पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 2 (20-Apr-2021)^इंडियन जंपिंग आंट^(Indian jumping ant)
Posted on April 20th, 2021
हाल ही में वैज्ञानिकों ने पाया है कि ‘इंडियन जंपिंग आंट’ अपने शरीर को प्रजनन के लिये तैयार करने हेतु अपने मस्तिष्क को लगभग 20 प्रतिशत तक कम कर सकती है, और प्रजनन के बाद हफ्तों के भीतर अपने मस्तिष्क के आकार को पुनः बढ़ा सकती है।
मधुमक्खियों समेत कुछ अन्य कीटों में केवल अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है, किंतु ‘इंडियन जंपिंग आंट’ ऐसे पहले कीट हैं जिनमें अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने के साथ-साथ घटाने की भी क्षमता है।
भारत के मैदानी इलाकों में पाई जाने वाली ‘इंडियन जंपिंग आंट’ (वैज्ञानिक नाम: हार्पेग्नाथोस सॉल्टेटर) एक बड़ी आँखों वाली चींटी होती है, जिसमें तकरीबन चार इंच तक कूदने/ छलांग लगाने की अद्भुत क्षमता होती है, साथ ही इसमें अपने आकार से दोगुने आकार के जीव का शिकार करने की भी क्षमता होती है।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 2 (20-Apr-2021)इंडियन जंपिंग आंट(Indian jumping ant)
हाल ही में वैज्ञानिकों ने पाया है कि ‘इंडियन जंपिंग आंट’ अपने शरीर को प्रजनन के लिये तैयार करने हेतु अपने मस्तिष्क को लगभग 20 प्रतिशत तक कम कर सकती है, और प्रजनन के बाद हफ्तों के भीतर अपने मस्तिष्क के आकार को पुनः बढ़ा सकती है।
मधुमक्खियों समेत कुछ अन्य कीटों में केवल अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है, किंतु ‘इंडियन जंपिंग आंट’ ऐसे पहले कीट हैं जिनमें अपने मस्तिष्क के आकार को बढ़ाने के साथ-साथ घटाने की भी क्षमता है।
भारत के मैदानी इलाकों में पाई जाने वाली ‘इंडियन जंपिंग आंट’ (वैज्ञानिक नाम: हार्पेग्नाथोस सॉल्टेटर) एक बड़ी आँखों वाली चींटी होती है, जिसमें तकरीबन चार इंच तक कूदने/ छलांग लगाने की अद्भुत क्षमता होती है, साथ ही इसमें अपने आकार से दोगुने आकार के जीव का शिकार करने की भी क्षमता होती है।