राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (18-July-2019)^टिकटॉक, हेलो को सरकार का नोटिस, 22 जुलाई तक जवाब दें नहीं तो लगेगा प्रतिबंध (Government notice to TikTok and Helo,answer till July 22nd Otherwise, the ban will take place)
Posted on July 18th, 2019
वीडियो सोशल मीडिया मंच टिकटॉक और हेलो को सरकार ने नोटिस भेजकर 24 सवालों के जवाब मांगे हैं। दोनों एप पर आरोप है कि इन मंचों का उपयोग राष्ट्र - विरोधी गतिविधियों में हो रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि केंद्र ने इन एप को चेतावनी दी है यदि उन्होंने 22 जुलाई तक उचित जवाब नहीं दिया तो उन्हें प्रतिबंध का सामान करना पड़ सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने यह कार्रवाई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच की ओर से प्रधानमंत्री को भेजी गयी एक शिकायत पर की है। इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इन मंचों का उपयोग राष्ट्र विरोधी और गैर - कानूनी गतिविधियों में हो रहा है।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने टिकटॉक और हेलो से ‘ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का केंद्र ’ बनने के आरोपों पर जवाब मांगा है। साथ ही भारतीय उपयोगकर्ताओं का डेटा मौजूदा समय में और बाद में किसी विदेशी सरकार या तीसरे पक्ष या निजी इकाई को हस्तांतरित नहीं करने का आश्वासन देने के लिए कहा है।
इसके अलावा मंत्रालय ने दोनों मंच से भारतीय कानूनों का पालन करने और फर्जी खबर की जांच की दिशा में कि गई पहल पर भी जवाब मांगा है।
मंत्रालय ने बाल निजता नियमों का उल्लंघन किये जाने को लेकर भी चिंता जताई है। मंत्रालय ने इस बात को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा है कि इन सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करने के लिये बच्चों की न्यूनतम आयु 13 साल क्यों रखी गई है जबकि भारत में 18 साल से कम आयु वाले को बालक माना गया है।
मंत्रालय ने टिकटॉक और हेलो से उनके द्वारा जुटाये गये अतिरिक्त डेटा को लेकर भी जवाब तलब किया है। उनके भारत में कार्यालयों और कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। उनसे ब्रिटेन में सूचना आयोग द्वारा टिकटॉक के खिला की गई जांच और उसके परिणाम को लेकर भी जानकारी मांग की गई है। सोशल मीडिया से पूछा गया है कि उसकी सामग्री को देखने से पहले छोटे बच्चों के लिये ‘‘चेतावनी टैग’’ के जरिये उन्हें रोका जाता है अथवा नहीं।
इस संबंध में टिकटॉक एवं हेलो ने एक संयुक्त बयान में कहा , ‘‘ हम भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था द्वारा हमें मिले अपार सहयोग के लिए आभारी हैं। भारत सबसे मजबूत बाजारों में से एक है। भारत के लिए हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप हम अगले तीन साल में भारत में एक अरब डॉलर का निवेश कर रहे हैं। हम इस समुदाय की जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं और अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए सरकार के साथ पूरा सहयोग करने के इस अवसर का स्वागत करते हैं। ’’
राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (18-July-2019)टिकटॉक, हेलो को सरकार का नोटिस, 22 जुलाई तक जवाब दें नहीं तो लगेगा प्रतिबंध (Government notice to TikTok and Helo,answer till July 22nd Otherwise, the ban will take place)
वीडियो सोशल मीडिया मंच टिकटॉक और हेलो को सरकार ने नोटिस भेजकर 24 सवालों के जवाब मांगे हैं। दोनों एप पर आरोप है कि इन मंचों का उपयोग राष्ट्र - विरोधी गतिविधियों में हो रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि केंद्र ने इन एप को चेतावनी दी है यदि उन्होंने 22 जुलाई तक उचित जवाब नहीं दिया तो उन्हें प्रतिबंध का सामान करना पड़ सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने यह कार्रवाई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच की ओर से प्रधानमंत्री को भेजी गयी एक शिकायत पर की है। इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इन मंचों का उपयोग राष्ट्र विरोधी और गैर - कानूनी गतिविधियों में हो रहा है।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने टिकटॉक और हेलो से ‘ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का केंद्र ’ बनने के आरोपों पर जवाब मांगा है। साथ ही भारतीय उपयोगकर्ताओं का डेटा मौजूदा समय में और बाद में किसी विदेशी सरकार या तीसरे पक्ष या निजी इकाई को हस्तांतरित नहीं करने का आश्वासन देने के लिए कहा है।
इसके अलावा मंत्रालय ने दोनों मंच से भारतीय कानूनों का पालन करने और फर्जी खबर की जांच की दिशा में कि गई पहल पर भी जवाब मांगा है।
मंत्रालय ने बाल निजता नियमों का उल्लंघन किये जाने को लेकर भी चिंता जताई है। मंत्रालय ने इस बात को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा है कि इन सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करने के लिये बच्चों की न्यूनतम आयु 13 साल क्यों रखी गई है जबकि भारत में 18 साल से कम आयु वाले को बालक माना गया है।
मंत्रालय ने टिकटॉक और हेलो से उनके द्वारा जुटाये गये अतिरिक्त डेटा को लेकर भी जवाब तलब किया है। उनके भारत में कार्यालयों और कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। उनसे ब्रिटेन में सूचना आयोग द्वारा टिकटॉक के खिला की गई जांच और उसके परिणाम को लेकर भी जानकारी मांग की गई है। सोशल मीडिया से पूछा गया है कि उसकी सामग्री को देखने से पहले छोटे बच्चों के लिये ‘‘चेतावनी टैग’’ के जरिये उन्हें रोका जाता है अथवा नहीं।
इस संबंध में टिकटॉक एवं हेलो ने एक संयुक्त बयान में कहा , ‘‘ हम भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था द्वारा हमें मिले अपार सहयोग के लिए आभारी हैं। भारत सबसे मजबूत बाजारों में से एक है। भारत के लिए हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप हम अगले तीन साल में भारत में एक अरब डॉलर का निवेश कर रहे हैं। हम इस समुदाय की जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेते हैं और अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए सरकार के साथ पूरा सहयोग करने के इस अवसर का स्वागत करते हैं। ’’