विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामियिकी 1 (6-Mar-2019)
लंदन पेशेंट (London patient)

Posted on March 6th, 2019 | Create PDF File

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हाल ही में HIV से पीड़ित एक व्यक्ति का लंदन में इलाज किया गया है, जिसे लंदन पेशेंट कहा जा रहा है।यह मरीज़ अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण (Bone Marrow Transplant) के बाद HIV वायरस से मुक्त होने वाला दूसरा व्यक्ति बन गया है।

 


मरीज़ को CCR5-डेल्टा 32 तकनीक की मदद से ठीक किया गया है। CCR5-डेल्टा 32 तकनीक होमोज़ीगोस दाता कोशिकाओं से युक्त स्टेम सेल प्रत्यारोपण पर आधारित है।

 


बर्लिन पेशेंट-

 

टिमोथी रे ब्राउन को HIV से छुटकारा पाने वाला पहला व्यक्ति माना जाता है।

 


टिमोथी का इलाज बर्लिन में किया गया था और उसकी पहचान छुपाने हेतु ‘द बर्लिन पेशेंट’ कहा गया था।

 

लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक और एड्स वायरस पर शोध कर रहे डॉक्‍टरों ने आगाह किया है कि अभी यह कहना गलत है कि एड्स का इलाज खोज लिया गया है। हां यह जरूर है कि इस घटना से एड्स के वायरस का इलाज खोजने की दिशा में जरूरी प्रेरणा मिली है।

 

1987 में एड्स के पहले मामले के बाद अबतक करीब 3.5 करोड़ लोग एड्स की वजह से अपनी जान गवां चुके हैं। UNAIDS के मुताबिक, 2017 में दुनिया भर में एड्स के करीब 3.7 करोड़ मरीज थे। इन मरीजों में से करीब 18 लाख 15 साल से कम उम्र के बच्‍चे हैं जो अफ्रीकी महाद्वीप के उप सहारा इलाके में रहते हैं। अकेले भारत में ही 2015 में 21 लाख लोगों को एड्स था।