कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान हाल ही में विश्व स्तनपान सप्ताह अगस्त माह के पहले सप्ताह 1 अगस्त से लेकर 7 अगस्त तक मनाया जा रहा है।विश्व स्तनपान सप्ताह- 2020 की थीम ‘स्वस्थ ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन’(Support breastfeeding for a healthier planet) है।
बच्चे के लिए मां का दूध बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है जिससे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां का दूध कोलेस्ट्रम युक्त संपूर्ण आहार होता है, जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा सामान्यतः बच्चे को 6 महीने की अवस्था तक नियमित रूप से स्तनपान कराते रहना चाहिए।
विश्व स्तनपान सप्ताह,प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाया जाता है।वर्ल्ड एलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन (डब्ल्यूएबीए) , विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन करता है।डब्ल्यूएबीए द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह पहली बार 1992 में मनाया गया था और अब इसे यूनिसेफ ,डब्ल्यूएचओ और लगभग 120 से अधिक देशों में वहाँ के व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों द्वारा मनाया जाता है।
विश्व स्तनपान सप्ताह के उद्देश्य-
* माता-पिता में स्तनपान को लेकर जागरूकता पैदा करना।
* माता-पिता को स्तनपाल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना। * स्तनपान के महत्व को लेकर जागरुकता पैदा करना । * स्तनपान के महत्व से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराना।
स्तनपान के फायदे-
* स्तनपान मां और बच्चे दोनों के बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
* यह प्रारंभिक अवस्था में दस्त और तीव्र श्वसन संक्रमण जैसे संक्रमणों को रोकता है और इससे शिशु मृत्यु दर में कमी आती है।
* यह मां में स्तन कैंसर, अंडाशय के कैंसर, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग विकसित होने के खतरे को कम करता है।
* यह नवजात को मोटापे से संबंधित रोगों, डायबिटीज से बचाता है और आईक्यू बढ़ाता है।
* पोषण को लेकर इस तरह के महत्वपूर्ण प्रयासों से कुपोषण के दुष्चक्र को तोड़ने और सरकार को राष्ट्रीय पोषण लक्ष्यों एवं सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में मदद मिलेगी।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान हाल ही में विश्व स्तनपान सप्ताह अगस्त माह के पहले सप्ताह 1 अगस्त से लेकर 7 अगस्त तक मनाया जा रहा है।विश्व स्तनपान सप्ताह- 2020 की थीम ‘स्वस्थ ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन’(Support breastfeeding for a healthier planet) है।
बच्चे के लिए मां का दूध बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है जिससे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां का दूध कोलेस्ट्रम युक्त संपूर्ण आहार होता है, जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा सामान्यतः बच्चे को 6 महीने की अवस्था तक नियमित रूप से स्तनपान कराते रहना चाहिए।
विश्व स्तनपान सप्ताह,प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाया जाता है।वर्ल्ड एलायंस फॉर ब्रेस्टफीडिंग एक्शन (डब्ल्यूएबीए) , विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन करता है।डब्ल्यूएबीए द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह पहली बार 1992 में मनाया गया था और अब इसे यूनिसेफ ,डब्ल्यूएचओ और लगभग 120 से अधिक देशों में वहाँ के व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों द्वारा मनाया जाता है।
विश्व स्तनपान सप्ताह के उद्देश्य-
* माता-पिता में स्तनपान को लेकर जागरूकता पैदा करना।
* माता-पिता को स्तनपाल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना। * स्तनपान के महत्व को लेकर जागरुकता पैदा करना । * स्तनपान के महत्व से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराना।
स्तनपान के फायदे-
* स्तनपान मां और बच्चे दोनों के बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
* यह प्रारंभिक अवस्था में दस्त और तीव्र श्वसन संक्रमण जैसे संक्रमणों को रोकता है और इससे शिशु मृत्यु दर में कमी आती है।
* यह मां में स्तन कैंसर, अंडाशय के कैंसर, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग विकसित होने के खतरे को कम करता है।
* यह नवजात को मोटापे से संबंधित रोगों, डायबिटीज से बचाता है और आईक्यू बढ़ाता है।
* पोषण को लेकर इस तरह के महत्वपूर्ण प्रयासों से कुपोषण के दुष्चक्र को तोड़ने और सरकार को राष्ट्रीय पोषण लक्ष्यों एवं सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में मदद मिलेगी।