राष्ट्रीय समसामियिकी 4 (27-Feb-2019)
हेपेटाइटिस के उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय कार्य योजना
(National Action Plan for the Elimination of Hepatitis)

Posted on February 28th, 2019 | Create PDF File

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देश में वायरल हेपेटाइटिस के उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय कार्य योजना की शुरुआत की गई है। इसकी शुरुआत मुंबई में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अमिताभ बच्चन के साथ की।अमिताभ बच्चन हेपेटाइटिस के लिये WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सद्भावना दूत हैं।

 

हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने और 2030 तक (वर्ष 2015 आधार रेखा की तुलना के साथ नए संक्रमण में 90 प्रतिशत और मृत्यु दर में 65 प्रतिशत तक कमी करके) वैश्विक उन्मूलन के लक्ष्य प्राप्ति हेतु व्यक्तियों, भागीदारों और जनता द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिये प्रतिवर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस आयोजित किया जाता है।

 

वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2017 के अनुसार, वायरल हेपेटाइटिस-बी और ‘सी’ प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जो वैश्विक स्तर पर 325 मिलियन लोगों को प्रभावित करती है तथा इससे प्रतिवर्ष 1.34 मिलियन लोगों की मृत्यु हो जाती है।

 

हेपेटाइटिस लिवर में सूजन का एक प्रकार है।हेपेटाइटिस वायरस, हेपेटाइटिस होने का सबसे बड़ा कारण होता है। लेकिन इसके साथ ही अल्‍कोहल और कुछ विषैली दवायें तथा ऑटोइम्‍यून डिजीज के कारण भी यह बीमारी हो सकती है।

 

कितने प्रकार का होता है हेपेटाइटिस

 

हेपेटाइटिस के पांच मुख्‍य वायरस होते हैं। ए, बी, सी, डी और ई। ये पांच वायरस बहुत खतरनाक होते हैं। ये बीमार तो करते ही हैं साथ ही इनके कारण बड़ी संख्‍या में मरीजों की मौत भी होती है। इतना ही नहीं यह वायरस फैलकर महामारी का रूप भी ले लेते हैं। हेपेटाइटिस बी और सी सैकड़ों-हजारों लोगों में गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं। इतना ही नहीं दोनों मिलकर सिरोसिस और लीवर कैंसर के कारण बनते हैं।

 

कैसे फैलता है हेपेटाइटिस


हेपेटाइटिस ए और ई आमतौर पर दूषित पानी और भोजन के सेवन से होता है। हेपेटाइटिस बी, सी, और डी आमतौर पर संक्रमित व्‍यक्ति के मूत्र, रक्‍त अथवा अन्‍य द्रव्‍य पदार्थों के संपर्क में आने से होता है। संक्रमित रक्‍त अथवा रक्‍त उत्‍पाद, अथवा दूषित सुई अथवा अन्‍य संक्रमित चिकित्‍सीय उत्‍पादों के प्रयोग से होता है। और हेपेटाइटिस बी संक्रमित मां से होने वाले बच्‍चे को फैलता है। परिजनों से बच्‍चे को भी यह बीमारी हो सकती है। इसके अलावा शारीरिक संसर्ग से भी हेपेटाइटिस बी का वायरस फैलता है।

 

क्‍या होते हैं लक्षण

 

तीव्र संक्रमण में बहुत सीमित अथवा न के बराबर लक्षण नजर आते हैं। इसमें पीलिया, गहरे रंग का पेशाब, अत्‍यधिक थकान, नौजिया, उल्‍टी और पेट में दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं।