व्यक्ति विशेष समसामयिकी 1 (14-June-2021)मेघा राजगोपालन(Megha Rajagopalan)
Posted on June 14th, 2021 | Create PDF File
भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन ने चीन के सामूहिक डिटेंशन शिविरों में उनकी खोजी पत्रिकारिता के लिये अमेरिका का शीर्ष पत्रकारिता पुरस्कार ‘पुलित्जर पुरस्कार’ जीता है।
मेघा राजगोपालन ने उपग्रह प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाली नवीन रिपोर्टों के लिये यह पुरस्कार जीता है, जिसके तहत उइघुर मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक जातियों के लिये चीन के सामूहिक डिटेंशन शिविरों की सच्चाई को उजागर किया गया था।
मेघा राजगोपालन और उनके सहयोगियों ने चीन के कुल 260 डिटेंशन शिविरों की पहचान की है।
पुलित्ज़र पुरस्कार को पत्रकारिता के क्षेत्र में अमेरिका का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।
इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1917 में की गई थी, जिसे कोलंबिया विश्वविद्यालय और ‘पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड’ द्वारा प्रशासित किया जाता है।
'पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड' का निर्माण कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त न्यायाधीशों द्वारा होता है।
यह पुरस्कार प्रसिद्ध समाचार पत्र प्रकाशक जोसेफ पुलित्ज़र के सम्मान में दिया जाता है।
जोसेफ पुलित्ज़र ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में पत्रकारिता स्कूल शुरू करने तथा पुरस्कार की शुरुआत करने के लिये अपनी वसीयत से पैसा दिया था।
प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक प्रमाण पत्र और 15,000 डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है।
‘सार्वजनिक सेवा श्रेणी’ में पुरस्कार विजेता को स्वर्ण पदक भी दिया जाता है।