अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (24-Nov-2020)
भारत को 2023 के जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी
(India to host 2023 G20 summit)

Posted on November 24th, 2020 | Create PDF File

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भारत अब 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन(G-20 summit) की मेजबानी करेगा।उल्लेखनीय है कि भारत पहले 2022 में अपने स्वतन्त्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला था जबकि इंडोनेशिया को 2023 में इसकी मेजबानी करनी थी।



2023 में इंडोनेशिया को आसियान देशों के सम्मेलन की मेजबानी करनी है और भारत को 2022 में जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करनी थी।इंडोनेशिया ने भारत से जी-20 सम्मेलन के आयोजन की अदला -बदली कर ली है। अब इंडेनेशिया 2022 में जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा जबकि भारत 2023 में इसकी मेजबानी करेगा।इसके अलावा, रियाद जी-20 सम्मेलन (Riyadh G-20 Summit) में यह भी घोषणा की गयी कि 2021 के जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी इटली और 2024 के जी-2- शिखर सम्मेलन की मेजबानी ब्राज़ील द्वारा की जाएगी।

 


जी-20(G-20), बीस देशों का एक समूह है जिसकी बैठक हर साल अलग-अलग देशों में आयोजित की जाती है।जी-20 का गठन सितंबर 1999 में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिहाज़ से किया गया था। साथ ही जी-20 ब्रेटन वुड्स संस्थागत प्रणाली की रूपरेखा के भीतर आने वाले अहम् देशों के बीच अनौपचारिक बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देने का काम भी करता है।1997 के पहले एशियाई संकट के बाद दुनिया के कई देशों ने इसकी ज़रूरत महसूस की थी।



जी-20 शिखर सम्मेलन(G-20 summit) का आयोजन प्रत्येक वर्ष होता है, जिसकी मेजबानी कोई एक सदस्य देश करता है।जी-20 शिखर सम्मेलन(G-20 summit) में सदस्य देशों के प्रमुखों के साथ वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स की भी बैठक होती है। इस बैठक में मुख्य रूप से आर्थिक विषयों पर चर्चा होती है।

 


जी-20 में 19 देश और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं।19 देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं।



आसियान (Association of Southeast Asian Nations-ASEAN), दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन एक क्षेत्रीय संगठन है।इस संगठन की स्थापना 1967 में की गयी थी तथा इसका सचिवालय इंडोनेशिया के राजधानी जकार्ता में है।मौजूदा वक़्त में आसियान देशों की कुल संख्या 10 है जिनमे इंडोनेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपीन्स, वियतनाम, म्यांमार, कंबोडिया, ब्रूनेई और लाओस जैसे दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश हिस्सा लेते हैं |आर्थिक, सामरिक और सांस्कृतिक नज़रिये से भारत का आसियान देशों के साथ सम्बन्ध काफी महत्त्वपूर्ण रहा है।भारत का आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौता है।आसियान, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने पर जोर देता है।