पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामियिकी 1 (18-Aug-2019)^जलवायु परिवर्तन की भेंट चढ़े ग्लेशियर ‘ओकजोकुल’ ने खोई अपनी पहचान (Glacier 'Okjokul' lost its identity due to climate change)
Posted on August 18th, 2019
जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियर ‘ओकजोकुल’ ने अपनी पहचान खो दी है... जी हां ‘ओकजोकुल’ अब ग्लेशियर नहीं रहा, उसने अपना यह दर्जा खो दिया है।
यहां अंतरराष्ट्रीय समयानुसार दोपहर दो बजे एक समारोह में कांस्य पट्टिका का अनावरण किया जाएगा, जिसमें इसकी वर्तमान स्थिति बयां करने के साथ ही बाकी ग्लेशियर के भविष्य को लेकर आगाह किया गया जाएगा।
इस पर लिखा होगा, ‘‘ ‘ओक’ अपना ग्लेशियर का दर्जा खोने वाला आइसलैंड का पहला ग्लेशियर है। आने वाले 200 वर्ष में हमारे सभी ग्लेशियरों का यही हाल होने की आशंका है। अब समय आ गया है कि हम देखें की क्या हो रहा है और क्या किए जाने की जरूरत है। ’’
आईसलैंड की प्रधानमंत्री कैटरीन जैकोब्स्दोतिर, पर्यावरण मंत्री गुडमुंडुर इनगी गुडब्रॉन्डसन और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त मेरी रॉबिन्सन भी इस समारोह में शामिल होंगे।
राइस विश्वविद्यालय में एंथ्रोपोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर सायमीनी हावे ने जुलाई में ही इसकी स्थिति को लेकर आगाह किया था।
उन्होंने कहा था, ‘‘ विश्व में जलवायु परिवर्तन के कारण अपनी पहचान खोने वाला यह पहला ग्लेशियर होगा।’’
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामियिकी 1 (18-Aug-2019)जलवायु परिवर्तन की भेंट चढ़े ग्लेशियर ‘ओकजोकुल’ ने खोई अपनी पहचान (Glacier 'Okjokul' lost its identity due to climate change)
जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियर ‘ओकजोकुल’ ने अपनी पहचान खो दी है... जी हां ‘ओकजोकुल’ अब ग्लेशियर नहीं रहा, उसने अपना यह दर्जा खो दिया है।
यहां अंतरराष्ट्रीय समयानुसार दोपहर दो बजे एक समारोह में कांस्य पट्टिका का अनावरण किया जाएगा, जिसमें इसकी वर्तमान स्थिति बयां करने के साथ ही बाकी ग्लेशियर के भविष्य को लेकर आगाह किया गया जाएगा।
इस पर लिखा होगा, ‘‘ ‘ओक’ अपना ग्लेशियर का दर्जा खोने वाला आइसलैंड का पहला ग्लेशियर है। आने वाले 200 वर्ष में हमारे सभी ग्लेशियरों का यही हाल होने की आशंका है। अब समय आ गया है कि हम देखें की क्या हो रहा है और क्या किए जाने की जरूरत है। ’’
आईसलैंड की प्रधानमंत्री कैटरीन जैकोब्स्दोतिर, पर्यावरण मंत्री गुडमुंडुर इनगी गुडब्रॉन्डसन और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त मेरी रॉबिन्सन भी इस समारोह में शामिल होंगे।
राइस विश्वविद्यालय में एंथ्रोपोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर सायमीनी हावे ने जुलाई में ही इसकी स्थिति को लेकर आगाह किया था।
उन्होंने कहा था, ‘‘ विश्व में जलवायु परिवर्तन के कारण अपनी पहचान खोने वाला यह पहला ग्लेशियर होगा।’’