व्यक्ति विशेष समसामियिकी 1 (21-Oct-2020)^भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी का निधन^(First woman officer of Indian Air Force dies)
Posted on October 21st, 2020
भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी विंग कमांडर (अवकाशप्राप्त) विजयलक्ष्मी रमणन का निधन हो गया है। वह 96 साल की थीं।
उनके दामाद एस एल वी नारायण ने बताया कि विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) से सम्मानित डॉ. रमणन का रविवार को आयु संबंधी बीमारियों के चलते निधन हो गया। उन्होंने यहां अपनी बेटी के घर में अंतिम सांस ली।
रमणन का जन्म फरवरी 1924 में हुआ था। एमबीबीएस करने के बाद वह 22 अगस्त 1955 को सेना की मेडिकल कोर में शामिल हो गई थीं और उन्हें उसी दिन वायुसेना में स्थानांतरित कर दिया गया था।
उन्होंने वायुसेना के विभिन्न अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में काम किया। उन्होंने युद्धों के दौरान घायल हुए सैनिकों का भी इलाज किया और प्रशासनिक दायित्वों को भी अंजाम दिया।
अगस्त 1972 में उन्हें विंग कमांडर की रैंक के रूप में पदोन्नति मिली थी। पांच साल बाद उन्हें विशिष्ट सेवा पदक मिला था। फरवरी 1979 में वह सेवानिवृत्त हो गई थीं।
उनके पति दिवंगत के वी रमणन भी भारतीय वायुसेना के अधिकारी थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री है।
रमणन कर्नाटक संगीत में भी प्रशिक्षित थीं और बहुत ही कम उम्र में उन्होंने आकाशवाणी कलाकार के रूप में भी काम किया।
व्यक्ति विशेष समसामियिकी 1 (21-Oct-2020)भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी का निधन(First woman officer of Indian Air Force dies)
भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी विंग कमांडर (अवकाशप्राप्त) विजयलक्ष्मी रमणन का निधन हो गया है। वह 96 साल की थीं।
उनके दामाद एस एल वी नारायण ने बताया कि विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) से सम्मानित डॉ. रमणन का रविवार को आयु संबंधी बीमारियों के चलते निधन हो गया। उन्होंने यहां अपनी बेटी के घर में अंतिम सांस ली।
रमणन का जन्म फरवरी 1924 में हुआ था। एमबीबीएस करने के बाद वह 22 अगस्त 1955 को सेना की मेडिकल कोर में शामिल हो गई थीं और उन्हें उसी दिन वायुसेना में स्थानांतरित कर दिया गया था।
उन्होंने वायुसेना के विभिन्न अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में काम किया। उन्होंने युद्धों के दौरान घायल हुए सैनिकों का भी इलाज किया और प्रशासनिक दायित्वों को भी अंजाम दिया।
अगस्त 1972 में उन्हें विंग कमांडर की रैंक के रूप में पदोन्नति मिली थी। पांच साल बाद उन्हें विशिष्ट सेवा पदक मिला था। फरवरी 1979 में वह सेवानिवृत्त हो गई थीं।
उनके पति दिवंगत के वी रमणन भी भारतीय वायुसेना के अधिकारी थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री है।
रमणन कर्नाटक संगीत में भी प्रशिक्षित थीं और बहुत ही कम उम्र में उन्होंने आकाशवाणी कलाकार के रूप में भी काम किया।