व्यक्ति विशेष समसामयिकी 2 (10-May-2021)
गोपाल कृष्ण गोखले
(Gopal Krishna Gokhale)

Posted on May 10th, 2021 | Create PDF File

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प्रधानमंत्री द्वारा ‘गोपाल कृष्ण गोखले’ को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी गई। इनका जन्म 9 मई 1866 को हुआ था।

 

इन्होंने ‘डेक्कन एजुकेशन सोसायटी’ के सचिव के रूप में कार्य किया।

 

उन्होंने आयरिश राष्ट्रवादी अल्फ्रेड वेब को वर्ष 1894 में ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के लिए तैयार करने हेतु आयरलैंड का दौरा किया।

 

गोखले ने ज्ञानप्रकाश नामक एक दैनिक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया, जिसके माध्यम से उन्होंने राजनीति और समाज पर अपने सुधारवादी विचारों को प्रचारित किया।

 

बाद में, इनके लिए वर्ष 1903 में, भारत के गवर्नर-जनरल की परिषद का सदस्य चुना गया।

 

इनके लिए वर्ष 1904 के नए साल की सम्मान सूची में भारतीय साम्राज्य के साथी के रूप में नियुक्त किया गया था।

 

वर्ष 1905 में, इन्होंने ‘सर्वेंट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की, इसके माध्यम से लोगों को निस्वार्थ काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता था। इनके लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में भी चुना गया था।

 

वर्ष 1909 के मिंटो-मॉर्ले सुधारों को तैयार करने में इनका महत्वपूर्ण योगदान था, जो अंततः कानून के रूप में लागू किये गए।

 

गोखले, मोहम्मद जिन्ना और महात्मा गांधी दोनों के गुरु थे। महात्मा गांधी ने ‘गोखले, मेरे राजनीतिक गुरु‘ नामक एक पुस्तक भी लिखी थी।

 

सभी भारतीयों के लिए राजनीतिक स्वतंत्रता, सामाजिक सुधार और आर्थिक प्रगति के महत्व के बारे में उनकी मूलभूत अवधारणाएं अभी भी हमारे समय के लिए प्रासंगिक है।