अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (24-Nov-2020)
मलेशिया ने की वर्ष 2020 के APEC शिखर सम्मेलन की मेजबानी
(Malaysia hosts 2020 APEC summit)

Posted on November 24th, 2020 | Create PDF File

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एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) 2020 इकोनॉमिक लीडर्स की बैठक मलेशियाई प्रधानमंत्री मुहीदीन यासिन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। यह पहली मौका था जब सभी 21 APEC इकोनॉमिक लीडर्स COVID-19 महामारी के कारण वर्चुली बैठक में शामिल हुए थे। APEC 2020 समिट का समापन APEC Putrajaya Vision 2040 को अपनाने और 2020 कुआलालंपुर घोषणा के साथ हुआ। APEC समिट 2021 की मेजबानी न्यूजीलैंड करेगा। यह दूसरी मौका था जब मलेशिया ने APEC बैठक की मेजबानी की थी, इससे पहले मलेशिया ने 1998 में की मेजबानी की थी।

 

APEC मलेशिया 2020 का विषय था “Optimising Human Potential Towards a Resilient Future of Shared Prosperity: Pivot. Prioritise. Progress”.

 

Putrajaya Vision 2040 के बारे में:

पुत्रजया विजन 2040 एक नया 20-वर्षीय विकास कार्यक्रम है, जो मौजूदा बोगर लक्ष्यों की जगह लेगा, जिस पर 1994 में APEC में मुक्त और खुले व्यापार और निवेश के लिए नेताओं द्वारा सहमति व्यक्त की गई थी।

 

एपेक की स्थापना साल 1989 में हुई थी। एपेक में एशिया-प्रशांत के देशों के बीच व्यापारिक निर्भरता को बढ़ाने की कोशिश की जाती है। हर साल एपेक सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। अबकी बार वियतनाम में इस सम्मेलन को आयोजित किया गया।


एपेक का मुख्य उद्देश्य एशिया-प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में शामिल देशों के बीच में व्यापारिक विश्वास व बहुपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना है। एपेक की कोशिश रहती है कि इसमें शामिल देशों को आर्थिक समस्या और व्यापार व निवेश की बाधा न हो।साथ ही इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न देशों के बीच में व्यापारिक मतभेदों व समस्याओं को दूर करना भी होता है। ये सभी सदस्यीय देशों को साथ लेकर व्यापार करने में विश्वास रखता है।उद्योगों व क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देना इसका मुख्य कार्य है। इसके अलावा यह संतुलित, समावेशी, अभिनव और क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए इन प्रशांत महासागरीय देशों के बीच में तालमेल स्थापित करने का काम करता है।

 

एपेक के सदस्य देश-


ऑस्ट्रेलिया,ब्रुनेई,कनाडा,इंडोनेशिया,जापान,दक्षिण कोरिया,मलेशिया,न्यूजीलैंड,फिलीपीन्स,सिंगापुर,थाइलैंड,अमेरिका,ताइवान,हांगकांग,चीन,मैक्सिको,पापुआ न्यू गिनी,चिली,पेरू,रूस.वियतनाम

 


एपेक में वर्तमान में 21 देश शामिल है। इनके अलावा अन्य कई देशों ने भी एपेक की सदस्यता के लिए आवेदन कर रखा है। इन देशों में प्रमुख रूप से भारत के साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मकाऊ, मंगोलिया, कोलंबिया, लाओस, कोस्ता रीका, पनामा, ईक्वाडोर शामिल है।

 


प्रमुख रूप से भारत ने एपेक में अपनी सदस्यता के लिए अनुरोध कर रखा है। अमेरिका भी एपेक में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन करता है। अमेरिका के अलावा जापान और ऑस्ट्रेलिया भी भारत के शामिल होने पर सहमत है।अभी तक भारत को इसलिए शामिल नहीं किया गया क्योंकि एपेक अधिकारियों का मानना है कि भारत प्रशांत महासागर की सीमा में नहीं आता है। हालांकि भारत को नवंबर 2011 में पहली बार एक पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया था।