साहित्य समसामियिकी 1 (15-July-2019)^असमी साहित्यकार पुरोबी बोरमुदोई का निधन (Assamese litterateur Purobi Bormudi passes away)
Posted on July 15th, 2019
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और असमी साहित्यकार पुरोबी बोरमुदोई का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया । परिवार के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी ।
बोरमुदोई (69) के परिवार में उनके पति आनंद बोरमुदोई के अलावा एक बेटा है ।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पुरोबी को कुछ साल पहले मस्तिष्क अघात हुआ था । वह हाल ही में दोबारा बीमार पड़ गयी थी और उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली ।
उन्होंने बताया कि इस प्रख्यात लेखिका ने अपनी आंखें दान कर दी हैं, और अनुसंधान के लिए अपना शरीर मेडिकल कालेज को दान कर दिया है ।
बोरमुदोई ने अपनी साहित्यिक यात्रा कविताओं से शुरू की थी लेकिन बाद में उन्होंने लघु कथाओं एवं उपन्यासों के जरिए अपनी पहचान बना ली ।
दिवंगत लेखिका को उनकी पुस्तक ‘शांतानुकुलानंदन’ के लिए 2007 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया । इसके अलावा उन्हें असम वेली लिटरेरी पुरस्कार और असम साहित्य सभा बसंती बोरदोलोई पुरस्कार भी मिला है ।
साहित्य समसामियिकी 1 (15-July-2019)असमी साहित्यकार पुरोबी बोरमुदोई का निधन (Assamese litterateur Purobi Bormudi passes away)
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता और असमी साहित्यकार पुरोबी बोरमुदोई का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया । परिवार के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी ।
बोरमुदोई (69) के परिवार में उनके पति आनंद बोरमुदोई के अलावा एक बेटा है ।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पुरोबी को कुछ साल पहले मस्तिष्क अघात हुआ था । वह हाल ही में दोबारा बीमार पड़ गयी थी और उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली ।
उन्होंने बताया कि इस प्रख्यात लेखिका ने अपनी आंखें दान कर दी हैं, और अनुसंधान के लिए अपना शरीर मेडिकल कालेज को दान कर दिया है ।
बोरमुदोई ने अपनी साहित्यिक यात्रा कविताओं से शुरू की थी लेकिन बाद में उन्होंने लघु कथाओं एवं उपन्यासों के जरिए अपनी पहचान बना ली ।
दिवंगत लेखिका को उनकी पुस्तक ‘शांतानुकुलानंदन’ के लिए 2007 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया । इसके अलावा उन्हें असम वेली लिटरेरी पुरस्कार और असम साहित्य सभा बसंती बोरदोलोई पुरस्कार भी मिला है ।