व्यक्ति विशेष समसामयिकी 1 (28-Jan-2021)
लाला लाजपत राय (Lala Lajpat Rai)

Posted on January 28th, 2021 | Create PDF File

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महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय जी को उनकी जयंती पर याद किया गया।लाला लाजपत राय को स्वदेशी आंदोलन के दौरान उनकी भूमिका तथा शिक्षा क्षेत्र में किए गए योगदानों के लिए याद किया जाता है।वे दयानंद सरस्वती के अनुयायी थे और समाज के प्रमुख नेताओं में से थे।उन्होंने ‘पंजाब नेशनल बैंक’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वर्ष 1885 में इन्होने लाहौर में दयानंद एंग्लो-वैदिक स्कूल की स्थापना की और जीवन भर एक प्रतिबद्ध शिक्षाविद रहे।लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, और बिपिन चंद्र पाल (लाल-बाल-पाल) ने 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विवादास्पद विभाजन के बाद स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग और जन आंदोलन का जोरदार समर्थन किया।

 


वर्ष 1917 मेंलाला लाजपत राय ने न्यूयॉर्क शहर में इंडियन होम रूल लीग ऑफ अमेरिका की स्थापना की।वर्ष 1920 में इनके लिए कोलकाता में हुए विशेष सत्र के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया। इसी अधिवेशन में महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन का शुभारंभ हुआ था।वर्ष 1928 में साइमन कमीशन के खिलाफ एक विरोध रैली के दौरान पुलिस के हमले में घायल होने से इस महान देशभक्त की लाहौर में मृत्यु हो गई।इनकी महत्वपूर्ण रचनाओं में शामिल हैं: ‘द आर्य समाज’, ‘यंग इंडिया’, ‘ भारत का इंग्लैंड पर कर्ज ‘, ‘जापान का विकास’, ‘इंडियाज विल टू फ्रीडम’, ‘भगवद् गीता का संदेश’, ‘भारत का राजनीतिक भविष्य”, ‘भारत में राष्ट्रीय शिक्षा की समस्या’, ‘द डिप्रेस्ड ग्लासेस’, और यात्रा वृत्तांत ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका’।