अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 5 (27-Nov-2020)
ड्रोन-ए-थोन हैकथान
(Drone-A-Thon Hackathon)

Posted on November 27th, 2020 | Create PDF File

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हाल ही में दसाल्ट सिस्टम ने ‘Drone-A-Thon: Propelling Sustainability’ नाम से 10 दिवसीय बर्चुअल हैकथान का आयोजन किया है।यह हैकथान एक डिजाइन, अनुकरण और अनुभव आधारित चुनौती है जो युवाओं को मानव रहित विमान के क्षेत्र में नये अन्वेषण और भविष्य के उद्यमी बनाने के लिए प्रेरित करती है।दसाल्ट ने इस हैकथान का आयोजन 3D एक्सीपीरियंस लैब के सहयोग से किया गया है। इसका उद्देश्य 3D एक्सीपीरियंस के मंच का उपयोग करके प्रतिभागियों की इनोवेशन क्षमता को बढ़ावा देना, अधिक रचनात्मक समाधान विकसित करना और बेहतरीन प्रतिभाओं को निखारने के लिए उचित परिस्थितियों का निर्माण करना है।

 


ड्रोन मानव रहित विमान होते हैं जिसे कंप्यूटर, रिमोट या मोबाइल इत्यादि के द्वारा संचालित किया जाता है। कार्य के आधार पर ड्रोन को दो भागों में बांटा जा सकता है एक सामान्य ड्रोन और दूसरा एडवांस ड्रोन। जहां सामान्य ड्रोन का उपयोग सामान्य दैनिक जीवन में होता है तो वही एडवांस्ड ड्रोन का उपयोग विशेष कार्यों(कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा, लाजिस्टिक और अवसंरचना) में होता है।

 


1. कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का उपयोग-


सिंचाई निगरानी और प्रबंधन: ऐसे ड्रोन जो हाइपरस्पेक्ट्रल, मल्टीस्पेक्ट्रल तथा थर्मल सेंसर से लैस होते है वे, किसी खेत का कौन सा हिस्सा सूखा है या पानी की जरूरत हैं, की पहचान कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जब एक बार फसल बड़ी हो जाती है तो ड्रोन वनस्पति सूचकांक की गणना कर सकता है, साथ ही साथ फसल का घनत्व और स्वास्थ्य, उष्मा उत्सर्जन की मात्रा गणना कर सकता है।


फसल मानचित्रण और सर्वेक्षण: एनआईआर ड्रोन सेंसर के उपयोग से, प्रकाश अवशोषण के आधार पर पौधे के स्वास्थ्य का निर्धारण किया जा सकता हैं, जिससे समग्र भूमि के स्वास्थ्य के बारे में एक दृष्टिकोण मिल जाता है।


भू और क्षेत्र विश्लेषण: ड्रोन को फसल चक्र की शुरुआत से ही कार्यान्वित किया जा सकता है। ये ड्रोंस शुरुआती भू-विश्लेषण के लिए सटीक 3-डी नक्शे तैयार करते हैं, बीज बोने की योजना बनाने में उपयोगी पैटर्न प्रदान करते है। रोपाई के बाद ड्रोन से प्राप्त भू- विश्लेषण डाटा सिंचाई एवं नाइट्रोजन-स्तर प्रबंधन के काम में आता है।

 


छिड़काव: ड्रोन जमीन को स्कैन करते हैं तथा तरल की सही मात्रा का छिड़काव फसल पर करते है। जमीन से सटीक दूरी और कवरेज के लिए वास्तविक समय में छिड़काव किया जाता है। ड्रोन हवाई छिड़काव की कार्यक्षमता पारंपरिक मशीनरी की तुलना में पांच गुना ज्यादा होती है।

 


पशुधन की निगरानी: कुछ ड्रोन, थर्मल इमेजिंग कैमरों से लैस होतें हैं जो एकल पायलट को पशुधन प्रबंधन और निगरानी करने में सक्षम बनाते हैं। यह तकनीकी किसानों को पशुधन का अधिक से अधिक आवृत्ति में और कम समय में प्रबंधन एवं देखरेख करने की सुविधा प्रदान करता है।

 


2. स्वास्थ्य के क्षेत्र में ड्रोन की उपयोगिता-


इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा और प्राकृतिक आपदा की स्थिति में ड्रोन तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस तकनीक से कम समय में दुर्गम स्थानों तक सेवाओं को पहुंचा सकते हैं। उदाहरण के लिए सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों, इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जीवन रक्षक औषधियां समेत अन्य जरूरी दवाओं की आकस्मिक एवं निर्बाध रूप से पहुंच सुनिश्चित की जा सकती है।

 


3. रक्षा के क्षेत्र में ड्रोन की उपयोगिता-


ड्रोन सुरक्षा और आतंकवाद से संबंधित चुनौतियों की पहचान कर सकते हैं और ऐसे क्षेत्रों को इंगित कर सकते हैं जो विभिन्न प्रकार के सुरक्षा जोखिमों से ग्रस्त हैं।ड्रोन आधुनिक समय के सुरक्षा बलों की क्षमता को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं जिससे आतंकवाद की उभरती चुनौतियों का मुकाबला करने और मातृभूमि की सुरक्षा के लिए उनकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।ड्रोन के द्वारा सीमावर्ती इलाकों की नजर रखते हुए काफी कुशलता से सीमा प्रबंधन का कार्य किया जा सकता है।इसके साथ ही आतंकवादियों और सशस्त्र विद्रोहियों से मुठभेड़ के समय उनके खिलाफ प्रत्युत्तर कार्रवाई में ना केवल मदद करती हैं बल्कि उनकी गतिविधियों की निगरानी समिति समेत जंगलों और दुर्गम इलाकों में उनके छिपे होने का भी पता लगाया जा सकता है।