अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (13-Oct-2020)^सरकार ने दूरदराज की ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोडने का काम ह्यूजेज को सौंपा^(The government entrusted the task of connecting remote village panchayats with satellite broadband to Hughes)
Posted on October 13th, 2020
सरकार ने भारतनेट परियोजना के तहत सीमा क्षेत्रों और नक्सल प्रभावित राज्यों तथा द्वीपीय क्षेत्रों की 5,000 ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ने के लिए ह्यूजेज कम्युनिकेशंस का चयन का किया है। इन ग्राम पंचायतों को मार्च, 2021 तक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा।
ह्यूजेज कम्युनिकेशंस ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि ये 5,000 ग्राम पंचायतें पूर्वोत्तर राज्यों मसलन मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश के अलावा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी तथा अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में फाइबर या केबल संपर्क का अभाव है।
भारतनेट नेटवर्क, भारत ब्रॉडबैंड निगम लि. (बीबीएनएल) ने तैयार किया है। इसके तहत देश की सभी ग्राम पंचायतों के नागरिकों और संस्थानों को द्रुत गति के ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगां।
बीबीएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सर्वेश सिंह ने कहा, ‘‘हम दूरदराज के क्षेत्रों तथा कठिन स्थलों पर स्थित ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लि. (टीसीआईएल) तथा ह्यूजेज के साथ भागीदारी कर काफी खुश हैं।’’
ह्यूजेज के प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के तहत नक्सली हिंसा प्रभावित राज्यों छत्तीसगढ़ और झारखंड की ग्राम पंचायतों को भी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
करार के तहत ह्यूजेज इंडिया इसरो की जीसैट-19 और जीसैट-11 सैटेलाइट की क्षमता का ह्यूजेज ज्यूपिटर प्रणाली के साथ इस्तेमाल कर प्रत्येक ग्राम पंचायत को इंटरनेट सेवा से जोड़ेगी।
सरकार का अगस्त, 2021 तक सभी 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को द्रुत गति की ब्रॉडबैंड सेवा से जोड़ने का लक्ष्य है।
अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (13-Oct-2020)सरकार ने दूरदराज की ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोडने का काम ह्यूजेज को सौंपा(The government entrusted the task of connecting remote village panchayats with satellite broadband to Hughes)
सरकार ने भारतनेट परियोजना के तहत सीमा क्षेत्रों और नक्सल प्रभावित राज्यों तथा द्वीपीय क्षेत्रों की 5,000 ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ने के लिए ह्यूजेज कम्युनिकेशंस का चयन का किया है। इन ग्राम पंचायतों को मार्च, 2021 तक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा।
ह्यूजेज कम्युनिकेशंस ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि ये 5,000 ग्राम पंचायतें पूर्वोत्तर राज्यों मसलन मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश के अलावा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी तथा अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में फाइबर या केबल संपर्क का अभाव है।
भारतनेट नेटवर्क, भारत ब्रॉडबैंड निगम लि. (बीबीएनएल) ने तैयार किया है। इसके तहत देश की सभी ग्राम पंचायतों के नागरिकों और संस्थानों को द्रुत गति के ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगां।
बीबीएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सर्वेश सिंह ने कहा, ‘‘हम दूरदराज के क्षेत्रों तथा कठिन स्थलों पर स्थित ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लि. (टीसीआईएल) तथा ह्यूजेज के साथ भागीदारी कर काफी खुश हैं।’’
ह्यूजेज के प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के तहत नक्सली हिंसा प्रभावित राज्यों छत्तीसगढ़ और झारखंड की ग्राम पंचायतों को भी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
करार के तहत ह्यूजेज इंडिया इसरो की जीसैट-19 और जीसैट-11 सैटेलाइट की क्षमता का ह्यूजेज ज्यूपिटर प्रणाली के साथ इस्तेमाल कर प्रत्येक ग्राम पंचायत को इंटरनेट सेवा से जोड़ेगी।
सरकार का अगस्त, 2021 तक सभी 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को द्रुत गति की ब्रॉडबैंड सेवा से जोड़ने का लक्ष्य है।