अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (3-Sept-2019)^वित्त वर्ष 2019-20 में फंसा कर्ज घटकर 9.1 लाख करोड़ रुपये पर आने की संभावना : रपट^(Debt implicated in FY 2019-20 likely to come down to Rs 9.1 lakh crore: Report)
Posted on September 3rd, 2019
बैंकों का सकल फंसा कर्ज (एनपीए) चालू वित्त वर्ष के अंत तक घटकर 9.1 लाख करोड़ रुपये पर आने की उम्मीद है। एसोचैम-क्रिसिल के एक संयुक्त अध्ययन में यह बात कही गयी है।
अध्ययन रपट ‘बोलस्टरिंग एआरसी’ के अनुसार भारतीय बैंकों का सकल एनपीए 31 मार्च 2019 को 9.4 लाख करोड़ रुपये था।
रपट में कहा गया है कि दबाव वाली परिसंपत्तियों में निवेश करने वाले निवेशकों के पास व्यापक अवसर हैं। 31 मार्च 2019 तक बैंकिंग प्रणाली में 9.4 लाख करोड़ रुपये का एनपीए था। इसमें से करीब 70 प्रतिशत हिस्सेदारी कारपोरेट क्षेत्र की होने का अनुमान है।
रपट के अनुसार इसमें करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये बड़ी दबाव वाली परिसंपत्तियां हैं जो ऐसी सम्पत्तियों में निवेश करने वालों के लिए अपने आप में बड़ा मौका है।
अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (3-Sept-2019)वित्त वर्ष 2019-20 में फंसा कर्ज घटकर 9.1 लाख करोड़ रुपये पर आने की संभावना : रपट(Debt implicated in FY 2019-20 likely to come down to Rs 9.1 lakh crore: Report)
बैंकों का सकल फंसा कर्ज (एनपीए) चालू वित्त वर्ष के अंत तक घटकर 9.1 लाख करोड़ रुपये पर आने की उम्मीद है। एसोचैम-क्रिसिल के एक संयुक्त अध्ययन में यह बात कही गयी है।
अध्ययन रपट ‘बोलस्टरिंग एआरसी’ के अनुसार भारतीय बैंकों का सकल एनपीए 31 मार्च 2019 को 9.4 लाख करोड़ रुपये था।
रपट में कहा गया है कि दबाव वाली परिसंपत्तियों में निवेश करने वाले निवेशकों के पास व्यापक अवसर हैं। 31 मार्च 2019 तक बैंकिंग प्रणाली में 9.4 लाख करोड़ रुपये का एनपीए था। इसमें से करीब 70 प्रतिशत हिस्सेदारी कारपोरेट क्षेत्र की होने का अनुमान है।
रपट के अनुसार इसमें करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये बड़ी दबाव वाली परिसंपत्तियां हैं जो ऐसी सम्पत्तियों में निवेश करने वालों के लिए अपने आप में बड़ा मौका है।