राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (6-June-2019)
सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण का पांचवा दौर शुरू किया (Government launches 5th round of clean survey)

Posted on June 6th, 2019 | Create PDF File

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देश में चार हजार से अधिक शहरी क्षेत्रों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छ बनाने की स्पर्धा से जोड़ने के लिये आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ शुरू किया।

 

आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण का पांचवा चरण शुरू करते हुये कहा कि कचरा एवं अपशिष्ट प्रबंधन और सफाई सहित अन्य मानकों का व्यवस्थित पालन करने वाले शहरों में सर्वेक्षण के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

 

पुरी ने कहा कि सर्वेक्षण में जनभागीदारी को बढ़ाने के लिये जनता के फीडबैक का स्तर 25 प्रतिशत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पांचवें चरण का सर्वेक्षण तिमाही आधार पर किया जायेगा। इसे चारों तिमाही के परिणाम के आधार पर जनवरी-फरवरी 2020 तक पूरा कर लिया जायेगा।

 

उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान की सबसे बड़ी कामयाबी इसे जन आंदोलन में तब्दील करना है और इसमें स्वच्छ सर्वेक्षण ने अहम भूमिका निभाई है।

 

उल्लेखनीय है कि स्वच्छता अभियान में जनता की भागीदारी बढ़ाने के लिये मंत्रालय, शहरी स्थानीय निकाय और तीसरे स्वतंत्र पक्षकार के रूप में सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाता है।

 

सर्वेक्षण के आधार पर शहरों को खुले में शौच की समस्या से मुक्ति, सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी से निजात दिलाने और कूड़ा निस्तारण के प्रयासों की समीक्षा की जाती है।

 

उल्लेखनीय है कि 2016 में शुरु हुये पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में 73 शहरों को, 2017 में हुये दूसरे सर्वेक्षण में 434 शहरों को, 2018 में हुये तीसरे सर्वेक्षण में 4203 शहरों को और 2019 में रिकार्ड 28 दिनों में हुये चौथे सर्वेक्षण में 4237 शहरों को मंत्रालय ने स्वच्छता मानकों की कसौटी पर परखा था। पहले सर्वेक्षण में मैसूर देश का सबसे साफ सुथरा शहर घोषित किया गया था जबकि पिछले तीन साल से इंदौर सबसे साफ शहर का दर्जा हासिल कर रहा है।

 

पिछले सर्वेक्षण में देश के लगभग 90 हजार आवासीय एवं व्यवसायिक स्थलों को 64 लाख लोगों के फीडबैक के आधार पर स्वच्छता मानकों की कसौटी पर परखा गया।