राष्ट्रीय समसामयिकी 2 (28-Apr-2021)
वृहत क्षेत्र प्रमाणीकरण योजना
(Large area certification scheme)

Posted on April 28th, 2021 | Create PDF File

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केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार के 14,491 हेक्टेयर एरिया, व्यापक क्षेत्र प्रमाणीकरण योजना अर्थात ‘लार्ज एरिया सर्टिफिकेशन’ स्कीम के तहत ‘जैविक प्रमाणीकरण’ हासिल करने वाला पहला वृहत संस्पर्शी क्षेत्र (large contiguous territory) बन गया गया है।

 

‘वृहत क्षेत्र प्रमाणीकरण योजना’ :

‘कृषि और किसान कल्याण विभाग’ द्वारा अपनी प्रमुख योजना ‘परंपरागत कृषि विकास योजना’ (PKVY) के तहत इन संभावित क्षेत्रों का इस्तेमाल करने के लिए एक अनूठा त्वरित प्रमाणन कार्यक्रम ‘वृहत क्षेत्र प्रमाणीकरण’ अर्थात “लार्ज एरिया सर्टिफिकेशन” (LAC) शुरू किया गया है।

 

LAC के तहत, क्षेत्र के प्रत्येक गांव को एक क्लस्टर/ग्रुप के रूप में माना जाता है।

 

अपने निजी खेत और पशुधन रखने वाले सभी किसानों को मानक आवश्यकताओं का पालन करना होता है और प्रमाणित होने के बाद उन्हें परिवर्तन अवधि तक इंतजार नहीं करना होता है।

 

PGS -इंडिया के अनुसार मूल्यांकन की एक प्रक्रिया द्वारा वार्षिक सत्यापन के माध्यम से वार्षिक आधार पर प्रमाणन का नवीनीकरण किया जाता है।

 

‘वृहत क्षेत्र प्रमाणीकरण’ (LAC) के लाभ:

 

जैविक उत्पादन के मानक नियम के तहत, रासायनिक इस्तेमाल वाले क्षेत्रों को जैविक के रूप में अर्हता प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 2-3 वर्षों का समय लगता है।

 

इस अवधि के दौरान, किसानों को मानक जैविक कृषि मानकों को अपनाने और प्रमाणन प्रक्रिया के तहत अपने खेतों को रख-रखाव करना होता है। सफलता पूर्वक समापन होने पर, ऐसे खेतों को 2-3 वर्षों के बाद जैविक के रूप में प्रमाणित किया जा सकता है।

 

प्रमाणन प्रक्रिया को प्रमाणीकरण अधिकारियों द्वारा विस्तृत डोक्यूमेंटेशन और समय-समय पर सत्यापन की भी आवश्यकता होती है।

 

LAC के तहत आवश्यक प्रकिया काफी सरल होती है और क्षेत्र को लगभग तुरंत प्रमाणित किया जा सकता है।