व्यक्ति विशेष समसामियिकी 1 (26-Mar-2019)^प्रख्यात कलाकार सतीश गुजराल का दिल्ली में निधन^(Renowned artist Satish Gujral dies in Delhi)
Posted on March 26th, 2020
मशहूर कलाकार और वास्तुकार सतीश गुजराल का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे।
कला जगत से ताल्लुक रखने वाले रंजीत होसकोटे ने शुक्रवार को बताया कि गुजराल का बृहस्पतिवार देर रात यहां निधन हो गया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘वह पिछले कुछ वक्त से अस्वस्थ थे।’’
पद्म विभूषण से सम्मानित गुजराल वास्तुकार, चित्रकार, भित्तिचित्र कलाकार और ग्राफिक कलाकार थे।
उनके प्रमुख कामों में दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर की दीवार पर अल्फाबेट भित्तिचित्र शामिल हैं। उन्होंने दिल्ली में बेल्जियम दूतावास को भी डिजाइन किया था।
गुजराल की कलाकृतियों में उनके शुरुआती जीवन के उतार-चढ़ाव की झलक देखने को मिलती है जिनमें बचपन में उनके सुनने क्षमता को बाधित करने वाली बीमारी और देश का विभाजन शामिल है।
होसकोटे ने अपनी संवेदनाएं जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘1950 की शुरुआत में पेरिस या लंदन गए उनके कई साथियों से अलग गुजराल डिएगो रिवेरा और सिक्वेरोस के साथ पढ़ने के लिए मैक्सिको शहर गए थे। गुजराल बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’’
व्यक्ति विशेष समसामियिकी 1 (26-Mar-2019)प्रख्यात कलाकार सतीश गुजराल का दिल्ली में निधन(Renowned artist Satish Gujral dies in Delhi)
मशहूर कलाकार और वास्तुकार सतीश गुजराल का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे।
कला जगत से ताल्लुक रखने वाले रंजीत होसकोटे ने शुक्रवार को बताया कि गुजराल का बृहस्पतिवार देर रात यहां निधन हो गया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘वह पिछले कुछ वक्त से अस्वस्थ थे।’’
पद्म विभूषण से सम्मानित गुजराल वास्तुकार, चित्रकार, भित्तिचित्र कलाकार और ग्राफिक कलाकार थे।
उनके प्रमुख कामों में दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर की दीवार पर अल्फाबेट भित्तिचित्र शामिल हैं। उन्होंने दिल्ली में बेल्जियम दूतावास को भी डिजाइन किया था।
गुजराल की कलाकृतियों में उनके शुरुआती जीवन के उतार-चढ़ाव की झलक देखने को मिलती है जिनमें बचपन में उनके सुनने क्षमता को बाधित करने वाली बीमारी और देश का विभाजन शामिल है।
होसकोटे ने अपनी संवेदनाएं जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘1950 की शुरुआत में पेरिस या लंदन गए उनके कई साथियों से अलग गुजराल डिएगो रिवेरा और सिक्वेरोस के साथ पढ़ने के लिए मैक्सिको शहर गए थे। गुजराल बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’’