आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (Infrastructure Investment Trust– InvIT) के माध्यम से विद्युत मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की परिसंपत्तियों के मौद्रिकरण को मंजूरी प्रदान की गयी है।यह पहली बार है जब विद्युत क्षेत्र में कोई सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU) अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (InvITmodel) के माध्यम से अपनी परिसंपत्तियों का मौद्रिकरण करके और नए व निर्माणाधीन पूंजीगत परियोजनाओं को निधि देने के लिए आय का उपयोग करके परिसंपत्ति रीसाइक्लिंग का कार्य करेगा।
अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (InvITmodel) एक म्यूचुअल फंड की भांति एक सामूहिक निवेश योजना है, जो अवसंरचना परियोजनाओं में निजी और संस्थागत निवेशकों से प्राप्त होने वाले धन का प्रत्यक्ष निवेश करके लाभ अर्जित करने में सक्षम बनाती है।सेबी (इंफ़्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स) विनियम, 2014 द्वारा InvITs को विनियमित किया जाता है।
पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी है।इसका व्यावसायिक संचालन वर्ष 1992-93 में शुरू हुआ था और आज, एक महारत्न कंपनी बन चुकी है जो बिजली पारेषण के व्यवसाय में लगी हुई है।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (Infrastructure Investment Trust– InvIT) के माध्यम से विद्युत मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की परिसंपत्तियों के मौद्रिकरण को मंजूरी प्रदान की गयी है।यह पहली बार है जब विद्युत क्षेत्र में कोई सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU) अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (InvITmodel) के माध्यम से अपनी परिसंपत्तियों का मौद्रिकरण करके और नए व निर्माणाधीन पूंजीगत परियोजनाओं को निधि देने के लिए आय का उपयोग करके परिसंपत्ति रीसाइक्लिंग का कार्य करेगा।
अवसरंचना निवेश न्यास मॉडल (InvITmodel) एक म्यूचुअल फंड की भांति एक सामूहिक निवेश योजना है, जो अवसंरचना परियोजनाओं में निजी और संस्थागत निवेशकों से प्राप्त होने वाले धन का प्रत्यक्ष निवेश करके लाभ अर्जित करने में सक्षम बनाती है।सेबी (इंफ़्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स) विनियम, 2014 द्वारा InvITs को विनियमित किया जाता है।
पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी है।इसका व्यावसायिक संचालन वर्ष 1992-93 में शुरू हुआ था और आज, एक महारत्न कंपनी बन चुकी है जो बिजली पारेषण के व्यवसाय में लगी हुई है।