राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (28-Feb-2019)
अपतानी जनजाति (APATANI TRIBE)

Posted on March 1st, 2019 | Create PDF File

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अपतानी पूर्वी हिमालय के प्रमुख जनजातीय समूहों में से एक है। ये जनजाति अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी के जीरो वैली में निवास करती है।अपतानी जनजाति के लोग एक अलग धर्म, दोन्यी पोलो, का पालन करते हैं। इसमें यह सूर्य एवं चाँद की पूजा करते हैं और अपने पारंपरिक देवताओं को खुश करने के लिए जानवरों की बलि चढ़ाते हैं।इनकी एक अलग भाषा भी है, जिसे ‘तानी’ या ‘अपतानी’ के नाम से जाना जाता है। यह सीनो-तिब्बती समूह की भाषा है।


द फर्स्ट पीपल्स कल्चरल कौंसिल एवं हवाई यूनिवर्सिटी की Endangered Languages Catalogue/ (ELCat) टीम द्वारा चलाए जा रहे प्रोजेक्ट ‘Endangered Languages Project’ के अंतर्गत इस भाषा को ‘VULNERABLE’ की श्रेणी में रखा गया है।

 

इस जनजाति के लोगों को विभिन्न रोगों के इलाज में प्रयुक्त होने वाली जड़ी-बूटियों एवं प्राकृतिक औषधियों की अच्छी जानकारी होती है।‘ड्री’ और ‘म्योको’ इनके प्रमुख त्योहार हैं। ड्री एक कृषि पर्व है जबकि म्योको, दोस्ती और भाईचारे के लिए मनाया जाता है।ये लोग मुख्यतः चावल की खेती जानवरों व मशीनों के प्रयोग के बिना करते हैं।अपनी ‘अत्यंत उच्च उत्पादकता’ और पारिस्थितिकी को संरक्षित करने के ‘अनोखे’ तरीके के लिए ‘अपतानी घाटी’ विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल करने के लिए प्रस्तावित है।