हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने दुबई शाही परिवार के सदस्यों के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित पक्षी हुबारा बस्टर्ड (Houbara Bustard) का शिकार करने की अनुमति देने वाले विशेष परमिट जारी किये हैं।
बस्टर्ड, स्थलीय पक्षी होते हैं, जिनकी कई प्रजातियाँ होती हैं, इनमें कुछ बड़े तथा उड़ने वाले पक्षी भी शामिल होते हैं। हुबारा बस्टर्ड की दो विशिष्ट प्रजातियाँ: अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा दो विशिष्ट प्रजातियों की पहचान की गई है।
उत्तरी अफ्रीका में क्लैमाइडोटिस अंडुलाटा (Chlamydotis Undulata)
एशिया में क्लैमोटोटिस मैक्केनी (Chlamydotis Macqueenii)
इनका वासस्थान उत्तर-पूर्व एशिया, मध्य एशिया, मध्य पूर्व, तथा अरब प्रायद्वीप से मिस्र के सिनाई मरुस्थल तक विस्तारित है। बसंत में प्रजनन के बाद एशियाई हुबारा बस्टर्ड दक्षिण में पाकिस्तान, अरब प्रायद्वीप और दक्षिण पश्चिम एशिया में सर्दियाँ बिताने के लिये पलायन करते हैं।
आबादी में गिरावट के कारण: प्राकृतिक आवासों की क्षति के साथ-साथ अवैध तथा अनियंत्रित शिकार। संरक्षण स्थिति: IUCN - सुभेद्य (Vulnerable)
हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने दुबई शाही परिवार के सदस्यों के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित पक्षी हुबारा बस्टर्ड (Houbara Bustard) का शिकार करने की अनुमति देने वाले विशेष परमिट जारी किये हैं।
बस्टर्ड, स्थलीय पक्षी होते हैं, जिनकी कई प्रजातियाँ होती हैं, इनमें कुछ बड़े तथा उड़ने वाले पक्षी भी शामिल होते हैं। हुबारा बस्टर्ड की दो विशिष्ट प्रजातियाँ: अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा दो विशिष्ट प्रजातियों की पहचान की गई है।
उत्तरी अफ्रीका में क्लैमाइडोटिस अंडुलाटा (Chlamydotis Undulata)
एशिया में क्लैमोटोटिस मैक्केनी (Chlamydotis Macqueenii)
इनका वासस्थान उत्तर-पूर्व एशिया, मध्य एशिया, मध्य पूर्व, तथा अरब प्रायद्वीप से मिस्र के सिनाई मरुस्थल तक विस्तारित है। बसंत में प्रजनन के बाद एशियाई हुबारा बस्टर्ड दक्षिण में पाकिस्तान, अरब प्रायद्वीप और दक्षिण पश्चिम एशिया में सर्दियाँ बिताने के लिये पलायन करते हैं।
आबादी में गिरावट के कारण: प्राकृतिक आवासों की क्षति के साथ-साथ अवैध तथा अनियंत्रित शिकार। संरक्षण स्थिति: IUCN - सुभेद्य (Vulnerable)