अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (10-Aug-2020)^समुद्र में तेल रिसाव से मॉरीशस में 'पर्यावरणीय आपातकाल'^(Environmental emergency in Mauritius due to oil spills at sea)
Posted on August 10th, 2020
हिंद महासागर स्थित भारत के पड़ोसी मॉरीशस (Mauritius) ने देश के दक्षिण-पूर्वी तट पर फंसे जापान के स्वामित्व वाले एक जहाज से तेल का रिसाव शुरू होने के बाद 'पर्यावरणीय आपातकाल' (environmental emergency) की घोषणा कर दी है।
एमवी वाकाशिवो नामक जापानी तेल टैंकर 25 जुलाई से मॉरीशस के दक्षिण-पूर्वी तट पर फंसा हुआ है। मॉरीशस सरकार का कहना है कि जहाज के निचले हिस्से में दरारें आ गई हैं और तेल का रिसाव तेजी से हो रहा है।इस खतरे को देखते हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने पर्यावरणीय आपातकाल की स्थिति घोषणा कर दी है।फ्रांस ने अपने रीयूनियिन द्वीप (मॉरीशस के समीप फ़्रांस के स्वामित्व वाला द्वीप) से प्रदूषण नियंत्रण करने वाले उपकरणों के साथ सैन्य विमान, मॉरीशस की मदद के लिए भेजे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल रिसाव से हुई क्षति के लिये पर्याप्त, शीघ्र तथा प्रभावी क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु ‘इंटरनेशनल कन्वेंशन ऑन सिविल लायबिलिटी ऑफ बेकर ऑयल पॉल्यूशन डैमेज, 2001’ है। जिसका भारत ने भी अनुसमर्थन किया है ।भारत के अन्दर तटवर्ती और समुद्री क्षेत्रों को तेल रिसाव से होने वाली क्षति से रक्षा करने हेतु 1980 से तेल रिसाव प्रबंधन कार्यक्रम बना था ।भारत में तेल रिसाव आपदा के मामले में संकट प्रबंधन के लिए गृह मंत्रालय नोडल मंत्रालय है तथा तेल रिसाव होने की स्थिति में भारत के समुद्री क्षेत्र में तेल रिसाव प्रदूषण से निपटने के लिए तटरक्षक बल समन्वयकारी एजेंसी है।
मॉरीशस गणराज्य, हिंद महासागर में अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिण-पूर्व और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित एक द्वीपीय देश है। मॉरीशस के दक्षिण-पश्चिम में स्थित फ्रांसीसी रीयूनियिन द्वीप स्थित है।औपनिवेशिक युग में मॉरीशस पहले फ्रांस के आधीन था तथा बाद में ब्रिटिश स्वामित्व में आ गया था।मॉरीशस, हिंद महासागर आयोग (आईओसी) का सदस्य देश है तथा इस आयोग का मुख्यालय एबेने (मॉरीशस) में अवस्थित है।उल्लेखनीय है कि आईओसी, दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में एक क्षेत्रीय मंच है जिसमें पांच राष्ट्र शामिल हैं - कोमोरोस, फ्रांस (रीयूनियन), मेडागास्कर, मॉरीशस और सेशेल्स।सन 2019 में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने ब्रिटेन से कहा है कि वह चागोस द्वीप समूह को खाली कर उसे मॉरीशस को वापस लौटा दे। भारत ने चागोस द्वीपसमूह के मामले में मॉरीशस का समर्थन किया है।
अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (10-Aug-2020)समुद्र में तेल रिसाव से मॉरीशस में 'पर्यावरणीय आपातकाल'(Environmental emergency in Mauritius due to oil spills at sea)
हिंद महासागर स्थित भारत के पड़ोसी मॉरीशस (Mauritius) ने देश के दक्षिण-पूर्वी तट पर फंसे जापान के स्वामित्व वाले एक जहाज से तेल का रिसाव शुरू होने के बाद 'पर्यावरणीय आपातकाल' (environmental emergency) की घोषणा कर दी है।
एमवी वाकाशिवो नामक जापानी तेल टैंकर 25 जुलाई से मॉरीशस के दक्षिण-पूर्वी तट पर फंसा हुआ है। मॉरीशस सरकार का कहना है कि जहाज के निचले हिस्से में दरारें आ गई हैं और तेल का रिसाव तेजी से हो रहा है।इस खतरे को देखते हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने पर्यावरणीय आपातकाल की स्थिति घोषणा कर दी है।फ्रांस ने अपने रीयूनियिन द्वीप (मॉरीशस के समीप फ़्रांस के स्वामित्व वाला द्वीप) से प्रदूषण नियंत्रण करने वाले उपकरणों के साथ सैन्य विमान, मॉरीशस की मदद के लिए भेजे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल रिसाव से हुई क्षति के लिये पर्याप्त, शीघ्र तथा प्रभावी क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु ‘इंटरनेशनल कन्वेंशन ऑन सिविल लायबिलिटी ऑफ बेकर ऑयल पॉल्यूशन डैमेज, 2001’ है। जिसका भारत ने भी अनुसमर्थन किया है ।भारत के अन्दर तटवर्ती और समुद्री क्षेत्रों को तेल रिसाव से होने वाली क्षति से रक्षा करने हेतु 1980 से तेल रिसाव प्रबंधन कार्यक्रम बना था ।भारत में तेल रिसाव आपदा के मामले में संकट प्रबंधन के लिए गृह मंत्रालय नोडल मंत्रालय है तथा तेल रिसाव होने की स्थिति में भारत के समुद्री क्षेत्र में तेल रिसाव प्रदूषण से निपटने के लिए तटरक्षक बल समन्वयकारी एजेंसी है।
मॉरीशस गणराज्य, हिंद महासागर में अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिण-पूर्व और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित एक द्वीपीय देश है। मॉरीशस के दक्षिण-पश्चिम में स्थित फ्रांसीसी रीयूनियिन द्वीप स्थित है।औपनिवेशिक युग में मॉरीशस पहले फ्रांस के आधीन था तथा बाद में ब्रिटिश स्वामित्व में आ गया था।मॉरीशस, हिंद महासागर आयोग (आईओसी) का सदस्य देश है तथा इस आयोग का मुख्यालय एबेने (मॉरीशस) में अवस्थित है।उल्लेखनीय है कि आईओसी, दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में एक क्षेत्रीय मंच है जिसमें पांच राष्ट्र शामिल हैं - कोमोरोस, फ्रांस (रीयूनियन), मेडागास्कर, मॉरीशस और सेशेल्स।सन 2019 में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने ब्रिटेन से कहा है कि वह चागोस द्वीप समूह को खाली कर उसे मॉरीशस को वापस लौटा दे। भारत ने चागोस द्वीपसमूह के मामले में मॉरीशस का समर्थन किया है।