यों के कुछ चयनित जिलों में औषधीय पौधे लगाए गए हैं।

 

पोषण वाटिका’ :

 

‘पोषण वाटिका’ (न्यूट्री-गार्डन) किचन गार्डन का एक उन्नत रूप है जिसमें फल और सब्जियां भोजन और आय के स्रोत के रूप में उगाई जाती हैं।

 

पोषण अभियान के तहत सही प्रकार का पोषण प्रदान करने के लिए पोषण वाटिका या न्यूट्री-गार्डन स्थापित किए जा रहे हैं।

 

यह महिलाओं और बच्चों को स्थानीय रूप से उत्पादित फलों, सब्जियों, औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों तक आसान और सस्ती पहुंच प्रदान करेगा।

 

लाभ :

 

पोषण वाटिकाएं स्थानीय फलों और सब्जियों के माध्यम से महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व प्रदान करके पोषाहार विविधता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

 

यह स्थानीय रूप से उपलब्ध थोक उत्पाद को लाभ प्रदान करके के अतिरिक्त बाहरी निर्भरता पर कमी लाएंगी और पोषणाहार संबंधी सुरक्षा के लिए समुदायों को आत्मनिर्भर बनाएंगी।

 

पोषण अभियान :

 

2018 में शुरू किए गए ‘पोषण अभियान’ (POSHAN Abhiyaan) का उद्देश्य बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषाहार परिणामों में सुधार लाना है।

 

यह अभियान मिशन पोषण 2.0 का मुख्य घटक है जिसका उद्देश्य बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की समस्याओं का समाधान पौष्टिक तत्वों में रणनीतिक परिवर्तन लाकर करना है।

 

यह मिशन पोषण 2.0 का हिस्सा है

 

पोषण माह :

 

पोषण माह (Poshan Maah), 2022 में सितंबर माह के दौरान मनाया गया।

 

इसके अंतर्गत पूरे देश में बड़े पैमाने पर बैकयार्ड पोल्ट्री/मछली पालन इकाइयों के साथ मल्टी-गार्डेंस या रेट्रो फिटिंग पोषण वाटिकाएं स्थापित करने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

 

नोडल मंत्रालय : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय